वैसे तो जोड़ों का दर्द एक आम समस्या है, जो किसी को भी किसी भी मौसम में हो सकती है। लेकिन कुछ लोगों को बारिश होने पर या ठंड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है। इस बारे में कई अध्ययन किए जा चुके हैं कि क्या मौसम बदलने पर जोड़ों के दर्द में कोई फर्क पड़ता है, लेकिन ज्यादातर अध्ययन हमें कंफ्यूज करते हैं। क्योंकि कुछ अध्ययन तो बताते हैं कि मौसम ठंडा होने पर जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ती है लेकिन कुछ अध्ययन बताते हैं कि जोड़ों में दर्द का मौसम से कोई संबंध नहीं है। हालांकि बड़े जनसमूह पर जो भी रिसर्च की गई हैं, वो यही बताती हैं कि मौसम बदलने पर जोड़ों का दर्द भी घटता या बढ़ता है। आइए आपको इस बारे में और विस्तार से बताते हैं।
क्यों होता है जोड़ों में दर्द
आमतौर पर जोड़ों में दर्द की समस्या अर्थराइटिस के कारण होती है और बारिश या ठंड बढ़ने पर ऐसे ही मरीजों मे दर्द ज्यादा पाया जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार इसका कारण बैरोमेट्रिक प्रेशर में होने वाला बदलाव है, जिसके कारण जोड़ों के आसपास की मांसपेशियां, टेंडन्स और टिशूज सुकड़ती और फैलती हैं। इसलिए जब मौसम ठंडा होता है, तो इनमें सिकुड़न होती है और दर्द बढ़ जाता है, जबकि जब मौसम गर्म होता है, तो ये फैल जाती हैं, इसलिए अपेक्षाकृत कम दर्द होता है।
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जोड़ों में पाया जाने वाला फ्लुइड भी हो सकता है कारण
हम सभी के जोड़ों में एक खास तरल पदार्थ होता है, जिसे साइनोवियल फ्लुइड कहते हैं। इस फ्लुइड की मदद से ही हमारे जोड़ों से जुड़ी हुई हड्डियों को मोड़ने या घुमाने में आपको आसानी होती है। ये एक तरह से लुब्रिकैंट्स (चिकने पदार्थ) की तरह काम करते हैं। मौसम ठंडा होने पर जिस तरह से दूसरे फ्लुइड्स सिकुड़ते हैं, वैसे ही ये भी थोड़ा सिकुड़ता है और गाढ़ा हो जाता है। इसके कारण भी आपको ठंड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द या अकड़न की समस्या महसूस हो सकती है।
अगर जोड़ों में दर्द हो तो सावधान हो जाना चाहिए
कुल मिलाकर अगर आपको जोड़ों में दर्द की समस्या हो और इसके कारण आपको रोजमर्रा के कामों में परेशानी आ रही हो, तो मौसम कोई भी आपको डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच करानी चाहिए। इसका कारण यह है कि आमतौर पर मौसम बदलने पर जोड़ों में दर्द की समस्या युवा या स्वस्थ लोगों को नहीं होती है। हां, बूढ़े लोगों को इस तरह की समस्या हड्डियों की कमजोरी, गठिया या अर्थराइटिस के कारण हो सकती है।
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कैसे रखें अपने जोड़ों को स्वस्थ?
जोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए अंग्रेजी में एक छोटा सा सूत्र है, "motion is lotion"। इसका अर्थ है कि आप जोड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए बाम और लोशन लगाने के बजाय चलना-फिरना और मेहनत करना शुरू कीजिए क्योंकि यही जोड़ों को स्वस्थ रखने का सबसे आसान और सबसे सही तरीका है। अगर आप चलने-फिरने और रखने-उठाने वाला काम करते हैं तो ठीक, लेकिन अगर आप एक ही जगह पर बैठ कर किया जाने वाला काम करते हैं, तो आपके लिए खतरा ज्यादा है। इसलिए ऐसे लोगों को रोजाना एक्सरसाइज करना चाहिए या फिर कुछ फिजिकल स्पोर्ट्स एक्टिविटीज अपनानी चाहिए, जैसे- स्विमिंग करें, साइकिल चलाएं, दौड़ें, पैदल चलें, ट्रेडमिल पर जॉगिंग करें, सीढ़ियां चढ़ें आदि।
इस तरह जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर आपको घबराना नहीं चाहिए, बल्कि इसका सही इलाज कराना चाहिए और अपने शरीर को थोड़ा एक्टिव रखना चाहिए।
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