Who should not take mulberry: गर्मियों में मार्केट में आने वाले तमाम फलों में शहतूत का नाम भी शामिल है। यह खट्टा-मीठा फल न सिर्फ स्वाद बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन सी और कई एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी हैं। शहतूत खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और बीमारियों का खतरा कम होता है। इसमें फाइबर भी अधिक पाया जाता है इसलिए इसे कब्ज और अपच जैसी समस्याओं के लिए फायदेमंद माना जाता है। कैल्शियम और आयरन होने से शहतूत हड्डियों को मजबूत रखने में भी मदद करते हैं। इसके ढ़ेर सारे फायदे होने के बावजूद यह फल हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता है। कई हेल्थ कंडीशन में शहतूत खाना नुकसानदायक भी हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं इसका सेवन किसे नहीं करना चाहिए? साथ ही, इसके सेवन से किन लोगों को परेशानी हो सकती है? इसका जवाब जानने के लिए हमने उज्जैन स्थित लक्ष्मी क्लिनिक एंड मेडिकोज के बीएएमएस आयुर्वेद रत्न डॉ. महेंद्र लालवानी से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इसका जवाब।
शहतूत किसे नहीं खाना चाहिए? Who Should Not Consume Mulberries
शहतूत में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन अगर इसका सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए, तो इससे सेहत को नुकसान हो सकता है। वहीं, कुछ हेल्थ कंडीशन में शहतूत खाना नुकसानदायक भी होता है-
डायबिटीज- Diabetes
डायबिटीज वालों के लिए शहतूत खाना फायदेमंद है। लेकिन, डायबिटीज वालों को कम मात्रा में ही शहतूत का सेवन का करना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल इंबैलेंस हो सकता है। ऐसे में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
खून पतला करने वाली दवाईयां- Blood Thinning Medicines
शहतूत कुछ दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है। खासकर, अगर आप खून पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, उन्हें शहतूत अवॉइड करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि शहतूत में विटामिन K मौजूद होता है। ये खून पतला करने वाली दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है। इससे दवा का असर कम हो सकता है और साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
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किसी तरह की एलर्जी- Allergy
अगर आपको शहतूत या खाने की किसी भी चीज से एलर्जी है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें। क्योंकि जिन लोगों को एलर्जी जल्दी हो जाती है उन्हें शहतूत के सेवन से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। इसके सेवन से शरीर में खुजली, सूजन या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग- Pregnant or Breastfeeding
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान काफी चीजों से परहेज रखना जरूरी होता है। इन कंडीशंस में आपको अपने डॉक्टर की सलाह पर ही शहतूत को डाइट में शामिल करना चाहिए। क्योंकि इन कंडीशंस में कई हार्मोनल चेंजेस आते हैं जिससे साइड इफेक्ट्स का खतरा हो सकता है।
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क्रोनिक हेल्थ कंडीशन- Chronic Health Condition
क्रोनिक हेल्थ कंडीशंस में शहतूत का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि कुछ हेल्थ कंडीशंस में शहतूत से नुकसान हो सकता है। इसलिए अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या के लिए दवा लेते हैं, तो आपको डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
निष्कर्ष
एक्सपर्ट के मुताबिक शहतूत खाना सेहत के लिए फायदेमंद है। लेकिन कुछ हेल्थ कंडीशंस में इससे दूरी बनाकर रखनी चाहिए। इसका सेवन क्रोनिक हेल्थ कंडीशंस, प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग और कुछ तरह की एलर्जी में नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, खून पतला करने वाली दवाओं और डायबिटीज में भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर ज्यादा जानने के लिए एक्सपर्ट से बात करें।
FAQ
शहतूत कौन नहीं खा सकता है?
शहतूत का सेवन क्रोनिक हेल्थ कंडीशंस, प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग और कुछ तरह की एलर्जी में नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, खून पतला करने वाली दवाओं और डायबिटीज में भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।सुबह खाली पेट शहतूत खाने के क्या फायदे हैं?
सुबह खाली पेट शहतूत खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इसे खाने से डाइजेशन इंप्रूव होता है और कब्ज से राहत मिलती है। शहतूत के सेवन से वेट लॉस करना भी आसान होता है। ये रिफ्रेशिंग फ्रूट दिनभर एनर्जेटिक रहने में भी मदद करता है।शहतूत खाने से कौन सी बीमारी दूर होती है?
शहतूत खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और बीमारियों का खतरा कम होता है। इसे कब्ज और अपच जैसी समस्याओं के लिए फायदेमंद माना जाता है। कैल्शियम और आयरन होने से शहतूत हड्डियों को मजबूत रखने में भी मदद करते हैं।