मोटे लोगों को क्यों आते हैं ज्यादा खर्राटे? जानें इसके कारणों के बारे में

Does Obesity Cause Snoring: मोटे लोगों को खर्राटे आने की दिक्कत हो जाती है। इसके कई कारण बताए जाते हैं, जैसे लंग्स के आसपास फैट जमा होना। आखिर ऐसा होने पर आप क्या कर सकते हैं? जानें इस लेख में।
  • SHARE
  • FOLLOW
मोटे लोगों को क्यों आते हैं ज्यादा खर्राटे? जानें इसके कारणों के बारे में


How Does Obesity Affect Snoring: क्या आपने कभी यह नोटिस किया कि मोटापे से ग्रस्त लोग काफी खर्राटे मारते हैं? अक्सर इनके आसपास सोना मुश्किल भरा हो जाता है और कभी-कभी अधिक खर्राटे इनकी नींद को भी बाधित कर देते हैं। जी, हां! यह सब सच है। इसलिए, मोटापे से ग्रस्त लोगों के मन में यह सवाल जरूर उठता होगा कि आखिर उन्हें नींद में अधिक खर्राटे क्यों आते हैं? क्या यह किसी तरह की मेडिकल कंडीशन है? और ऐसी स्थिति में क्या किया जा सकता है? आइए, जानते हैं इसी तरह की तमाम जरूरी बातें इस लेख में।

मोटे लोगों को क्यों आते हैं ज्यादा खर्राटे- Link Between Snoring And Obesity

कमजोर थ्रोट मसल्सः NCBI की मानें, मोटापा अपने आप में कई गंभीर समस्याओं का कारण होता है। मोटापे के कारण मांसपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं। ऐसा की गले के आसपास की मसल्स के साथ भी होता है। इसलिए, जब मोटे लोग गहर नींद में होते हैं, तो इसकी वजह से उनकी कमजोरी मांसपेशियां रिलैक्स हो जाती हैं और एयरवेज कोलैप्स हो जाता है यानी वायुमार्ग संकुचित हो जाता है। इस स्थिति में खर्राटे आने लगते हैं।

इसे भी पढ़ें: क्या आप रातभर सो नहीं पाते? डॉक्टर से जानें नींद खराब होने के 5 कारण

लंग्स पर दबावः मोटापा लंग्स के लिए बिल्कुल सही नहीं है। जब किसी का वजन बढ़ जाता है, खासकर पेट के आसपास अतिरिक्त फैट जमा हो जाता है, तो ऐसे में लंग्स पर एक्स्ट्रा दबाव बनने लगता है। ध्यान रखें कि जब लंग्स पर एक्स्ट्रा प्रेशर बढ़ता है, तो उसका फंक्शन प्रभावित होने लगता है और एयरवेज में ब्लॉकेज भी हो जाती है। नतीजतन, नींद में मोटे लोगों को खर्राटे आने की दिक्कत हो जाती है

सूजन बढ़नाः विशेषज्ञों की मानें, तो मोटापे के कारण पूरे शरीर में सूजन बढ़ जाती है। वैसे यह लो-ग्रेड इंफ्लेमेशन कहलाता है। इसका असर एयरवेज पर भी पड़ता है। ऐसे में मोटे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो जाती है। खासकर, नींद की स्थिति में यह समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि सूजन के कारण एयरवेज ब्लॉक हो जाती है, जो कि खर्राटे का भी कारण बनती है।

गले में फैट जमनाः मोटापे के कारण गले के आसपास भी फैट जमने लगता है। गले में जमा हुआ फैट भी एयरवेज को संकुचित कर देता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत आती है। नतीजतन, नींद में खर्राटे की आवाज आने लगती है।

इसे भी पढ़ें: सोते समय खर्राटे क्यों आते हैं? क्या इन्हें रोका जा सकता है? डॉक्टर से समझें

मोटापे में खर्राटे की समस्या से छुटकारा कैसे पाएं?

  • अगर आप मोटापे के कारण खर्राटे की समस्या से परेशान हैं, तो अपने वजन को कम करने की कोशिश करें। वेट मैनेजमेंट से इस समस्या में कमी आती है।
  • पीठ के बल लेटने से भी खर्राटे की दिक्कत में कमी आती है।
  • रात को सोने से पहले शराब या किसी भी तरह के नशीले पदार्थों से दूर रहें।
  • सोने से पहले अपनी नाक क्लीन करें, ताकि एयरवेज क्लीन रहे और सांस लेने में दिक्कत न आए। इससे खर्राटे की परेशानी भी कम हो जाती है।

निष्कर्ष

मोटापे के कारण खर्राटे आने की समस्या हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि मोटापे की वजह से शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैट जमा हो जाता है। गला और लंग्स के आसपास जमा फैट से एयरवेज सिकुड़ जाता है। यही कारण है कि नींद में खर्राटे की आवाज आने लगती है।

All Image Credit: Freepik

FAQ

  • पतले आदमी खर्राटे क्यों लेते हैं?

    आमतौर पर यही माना जाता है कि मोटे लोगों को अधिक खर्राटों की शिकायत होती है, लेकिन पतले लोगों को भी खर्राटे आने की दिक्कत हो सकती है। सवाल है, ऐसा क्यों होता है? इसके कारणों की बात करें, तो जब नैजल ब्लॉकेज हो जाती है या एयरवेज ब्लॉक हो जाता है।
  • वजन बढ़ने पर मुझे खर्राटे क्यों आते हैं?

    मोटापे के कारण खर्राटे की समस्या इसलिए होती है, क्योंकि गर्दन में जमा चर्बी ऊपरी वायुमार्ग को संकुचित कर देती है, जिससे लेटते समय सांस लेने में दिक्कत होती है और खर्राटे की आवाज आने लगती है।
  • सोते समय खर्राटे कैसे बंद करें?

    सोते समय खर्राटे की दिक्कत लगातार बनी हुई हो, तो बेहतर है कि आप कुछ बातों को अमल में ला सकते हैं, जैसे लाइफस्टाइल में बदलाव करें, पर्याप्त नींद लें, करवट लेकर सोएं, सिर को ऊपर उठाकर सोएं, नेजल स्ट्रिप्स या नेजल डाइलेटर का उपयोग करें और नशीले पदार्थों से दूर रहें।

 

 

 

Read Next

5 दिन में 500+ हुआ दिल्ली-NCR का एक्यूआई इंडेक्स, जानें बढ़ते-घटते AQI का सेहत पर असर

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Oct 21, 2025 15:59 IST

    Published By : Meera Tagore

TAGS