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World Health Day 2025: फिटनेस से जुड़े इन 5 मिथकों पर न करें भरोसा! एक्सपर्ट से जानें सच्चाई

Fitness Related Myths: सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि हम अपने फिटनेस पर खास ध्यान दें, लेकिन लोगों के बीच फिटनेस को लेकर कई तरह के अंधविश्वास फैले हुए हैं, आइए जानते हैं उनके बारे में- 
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World Health Day 2025: फिटनेस से जुड़े इन 5 मिथकों पर न करें भरोसा! एक्सपर्ट से जानें सच्चाई


Fitness Related Myths In Hindi: हर साल 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे (World Health Day 2025) मनाया जाता है, जो हमें बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहने के लिए प्रोत्साहित करता है। किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि वे अपने खान-पान और हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ अपनी फिटनेस रूटीन पर भी ध्यान दे। आज के समय में लोग अपनी फिटनेस को लेकर काफी एक्टिव भी हो गए हैं। लेकिन, सही फिटनेस पाने में उन्हें काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है, जिसका एक सबसे बड़ा कारण, मिथकों पर विश्वास करना है। दरअसल, फिटनेस को लेकर समाज में इतनी तरह के अंधविश्वास फैले हुए हैं, जिन पर लोग आसानी से भरोसा कर लेते हैं, और यहीं कारण है कि वे सही फिटनेस पाने से चूक जाते हैं। ऐसे में आइए हेल्थ कोच और न्यूट्रिशनिस्ट वर्णित यादव से फिटनेस से जुड़े ऐसे ही कुछ मिथक (Myths about fitness) के बारे में जानते हैं-

फिटनेस से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई - Myths And Facts About Fitness in Hindi

मिथक 1.: कार्डियो वजन कम करने का सबसे अच्छा तरीका है।

फैक्ट: कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज कैलोरी बर्न करने का एक प्रभावी तरीका है, लेकिन यह वजन घटाने का एकमात्र उपाय नहीं है। बल्कि, वजन कम करने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी उतनी ही जरूरी है, क्योंकि यह मांसपेशियों को बनाने में मदद करती है, जो आपके बेसल मेटाबॉलिक रेट को बढ़ा सकती है और लंबे समय तक वेट मैनेजमेंट को बढ़ावा दे सकती है। इसलिए, सिर्फ कार्डियो ही नहीं बल्कि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी फिटनेस का सही तरीका है।

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मिथक 2.: क्रंचेस सिक्स-पैक एब्स के लिए जरूरी है।

फैक्ट: सिर्फ क्रंचेस करने से सिक्स-पैक एब्स नहीं बनाया जा सकता है। बल्कि, ये शरीर की चर्बी घटाने, कोर स्ट्रेंथ एक्सरसाइज और एक अच्छे फिटनेस रूटीन पर निर्भर करता है। इसलिए, सिक्स-पैक एब्स बनाने के लिए सिर्फ क्रंचेस काफी नहीं है, बल्कि संतुलित आहार और पूरे शरीर की एक्सरसाइज पर फोकस करना जरूरी है, जो आपकी मांसपेशियों को भी बेहतर बनाने में मदद करता है।

मिथक 3.: बिना दर्द के फिटनेस पाना संभव नहीं 

फैक्ट: लोगों का मानना है कि सही फिटनेस पाने के लिए जरूरी है कि आप दर्द भी सहन करें, क्योंकि नो पैन नो गेन। लेकिन, ये सिर्फ एक मिथक है, क्योंकि एक्सरसाइज के दौरान थोड़ी असुविधा होना नॉर्मल है, लेकिन अगर आपको तेज दर्द होता है, तो आपको एक्सरसाइज करना बंद करना चाहिए, या रुक जाना चाहिए, क्योंकि ये गंभीर चोट लगने का कारण बन सकता है। मांसपेशियों में हल्का, तेज और बहुत तेज दर्द के बीच अंतर करना बहुत जरूरी है। इसलिए, एक्सरसाइज करने के दौरान हमेशा अपने शरीर की सुनें।

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मिथक 4.: फिटनेस पाने के लिए सप्लीमेंट लेना जरूरी है।

फैक्ट: कई लोगों का मानना है कि एक अच्छी फिटनेस पाने के लिए जरूरी है कि आप एक्सरसाइज और जिम करने के साथ अपनी डाइट में सप्लीमेंट्स भी शामिल करें। लेकिन, ऐसा नहीं है, सप्लीमेंट्स फिटनेस का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं होते हैं। आप सही फिटनेस पाने के लिए अपनी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स भी शामिल कर सकते हैं।

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मिथक 5.: सही फिटनेस के लिए ज्यादा एक्सरसाइज बेहतर होती है।

फैक्ट: ऐसा माना जाता है कि फिट रहने के लिए हमेशा ज्यादा एक्सरसाइज करनी चाहिए, ताकि आप अपने फिटनेस गोल को पा सके। लेकिन, ऐसा नहीं है ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपके सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ज्यादा एक्सरसाइज करने से थकान और चोट लगने का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए, फिट रहने के लिए ज्यादा एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए, बल्कि अपने शरीर की सुननी जरूरी है।

निष्कर्ष

फिटनेस हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन, सही फिटनेस पाने के लिए जरूरी है कि आप सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास न करें, बल्कि हमेशा अपने फिटनेस से जुड़े सही फैक्ट्स के बारे में जानने की कोशिश करें और हेल्थ एक्सपर्ट की सुनें।
Image Credit: Freepik

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