आज के दौर में अधिकांश लोग लिखने के बजाय टाइपिंग करना पसंद करते हैं। हालांकि, यह फीजिकली लिखने से थोड़ा आसान जरूर होता है, लेकिन कंप्यूटर, लैपटॉप और टाइपराइटर पर टाइप करने करने के बजाय अगर आप हाथों से लिखते हैं तो यह आपके ब्रेन के लिए फायदेमंद होता है। हाल ही में जर्नल फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी (Journal Frontiers in Psychology) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक पन्ने पर हाथों से लिखना आपके दिमाग के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। आइये जानते हैं कैसे?
क्या कहती है स्टडी?
स्टडी के शोधकर्ताओं की मानें तो कम्यूटर से टाइपिंग करने के बजाय हाथों से लिखने से दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ने के साथ ही साथ याद रखने की क्षमता में भी सुधार होता है। अगर आप हाथों से लिखते हैं और शब्दों और वाक्य को खुद बनाते हैं तो इससे लिखा हुआ लंबे समय तक याद रहता है़। स्टडी के मुताबिक हाथों से लिखने से आपका न्यूट्रल नेटवर्क मजबूत होता है। लैपटॉप या फिर मोबाइल पर लिखने से दिमाग के अलग-अलग हिस्सों में जुड़ाव थोड़ा कम हो पाता है। वहीं, हाथों से लिखने से यह जुड़ाव बरकरार रहता है।
इसे भी पढ़ें - मेमोरी लॉस से बचाव के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स, बढ़ती उम्र के साथ कमजोर नहीं होगी याददाश्त
बढ़ती है मेमोरी पावर
नॉर्वे के शोधकर्ताओं ने इस शोध में कुल 36 छात्रों को शामिल किया और उन्होंने कुछ लोगों को कीबोर्ड पर तो कुछ को हाथों से लिखने के लिए कहा गया। इस प्रक्रिया के दौरान इन सभी के दिमाग की गतिविधियों पर नजर रखी गई। नतीजे में यह निकलकर आया कि जिन लोगों ने कीबोर्ड की जगह पर डिजिटल पेन का इस्तेमाल किया था, उनके दिमाग की कार्यक्षमता अन्य लोगों के मुकाबले अधिक बढ़ी थी।
हाथ से लिखने के फायदे
- हाथ से लिखना सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद साबित होती है।
- हाथ से लिखने से मेमोरी पावर बढ़ने के साथ ही सोचने-समझने की शक्ति भी बेहतर होती है।
- इससे आपकी इमोश्नल हेल्थ भी बेहतर हो सकती है, जिससे आप सकारात्मक महसूस करते हैं।
- हाथ से लिखने से आपका ध्यान विचलित होने के बजाय एक जगह एकाग्र रहता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version