आज के समय में खराब लाइफस्टाइल, डाइट और शारीरिक गतिविधियों की कमी के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं के कारण महिला और पुरुष दोनों में इंफर्टिलिटी की समस्या काफी बढ़ गई है। दुनियाभर में लाखों लोग इनफर्टिलिटी की समस्या का सामना कर रहे हैं, जिसका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इंटरनेशनल कमेटी फॉर मॉनिटरिंग असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (ICMART) बांझपन को एक ऐसी बीमारी के रूप में परिभाषित करती है, जिसमें नियमित, असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद या किसी व्यक्ति की प्रजनन क्षमता में कमी के कारण 12 महीने तक कंसीव न कर पाने स्थिति को बताया गया है। ऐसे में इनफर्टिलिटी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विश्व स्तर पर हर साल 2 नवंबर को वर्ल्ड फर्टिलिटी डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस दिन का महत्व और इतिहास के बारे में-
विश्व प्रजनन दिवस का इतिहास
इनफर्टिलिटी के कारण IVF की मदद से बच्चा पैदा करने वाले कपल सारा और ट्रेसी ने IVF बेबल ग्रूप की स्थापना की, जिन्हों2 नवंबर साल 2018 को पहली बार विश्व प्रजनन दिवस मनाया। इस ग्रूप का उद्देश्य प्रजनन संबंधी समस्याओं और आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान उनके द्वारा अनुभव की गई मुश्किलों पर लोगों से चर्चा करना और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना था। ऐसे में वर्ल्ड फर्टिलिटी डे व्यक्तियों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक इनफर्टिलिटी, और IVF जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल मनाया जाता है।
इसे भी पढ़ें: फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए पुरुषों को जरूर खाने चाहिए ये 5 फूड्स, डॉक्टर से जानें इनके बारे में
विश्व प्रजनन दिवस का महत्व
विश्व प्रजनन दिवस आज के समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह दिन इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं को अनदेखा करने वाले लोगों को जागरूक करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। विश्व प्रजनन दिवस का उद्देश्य व्यक्तियों को फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन, फेमिली प्लानिंग और प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित और जागरूक करना है। बांझपन का सामना कर रहे कपल्स के लिए प्रजनन क्षमता और कंसीव करने के तरीकों के बारे में बताना है। आज भी समाज में बांझपन किसी कलंक से कम नहीं है, इसलिए लोगों को इस कलंक से बाहर निकालने और फर्टिलिटी को बढ़ावा देने के अलग-अलग तरीकों के बारे में लोगों को जानकारी पहुंचाने के लिए यह दिन महत्वपूर्ण है।
इसे भी पढ़ें: फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए पुरुष जरूर करें इन 5 विटामिन्स का सेवन, जानें इनके नेचुरल सोर्स
निष्कर्ष
आज के समय में जैसे-जैसे कपल्स फैमिली प्लानिंग में देरी कर रहे हैं, देर से शादी कर रहे हैं, उतना ही फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन जरूरी होते जा रहा है। प्रजनन क्षमता को बढ़ाने और इनफर्टिलिटी की समस्या को कम करने के लिए जरूरी है कि आप समय रहते फैमिली प्लानिंग कर लें। या फिर आप अपने हेल्दी एग्स और स्पर्म को प्रिजर्व करवा के भी रख सकते हैं, ताकि भविष्य में कंसीव करने में इनफर्टिलिटी बाधा न बन सके।
Image Credit: Freepik