Typhoid During pregnancy in Hindi: प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं। इस दौरान कुछ महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है। ऐसे में उनको मौसम के बदलाव होने पर संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान महिलाओं को बुखार, जी मिचलाना, मितली, चक्कर आना और कभी बैक्टीरियल इंफेक्शन होने की संभावना होती है। गर्भावस्था में महिलाओं को दूषित पानी पीने की वजह से टाइफाइड की समस्या (Typhoid During Pregnancy) हो सकती है। यही कारण है कि डॉक्टर प्रेग्नेंसी में महिलाओं को खानपान पर विशेष रूप से ध्यान देने की सलाह देते हैं। टाइफाइड होने पर महिला को कई दिनों तक बुखार की समस्या हो सकती है। यह बुखार आते जाता रहता है,जो महिला और उसके बच्चे के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकता है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की गाइनाक्लॉजिस्ट डॉ विभा बंसल से जानते हैं कि गर्भावस्था में टाइफाइड के लक्षण और कारण क्या हो सकते हैं। साथ ही, गर्भावस्था में टाइफाइड से बचाव के लिए महिलाओं को क्या करना चाहिए, आदि के बारे में भी जानेंगे?
गर्भावस्था में टाइफाइड के कारण - Causes Of Typhoid During Pregnancy In Hindi
टाइफाइड बुखार एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो Salmonella typhi नामक बैक्टीरिया के संपर्क में आने से होता है। यह बैक्टीरिया दूषित पानी, आहार या अस्वच्छ हाथों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। गर्भवती महिलाओं में यह संक्रमण गंभीर रूप धारण कर सकता है, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य लोगों की तुलना (pregnancy me typhoid kyu hota hai) में कम होती है।
दूषित भोजन और पानी का सेवन
टाइफाइड सामान्यतः दूषित जल और भोजन से फैलता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि जिन जगहों पर पानी का भराव होता है और महिलाएं बारिशों के दिनों में पानी को उबालकर या फिल्टर पानी को नहीं पीती हैं उनको साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। इसके अलावा, दूषित आहार भी टाइफाइड की बड़ी वजह माना जाता है।
साफ सफाई पर ध्यान न देना
ग्रामीण इलाकों में आज भी पानी की निकासी न होने के चलते घरों के बाहर गंदा पानी बहता रहता है। जब महिलाएं इस दूषित पानी के संपर्क आती हैं, तो इससे उनको टाइफाइड का जोखिम बढ़ जाता है। इसके अलावा, सब्जियों और फलों को साफ से धोकर ही प्रेग्नेंट महिलाओं को खाना चाहिए।
इम्यूनिटी कमजोर होना
गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे उनको संक्रमण जल्दी पकड़ सकता है। ऐसे में उनको टाइफाइड का भी जोखिम रहता है।
पहले से मौजूद बीमारियां
गर्भावस्था में यदि किसी महिला को पहले से डायबिटीज, खून की कमी या संक्रमण है तो ऐसे में उनको टाइफाइड होने की संभावना अधिक होती है।
गर्भावस्था में टाइफाइड के लक्षण - Symptoms Of Typhoid During Pregnancy in Hindi
गर्भवती महिलाओं में टाइफाइड के लक्षण आम लोगों की तुलना में कुछ अलग या अधिक तीव्र हो सकते हैं। आगे जानते हैं इनके बारे में।
- गर्भावस्था में टाइफाइड होने पर महिलाओं को तेज बुखार (pregnancy me bukhar aye to kya kare) होता है, जो कई दिनों तक बने रहता है।
- दूषित जल और भोजन के कारण होने वाला टाइफाइड महिला के पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है।
- इस समस्या में महिलाओं को बुखार के साथ ही सिरदर्द की समस्या भी रहती है।
- कुछ महिलाओं को टाइफाइड में कब्ज या दस्त की समस्या हो सकती है।
- गर्भावस्था में टाइफाइड होने पर महिलाओं को कुछ भी खाने का मन नहीं करता है।
गर्भावस्था में टाइफाइड से बचाव के लिए क्या करें? - Pregnancy me typhoid ho to kya karen
- प्रेग्नेंट महिलाओं को बाहर दूषित जगहों से खाने से बचना चाहिए।
- घर में साफ सफाई से खाना बनाएं।
- पीने के पानी को उबाल कर पिएं या फिल्टर पानी पीना शुरु करें।
- स्वच्छ वस्त्र, साफ रसोई और स्वच्छ बर्तन संक्रमण को दूर रखते हैं।
- शौच आदि से आने के बाद हाथों को साफ से धोएं।
- यदि डॉक्टर सलाह दें, तो टाइफाइड से बचने के लिए गर्भावस्था से पहले या प्रारंभिक अवस्था में वैक्सीनेशन करवाया जा सकता है।
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Pregnancy Me Typhoid In Hindi: गर्भावस्था में टाइफाइड की जांच के लिए डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट की सलाह दे सकते हैं। इसकी रोग की पुष्टइ के बाद डॉक्टर प्रेग्नेंसी में महिला की मौजूद स्थिति के आधार पर एंटीबायोटिक्स देते हैं। कुछ मामलों में महिला को कुछ समय के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। यदि, महिला को बुखार के साथ बार-बार उल्टी हो रही है तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
गर्भवती महिला को बुखार आने पर क्या करना चाहिए?
गर्भवती महिला को बुखार आने आराम करना चाहिए। साथ ही, डॉक्टर से संपर्क करें और खुद से दवा लेने के प्रयास न करें। यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।प्रेगनेंसी के बाद बुखार क्यों आता है?
कई महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर होती है, ऐसे में जब मौसम बदलता है तो महिलाओं को संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। संक्रमण के कारण महिलाओं को बुखार के लक्षण महसूस हो सकते हैं।प्रेग्नेंसी में टाइफाइड से बचने के लिए क्या करें?
प्रेग्नेंसी में टाइफाइड से बचने के लिए आप बाहर के तले भूने खाने से परहेज करें। इसके साथ ही, पानी को फिल्टर करके ही पिएं, इसके अलावा, भोजन को पकाने से पहले हाथ और सब्जियों को साफ से धोएं।