Doctor Verified

प्रेग्नेंसी की सबसे मुश्किल तिमाही कौन-सी होती है? आइए डॉक्टर से जानते हैं

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में कौन-सी तिमाही सबसे मुश्किल होती है? 
  • SHARE
  • FOLLOW
प्रेग्नेंसी की सबसे मुश्किल तिमाही कौन-सी होती है? आइए डॉक्टर से जानते हैं

प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है, जिसमें न सिर्फ वो एक नए जीवन को अपने गर्भ के अंदर बड़ा करती है, बल्कि खुद के अंदर होते हुए बदलावों को भी महसूस करती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के अंदर शारीरिक, मानसिक और इमोशनल बदलाव होते हैं, जो स्वास्थ्य पर कई तरह से प्रभाव डालते हैं। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में ये सवाल होता है कि प्रेग्नेंसी का कौन-सा ट्राइमेस्टर सबसे ज्यादा मुश्किल होता है। वैसे तो तीनों तिमाही में महिलाओं को अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन इनमें से उनके लिए सबसे कठिन कौन-सी तिमाही होती है, आइए इस लेख में दिल्ली के आनंद निकेतन में स्थित गायनिका: एवरी वुमन मैटर क्लीनिक की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन (Dr. (Col.) Gunjan Malhotra Sarin, Senior Consultant, Obstetrics and Gynaecologist, Gynecology: Every Woman Matters Clinic, Anand Niketan, Delhi) से जानते हैं?


इस पेज पर:-


प्रेग्नेंसी की हर तिमाही में होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं

प्रेग्नेंसी की तीनों तिमाही में महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे-

1. पहला ट्राइमेस्टर

पहला ट्राइमेस्टर कंसीव करने से लगभह 13वें हफ्ते तक का होता है। पहला ट्राइमेस्टर कई महिलाएं सबसे ज्यादा कठिन मानती हैं। क्योंकि इसमें हार्मोनल उतार-चढ़ाव होता है, जिससे शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। उल्टी, मतली और जी-घबराना कई महिलाओं में काफी आम हो जाता है। कई बार कुछ महिलाओं में यह स्थिति काफी गंभीर बन जाती है, क्योंकि इसके कारण डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं, बहुत सी महिलाओं को पहली तिमाही में बहुत थकान महसूस होती है क्योंकि उनका शरीर प्रेग्नेंसी के शुरुआती चरणों में संतुलन बनाने की कोशिश करता है।

इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में डायरिया होने के क्या कारण हो सकते हैं? बता रहे हैं डॉक्टर

2. दूसरा ट्राइमेस्टर

दूसरी तिमाही को अक्सर गोल्डन पीरियड कहा जाता है, क्योंकि पहली तिमाही के लक्षण इस तिमाही में काफी कम होने लगते हैं। इस तिमाही में महिलाओं की एनर्जी वापस आ जाती है और ज्यादा महिलाओं को आराम महसूस होता है। शिशु की नाड़ी महसूस होने लगती है, जो इमोशनल तरीके से बहुत सकारात्मक होता है। हालांकि, इस समय में भी महिलाओं को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पेट की मांसपेशियों में खिंचाव, हल्का दर्द और थकान महसूस होना दूसरी तिमाही में बहुत आम है।

1 (46)

3. तीसरा ट्राइमेस्टर

बहुत सी महिलाओं के लिए तीसरी तिमाही की प्रेग्नेंसी बहुत से महिलाओं के लिए बहुत कठिन होती है, क्योंकि इनके शरीर में कई तरह के शारीरिक और मानसिक चुनौतियों से गुजरते हैं। प्रेग्नेंसी में पेट बढ़ता है, जिससे पीठ, जोड़ों और हिप्स में दर्द की समस्या भी बढ़ती है, मूत्राशय पर दबाव पड़ने के कारण बार-बार पेशान जाना, सांस लेने में मुश्किल होना, क्योंकि ये गर्भाशय के डायफ्राम को ऊपर के ओर धकेलता है। इसके अलावा, हाथ और पैरों में सूजन की समस्या भी काफी आम है।

इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में बहुत ज्यादा सोना नॉर्मल होता है या नहीं? डॉक्टर से जानें सच्चाई

कौन-सी तिमाही सबसे कठिन होती है?

डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन के अनुसार पहली तिमाही सबसे मुश्किल हो सकती है, खासकर हार्मोनल बदलाव, मॉर्निंग सिकनेस और मानसिक तनाव के कारण। जबकि दूसरी तिमाही में महिलाओं को थोड़ी समस्या के साथ पहले वाली समस्याओं से थोड़ा आराम मिलता है। वहीं तीसरी तिमाही अक्सर फिजिकली और इमोशनली असुविधा से भरी होती है, नींद न आने की समस्या इस तिमाही में सबसे ज्यादा मुश्किल होती है। इसलिए, कौन-सी तिमाही प्रेग्नेंसी की सबसे मुश्किल ट्राइमेस्टर है ये बता पाना काफी मुश्किल है, क्योंकि ये हर महिला में अलग-अलग होता है। कुछ महिलाओं को पहली तिमाही मुश्किल लगती है, तो कुछ को तीसरी तिमाही।

डॉक्टर की राय

ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन का कहना है कि, "कोई भी ट्राइमेस्टर हो, प्रेग्नेंट महिलाओं को यह मानना चाहिए कि यह एक फिजियोलॉजिकल प्रोसेस है और उन्हें सभी ट्राइमेस्टर में मेंटली मजबूत रहने और पॉजिटिव रहने की जरूरत है। साथ ही, इस बात पर भी जोर देने की जरूरत है कि परिवार और दोस्तों का सपोर्ट इन 9 लंबे महीनों में सभी समस्याओं से निपटने के लिए बहुत जरूरी है और नियमित चेकअप कराना भी जरूरी है।"

निष्कर्ष

प्रेग्नेंसी एक अनोखी लेकिन चुनौती से भरी हुई जर्नी होती है, लेकिन सबसे मुश्किल ट्राइमेस्टर कौन-सा है यह बता पाना काफी मुश्किल है, क्योंकि हर महिला का शरीर और अनुभव अलग-अलग होता है।
Image Credit: Freepik

यह विडियो भी देखें

Read Next

हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का खतरा बढ़ा सकती हैं ये 5 गलत‍ियां, न करें नजरअंदाज

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Nov 23, 2025 12:27 IST

    Modified By : Katyayani Tiwari
  • Nov 23, 2025 12:27 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

TAGS