World Pharmacist Day 2024: सेहत की बात जहां आती है वहां, फार्मासिस्ट का नाम जरूर लिया जाता है। फार्मासिस्ट समाज को सेहतमंद रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। फार्मासिस्ट देश-विदेश में स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने में मदद करते हैं। देश में हर साल 25 सितंबर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया जाता है। आज देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इस दिन को मनाया जा रहा है। मरीजों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने और फार्मा से जुड़े लोगों का हौंसला बढ़ाने के लिए हर साल इस दिन को मनाया जाता है। आइये जानते हैं क्यों मनाया जाता है विश्व फार्मासिस्ट दिवस और इस साल का इतिहास, महत्व और थीक के बारे में।
विश्व फार्मासिस्ट दिवस का इतिहास
विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाने के पीछे का इतिहास दरअसल यह है कि पहली बार साल 2000 में इस्तांबुल में एक सम्मेलन आयोजित किया गया था, जहां इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (एफआईपी) द्वारा इस दिन की शुरुआत करने की मांग की गई थी। इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (एफआईपी) ने वर्ष 2000 में इस्तांबुल में आयोजित एक सम्मेलन में की थी। इस दिन से हर साल यह दिवस मनाया जाने लगा।
विश्व फार्मासिस्ट दिवस का इतिहास का महत्व
विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाने का महत्व देश-दुनिया में दवाओं को सुचारू रूप से पहुंचाने और रोगियों को बीमारियों से बचाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का महत्व और उद्देश्य समामज में इस पेशे को आगे बढ़ाना, युवाओं को इसके प्रति प्रेरित करना और हेल्थकेयर और फार्मास्युटिकल से जुड़े लोगों को सम्मानित करना होता है। इस दिन जगह-जगह पर फार्मा से जुड़े लोगों द्वारा सेमिनार करके विश्व फार्मासिस्ट दिवस के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है।
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विश्व फार्मासिस्ट दिवस की थीम
विश्व फार्मासिस्ट दिवस की इस साल की थीम है "Meeting global health needs" इसका मतलब है कि फार्मासिस्ट से जुड़े लोगों को समाज में स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरतों को पूरा करना चाहिए। आज के दिन फार्मासिस्ट को वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।