भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोनावायरस का प्रकोप लगातार गहराता जा रहा है। स्वास्थ मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में मरीजों की संख्या पहुंचकर 19,984 हो चुकी है, जिसमें कुल एक्टिव केसेज हैं 15,474 हैं। अब तक इस महामारी से 640 लोगों की मौत और 3,870 लोग ठीक हो चुके हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पूरी दुनिया को एक बार फिर इस महामारी को लेकर चेताया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ टेड्रोस ए.गेब्रेयेसस ने दुनियाभर के लोगों को चेताते हुए कहा है कि कोरोना वायरस का संकट आगे और भी भयावह रूप लेने वाला है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस ए. गेब्रेयेसस ने अपने बयान में ये नहीं बताया कि आखिर उन्हें ऐसा उन्हें क्यों लग रहा है लेकिन उनका मानना है कि आगे यह वायरस और भी गंभीर रूप ले सकता है। गौरतलब है कि ये बात तब सामने आई है, जब कई देशों ने अपने यहां कोरोना वायरस की वजह से लगे प्रतिबंधों में छूट देना शुरू कर दिया है। यानी कि टेड्रोस ए.गेब्रेयेसस की ये चेतावनी इन देशों के लिए इशारा है कि ये अब भी ये न समझे की कोरोनावायरस का प्रकोप खत्म हो गया है और इसे हल्के में लेना बंद कर दें।
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टेड्रोस ने 1918 के स्पेनिश फ्लू का उदाहरण दिया
माना जा रहा है कि टेड्रोस के इस बयान के पीछे ये डर है कि आगे चलकर यह महामारी अफ्रीका के रास्ते गहराए न जाए। ऐसा इसलिए भी क्योंकि अफ्रीकी देशों की स्वास्थ्य व्यवस्था के हालात ठीक नहीं है और अगर वहां ऐसा होता है तो वो इस बीमारी से लड़ नहीं पाएंगे। अपने बयान में टेड्रोस ने 1918 के स्पेनिश फ्लू को याद करते हुए ये चेतावनी दी। टेड्रोस ने कहा कि, ‘यह बहुत ही खतरनाक मेल है और यह हो रहा है। जैसे कि 1918 में स्पेनिश फ्लू के कारण 10 करोड़ लोगों की मौत हो गई थी।’ विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ साथ में भी यह भी कहते हैं कि ''आज हमारे पास सारी टेक्नोलॉजी है। अगर हम चाहें, तो इस आपदा को रोक सकते हैं। 1918 में जैसे हालात हुए थे, हमें इसे वैसा नहीं बनने देना है। हम पर विश्वास करें, अभी हमें इस बीमारी का और बुरा रूप देखने को मिलेगा। इसलिए चलें, इस आपदा को रोकें। यह वायरस है, जिसे अब भी कई लोग समझ नहीं रहे।''
डब्लूएचओ (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस ने अमेरिका को भी दिया जवाब
डब्लूएचओ (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस ने अपने इस बयान में अमेरिका को भी उस बात का जवाब दिया, जिसमें अमेरिका ने डब्लूएचओ पर आरोप लगा रहा है कि कोरोना वायरस से निपटने में डब्लूएचओ ने अपनी जिम्मेदारी का पालन ठीक से नहीं किया है। इसके बाद अमेरिका ने डब्लूएचओ की फंडिंग रोक दी है। अपने जवाब में महानिदेशक टेड्रोस ने कहा, ‘हम पहले दिन से चेतावनी दे रहे हैं कि यह ऐसा खतरनाक वायरस है, जिससे हम सभी को मिलकर लड़ना है।’ इसी तरह कोरोना वायरस के संबंध में पहले दिन से ही अमेरिका से कुछ भी छुपा हुआ नहीं है।''
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वहीं अमेरिका के 'जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय द्वारा इकट्ठे किए गए आंकड़े के अनुसार, कोरोना वायरस से दुनियाभर में लगभग 25 लाख लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं, 1.66 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचने के लिए पूरी दुनिया विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन फॉलो कर रही है और रोजाना इसकी की ओर से नए गाइडलाइन्स जारी किए जाते रहे हैं, ताकि लोगों को इस वायरस से बचाया जा सके।
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