बढ़ती उम्र के साथ क्यों होती है एस्पर्जर सिंड्रोम की समस्या, जानें क्या है इसका कारण और बचाव

बढ़ती उम्र के साथ आपके व्यवहार में गुमसुम रहने की आदत शामिल हो रही है तो जान लें क्या है इसके पीछे कारण।
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बढ़ती उम्र के साथ क्यों होती है एस्पर्जर सिंड्रोम की समस्या, जानें क्या है इसका कारण और बचाव


एस्पर्जर सिंड्रोम (Asperger’s syndrome) ऑटिज्म का एक रूप है। एस्परगर सिंड्रोम वाले लोगों में उच्च बुद्धि और औसत मौखिक कौशल से बेहतर हो सकते हैं। एस्पर्जर सिंड्रोम को आत्मकेंद्रित का एक ज्यादा काम के रूप में माना जाता है। यह कोई सिरियस डेवलॉपमेंट डिसऑर्डर नहीं बल्कि एक आटिज्‍म स्पेकट्रम डिसऑर्डर है। इस सिंड्रोम के लोग अक्सर अपने आप में गुम रहते हैं और उन्हें दिन-दुनिया से किसी तरह का कोई मतलब नहीं रहता है। वो न तो किसी दूसरे शख्स से बात करना पसंद करते हैं न ही वो किसी को अपने बारे में बताना चाहते हैं। इसके लक्षण बहुत ज्यादा देर से नहीं दिखते बल्कि ये किसी भी पीड़ित के व्यवहार में आसानी से देखे जा सकते हैं। अगर आप इस सिंड्रोम के बारे में कुछ भी नहीं जानते तो आइए इस लेख के जरिए आपको इसके लक्षण और इसके कारण के बारे में बताते हैं। 

एस्पर्जर सिंड्रोम के कारण 

एस्पर्जर सिंड्रोम (Asperger’s syndrome) अक्सर लोगों में जब दिखाई देता है तो लोग हमेशा ये समझते हैं कि ये दिमाग से जुड़ी किसी समस्या से ग्रस्त है जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है, इस सिंड्रोम को दिमागी बीमारी से जोड़ना काफी गलत हो सकता है, हालांकि पीड़ित दिमाग या व्यवहार और सदमे से इस सिंड्रोम का शिकार हो सकता है। डॉक्टर्स को इस सिंड्रोम को लेकर कोई खास जानकारी नहीं है। लेकिन इस सिंड्रोम को लेकर माना जाता है कि ये वायरस और केमिकल्स से पर्यावरण में होने वाले बदलावों के कारण होता है या फिर किसी शख्स में ये जेनेटिक भी हो सकते हैं। इसके ज्यादातर लक्षण बढ़ती उम्र यानी अडल्ट एज में नजर आते हैं। 

एस्पर्जर के लक्षण 

भावनात्मक और व्यवहार संबंधी लक्षण

बार-बार किए जाने वाले व्यवहार: बार-बार किए जाने वाले व्यवहार में संलग्न होना एएसडी का एक सामान्य लक्षण है। इसमें बार-बार एक ही काम करना, कुछ निश्चित समय पर घूमना, या एक तरीके से दरवाजा बार-बार खोलना शामिल हो सकता है। सिर्फ इसलिए कि आप इस प्रकार के व्यवहार में वो ढल जाते  हैं। 

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भावनात्मक मुद्दों को न समझना: बढ़ती उम्र में एस्पर्जर (Asperger’s syndrome) के कारण सामाजिक या भावनात्मक मुद्दों, जैसे दुख या हताशा की व्याख्या करने के लिए पूछे जाने पर पीड़ित लोगों को थोड़ी मुश्किल हो सकती है। 

अन्य लक्षण

सामाजिक दूरी बनाएं रखना: एस्पर्जर सिंड्रोम (Asperger’s syndrome) वाले लोग सामाजिक संपर्क से दूर रहना ही पसंद करते हैं। 

बोलने में परेशानी होना: इस सिंड्रोम से पीड़ित अडल्ट्स के लिए बोलने में परेशानी हो सकती है, उन्हें बोलते समय एक ही शब्द बार-बार दोहराने की समस्या हो सकती है और अपने आपको  दूसरों के सामने कमजोर महसूस करना हो सकता है। 

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बचाव 

  • खुद को एक ही जीवनशैली में बांधे रखना आपके लिए काफी खतरनाक हो सकता है, आपको रोजाना अपनी जीवनशैली में नई-नई तरह की चीजों को करना चाहिए, जिससे की आपको उन चीजों में आनंद आए और आप खुद को तनावमुक्त रख सकें। 
  • गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन करने से दूरी बनाएं। 
  • लोगों से कटने की आदत को त्यागने की कोशिश करें और लोगों की बात सुनें औप अपनी बातें उनसे साझा करें। 
  • अपने बोलने की क्षमता को बढ़ाएं, किसी के सामने कुछ भी बोलने से हिचकिचाएं नहीं। 

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