आज के समय में फिटनेस के लिए लोग एक्सपर्ट के पास जाने से ज्यादा फिटनेस इंफ्लुएंसर्स की बात मानते हैं। लोग उनके यूनीक ढंग से पेश की जाने वाले जानकारी पर यकीन करते हैं। जो चीजें, फिटनेस इंफ्लुएंसर्स पसंद करते हैं, वो खुद-ब-खुद ट्रेंड बन जाती हैं। ऐसा ही एक हेल्दी फूड है ज्वार (Jowar), जो इंफ्लुएंसर्स के बीच बहुत पॉपुलर है। बहुत से फिटनेस इंफ्लुएंसर्स अपने चैनल के जरिए ज्वार से बनी हेल्दी रेसिपीज शेयर करते हैं। सोशल मीडिया पर आपको कई ऐसे वीडियो और पोस्ट मिल जाएंगे, जिसमें इंफ्लुएंसर्स, अपने ब्रेकफास्ट या लंच में ज्वार की रोटी खाते नजर आते हैं। केवल इंफ्लुएंसर्स ही नहीं, न्यूट्रिशनिस्ट और डाइट एक्सपर्ट्स भी ज्वार की रोटी को एक हेल्दी विकल्प बनाते हैं। ज्वार (Sorghum) एक पुराना देसी अनाज है जो ग्लूटेन-फ्री, फाइबर रिच और कई जरूरी मिनरल्स से भरपूर होता है। ज्वार का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल होता है और वेट लॉस करने में भी मदद मिलती है। इस लेख में हम जानेंगे ज्वार का सेवन, कब, कैसे और कितनी मात्रा में खाएं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
ज्वार की रोटी क्यों है हेल्दी?- Why Is Jowar Roti Healthy
- लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स: यह ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों के लिए भी ये एक अच्छा ऑप्शन है।
- ग्लूटेन-फ्री: जिन लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी है या पेट फूलने की समस्या रहती है, उनके लिए ज्वार की रोटी एक बेहतरीन विकल्प है।
- फाइबर से भरपूर होती है: ज्वार में फाइबर होते हैं, जो पाचन की समस्याएं दूर करते हैं और लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं।
- प्रोटीन और आयरन का स्रोत: यह रोटी मसल बिल्डिंग में भी मदद करती है क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन और आयरन मौजूद होता है।
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ज्वार की रोटी कब खानी चाहिए?- When You Should Eat Jowar Roti
- सुबह के नाश्ते में: अगर आप वर्कआउट करते हैं, तो प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्ब का मिश्रण देने के लिए ज्वार की रोटी सुबह खाना फायदेमंद होता है।
- दोपहर के खाने में: दोपहर में मेटाबॉलिज्म एक्टिव रहता है, ऐसे में ज्वार की रोटी आसानी से पच जाती है और एनर्जी भी देती है।
- रात में नहीं खाएं: ज्वार में फाइबर ज्यादा होता है जिसे रात में पचाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। रात को ज्वार का सेवन करने से पेट में गैस या अपच की शिकायत हो सकती है, इसलिए इसे रात में न खाएं।
कितनी मात्रा में खाएं ज्वार की रोटी?- How Much Jowar Roti Should You Eat
- वजन घटाने वालों के लिए: एक समय में 1 से 2 रोटियां काफी हैं। साथ में हल्की सब्जी और दही को डाइट में शामिल करें।
- वजन बढ़ाने वालों के लिए: 2 से 3 रोटियां खाई जा सकती हैं, लेकिन इसके साथ प्रोटीन रिच फूड्स जैसे पनीर या अंडे भी लें।
- डायबिटिक पेशेंट्स के लिए: एक समय में 1 रोटी ही काफी है, जिससे ब्लड शुगर अचानक से न बढ़ जाए।
ज्वार का सेवन कैसे करें?- How to Consume Jowar or Sorghum
ज्वार एक पौष्टिक, फाइबर और मिनरल्स से भरपूर मोटा अनाज है जिसे कई तरह से डेली डाइट में शामिल किया जा सकता है-
- डायबिटिक, मोटापे से परेशान लोग और कब्ज के मरीजों के लिए ज्वार की रोटी का सेवन फायदेमंद होता है।
- ज्वार, लो-ग्लाइसेमिक और हाई-फाइबर वाला अनाज है, ज्वार से उपमा, दलिया या पुलाव बनाकर खा सकते हैं।
- सुबह के नाश्ते में ज्वार का चीला या डोसा का सेवन कर सकते हैं।
ज्यादा ज्वार का सेवन करने के नुकसान- Side Effects of Consuming Too Much Jowar
- थायरॉइड मरीज को ज्यादा मात्रा में, बिना प्रोसेस किए हुए मिलेट्स का सेवन करने से बचना चाहिए। इससे थायरॉइड फंक्शन, प्रभावित हो सकता है।
- छोटे बच्चों को थोड़ी मात्रा में ही ज्वार का सेवन करना चाहिए।
- जिन लोगें को पेट में गैस या पाचन की समस्या है, उन्हें ज्यादा मात्रा में ज्वार का सेवन नहीं करना चाहिए।
ज्वार, फिटनेस मेनटेन करने वाले लोगों का सुपरफूड है। यह ना सिर्फ पेट के लिए हल्का है बल्कि शरीर को भरपूर पोषण भी देता है। ज्वार का सेवन, रोटी, उपमा, दलिया वगैरह के फॉर्म में कर सकते हैं।
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FAQ
ज्वार किसे नहीं खाना चाहिए?
जिन लोगों को गैस, अपच या कमजोर पाचन की समस्या है, उन्हें ज्वार सीमित मात्रा में खाना चाहिए। थायरॉइड के मरीजों को भी इसके ज्यादा सेवन से बचना चाहिए।ज्वार की रोटी कब खाना चाहिए?
ज्वार की रोटी दिन में, खासकर लंच में खाना बेहतर होता है क्योंकि उस समय पाचन तंत्र एक्टिव रहता है और यह रोटी आसानी से पच जाती है।क्या रोज ज्वार की रोटी खाना ठीक है?
हां, आप रोज ज्वार की रोटी खा सकते हैं, लेकिन सीमित मात्रा में। रोज 1-2 रोटियां संतुलित डाइट के साथ ली जा सकती हैं। ज्यादा मात्रा में लेने से पेट में गैस हो सकती है।