
पेट का कैंसर (Stomach Cancer) एक गंभीर बीमारी है जिसमें पेट की कोशिकाएं असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं। ये कोशिकाएं गांठ या ट्यूमर का रूप ले लेती हैं जो समय के साथ शरीर के दूसरे हिस्से में भी फैल सकती हैं। पेट में कैंसर के कारण पेट में भारीपन, बदहजमी, भूख कम लगना, बार-बार एसिडिटी होने जैसे लक्षण नजर आते हैं। Dr. Sudipto De, Consultant, Surgical Oncology & Robotic Surgery At Metro Hospitals, Faridabad, NCR ने बताया कि पेट के कैंसर के खतरे से बचने के लिए इसके शुरुआती संकेतों को पहचानें और समय रहते सही कदम उठाएं। तंबाकू से दूर रहें, हेल्दी खाना खाएं, लगातार बनी रहने वाली एसिडिटी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। इस लेख में जानेंगे पेट के कैंसर के जोखिम कारक।
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1. एल्कोहल और तंबाकू का सेवन- Consumption Of Alcohol & Tobacco
Dr. Sudipto De के मुताबिक, जो लोग एल्कोहल और तंबाकू का ज्यादा सेवन करते है, उनके पेट की लाइनिंग को नुकसान पहुंचता है। इससे पेट की कोशिकाओं में बदलाव आ सकता है और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि एल्कोहल और तंबाकू का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।
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2. मोटापा- Obesity
मोटापा (Obesity) भी पेट के कैंसर का एक गंभीर जोखिम कारक है। मोटापे से पेट और आंतों में सूजन होती है और हार्मोनल असंतुलन के कारण कैंसर की संभावना बढ़ सकती है। वजन कंट्रोल करने के तरीके अपनाकर कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं।
3. ज्यादा नमक और स्मोक्ड फूड्स का सेवन- High Amount Of Salty & Smoked Foods
Dr. Sudipto De के मुताबिक, ज्यादा नमक (Salty Foods) और स्मोक्ड फूड्स (Smoked Foods) का सेवन पेट की लाइनिंग को नुकसान पहुंचाता है। ये खाद्य पदार्थ पेट में अल्सर और सूजन का कारण बन सकते हैं, जो आगे चलकर कैंसर का जोखिम बढ़ाते हैं। ताजे और प्राकृतिक खाने को प्राथमिकता दें।
4. फल और सब्जियों का सेवन न करना- Diet Low In Fruits & Vegetables
फल और सब्जियों में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइबर से पेट को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। रोज की डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करें। फल और सब्जियों का सेवन न करने से पेट की सेहत कमजोर हो सकती है और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
5. क्रोनिक एसिड रिफ्लक्स- Chronic GERD
जिन लोगों को क्रोनिक एसिड रिफ्लक्स की समस्या रहती है, उनके पेट की लाइनिंग को नुकसान पहुंच सकता है। इससे लंबे समय में कोशिकाओं में बदलाव आता है और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। पेट के कैंसर से बचने के लिए समय पर इलाज और जीवनशैली में बदलाव जरूरी है।
6. पेट में बैक्टीरिया का इंफेक्शन- Stomach Bacterial Infection
पेट में हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (H. Pylori) बैक्टीरिया मौजूद होने के कारण, पेट में अल्सर और सूजन हो सकती है। यह इंफेक्शन, लंबे समय तक कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। समय-समय पर जांच करवाएं और इंफेक्शन के लिए डॉक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक्स का सेवन करें।
निष्कर्ष:
पेट का कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है। इससे बचने के लिए हेल्दी डाइट लें, समय पर जांच करवाएं और हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करें। एल्कोहल और तंबाकू से दूर रहें, मोटापा कंट्रोल करें और असामान्य लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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FAQ
पेट के कैंसर से कैसे बचें?
पेट के कैंसर से बचने के लिए हेल्दी डाइट लें, ज्यादा नमक का सेवन न करें, तंबाकू और एल्कोहल से बचें, फल-सब्जियों का सेवन करें, वजन कंट्रोल करें, पेट से जुड़ी तकलीफ होने पर समय पर डॉक्टर से जांच करवाएं।पेट में कैंसर के कारण क्या हैं?
ज्यादा ऑयली या नमक वाला भोजन करना, एल्कोहल या तंबाकू का सेवन करना, मोटापा और लंबे समय तक चलने वाली एसिडिटी, पेट के कैंसर के कुछ मुख्य कारण हैं।पेट में कैंसर के लक्षण क्या हैं?
पेट में लगातार दर्द होना, भूख कम लगना, बार-बार उल्टी, जी मिचलाना, वजन घटना, पेट फूलना, लगातार एसिडिटी होना, पेट के कैंसर के मुख्य लक्षण हैं।
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Current Version
Oct 08, 2025 17:20 IST
Published By : Yashaswi Mathur