हमारे शरीर की नसें, बॉडी को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करती हैं। ये नसें शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में संदेश भेजने और पाने का काम करती है, जिससे हमारा शरीर सही तरीके से काम करती है। लेकिन, अगर ये नसें कमजोर हो जाती है तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है। लेकिन, क्या आपको पता ही कि नसों की कमजोरी का एक बड़ा कारण शरीर में विटामिन की कमी हो सकती है। अगर आपके शरीर में किसी भी एक विटामिन की कमी हो जाए तो इसका सीधा असर आपके सेहत पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है। ऐसे में आइए एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से जानते हैं कि शरीर में नसों की कमजोरी किस विटामिन की कमी से हो सकती है।
नसों में कमजोरी का कारण बनने वाले विटामिन
शरीर में कई विटामिन की कमी नसों में कमजोरी का कारण (naso me kamjori ke karan) बन सकता है, जिसमें-
1. विटामिन B6
नसों में कमजोरी का कारण शरीर में पाइरिडोक्सिन यानी विटामिन बी6 की कमी हो सकती है। इस विटामिन की कमी और ज्यादा होना दोनों ही आपके नसों के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि ये आपके नर्व को कमजोर करने का कारण बन सकता है। खासकर लंबे समय तक विटामिन बी6 की कमी पोएटिक फाइबर में कमजोरी, पैरों में झुनझुनी और सेंसिटिविटी जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
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2. विटामिन B1
शरीर में थायमिन, जिसे विटामिन बी1 के रूप में भी जाना जाता है, की कमी व्यक्ति में कुपोषण, या गैस्ट्रिक समस्याओं का कारण बन सकता है। इतना ही नहीं, ये ड्राई बेरी-बेरी टाइप की नर्वस कमजोरी का कारण बन सकता है। शरीर में विटामिन बी1 की कमी के कारण पैरों में जलन, झुनझुनी, मांसपेशियों में ऐंठन, चेहरे, जीभ और गले की नसों में कमजोरी की समस्या हो सकती है।
3. विटामिन B12
विटामिन बी12 यानी कोबालामिन की कमी स्पाइनल कॉर्ड और बाहरी न्यूरोपैथी की समस्या का कारण (Can vitamin B12 cause nerve damage?) बन सकता है। इस विटामिन की कमी से सेंसर और मोटर दोनों नर्वस सिस्टम प्रभावित होती है, जिसके कारण आपके आवाज में बदलाव, संतुलन में कमी और हाथ-पैरों में झुनझुनी या कमजोरी की समस्या हो सकती है।
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4. विटामिन ई
शरीर में α-टोकॉफरोल यानी विटामिन ई की कमी भी नर्व सिस्टम में कमजोरी का कारण बन सकता है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट है, जिसकी कमी से स्पिनर सेरेबेलर सिंड्रोम और सेंसर न्यूरोपैथी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस विटामिन की कमी के कारण चलने में समस्या, दिखाई देने में कमी और सेंसर न्यूरोपैथी की समस्या हो सकती है।
निष्कर्ष
नसों में कमजोरी का कारण शरीर में विटामिन बी6, बी1, बी12 और ई की कमी का कारण हो सकता है। इसलिए, अगर आपकी नसों में कमजोरी, दर्द और झुनझुनी महसूस होती है तो आप अपने शरीर में विटामिन की कमी की जांच कराएं और विटामिन की कमी पूरी करने के लिए सही डाइट लें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स लें।
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FAQ
कमजोर नसों का इलाज क्या है?
नसों में कमजोरी का इलाज करने के लिए आप तेल से मालिश, भाप और पंचकर्म चिकित्सा ले सकते हैं। इसके अलावा, कई तरह की जड़ी-बूटियों का सेवन भी नसों की कमजोरी दूर करने में फायदेमंद हो सकता है।क्या खाने से नसों में ताकत आती है?
नसों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जो नसों को स्वस्थ रखने और उन्हें मजबूत बनाने में मदद कर सके, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल है।नर्वस सिस्टम कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?
नर्वस सिस्टम में कमजोरी होने पर आपके मांसपेशियों में कमजोरी, हाथ-पैरों में सुन्नपन और झुनझुनी, चक्कर आना, बोलने में समस्या और ब्रेन फॉग होने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।