ब्रेस्ट कैंसर एक जटिल समस्या है, जिसके मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी वजह से हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला एक आम कैंसर है। साल 2018 में ब्रेस्ट कैंसर से मरने वाली महिलाओं का आंकड़ा 62,700 था। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर होने पर स्क्रीनिंग कराना बेहद जरूरी होता है। फैमिली फीजिशियन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. रमन कुमार से जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर में स्क्रीनिंग कराना क्यों जरूरी है।
ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग कराना क्यों जरूरी है?
डॉ. रमन कुमार के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग कराना काफी जरूरी होता है। दरअसल, समय-समय पर इसकी स्क्रीनिंग कराते रहने से ब्रेस्ट कैंसर होने का जोखिम काफी कम होता है। साथ ही समय-समय पर स्क्रीनिंग कराने से इसका पता जल्दी चल सकता है। जल्दी डायग्रोस होने से इस कैंसर के ठीक होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
- ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को शुरुआत में ही डायग्रोस कर लेने से इस कैंसर का इलाज संभव हो सकता है।
- शुरूआती दिनों में ब्रेस्ट कैंसर होने पर शरीर में गांठ बन सकती है।
- ऐसी स्थिति में निप्पल से गंदे खून या फिर अन्य तरल पदार्थ आने की भी समस्या हो सकती है।
- कई बार ब्रेस्ट कैंसर होने पर अंडरआर्म्स में भी गांठ या फिर सूजन होने की आशंका बढ़ जाती है।
- ऐसे में त्वचा में ढ़ीलापन या फिर त्वचा में सिकुड़न जैसी स्थिति भी देखने को मिल सकती है।
ब्रेस्ट कैंसर से बचने के तरीके
- इससे बचने के लिए नियमित तौर पर व्यायाम करें साथ ही शारीरिक रूप से सक्रिय भी रहें।
- इसके लिए आपको वजन कंट्रोल करने की भी जरूरत होती है।
- इसके साथ ही जीवनशैली में बदलाव लाएं।
- इसके लिए आपको हेल्दी डाइट लेने की आवश्यकता है।
- ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।