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आयुर्वेद के अनुसार सरसों का तेल कब नहीं खाना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें

When To Avoid Eating Mustard Oil: क्या सरसों का तेल खाने से भी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है? इस लेख में जानें सरसों का तेल कब नहीं खाना चाहिए।
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आयुर्वेद के अनुसार सरसों का तेल कब नहीं खाना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें


When To Avoid Eating Mustard Oil: सरसों का तेल हमारे दैनिक खानपान का एक अहम हिस्सा है। बचपन से हम अपने घरों में खाना पकाने के लिए सरसों के तेल का प्रयोग देखते आ रहे हैं। हेल्दी फैट और कई अन्य जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर यह तेल सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। लेकिन आपको यह सुनकर बहुत हैरानी हो सकती है कि कुछ लोगों के लिए सरसों का तेल खाना नुकसानदायक हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, कुछ स्थितियों में सरसों के तेल के सेवन सख्त बचने की सलाह दी जाती है। आयुर्वेदिक चिकित्सक और थायराइड एक्सपर्ट, डॉ. अल्का विजयन ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में ऐसी 5 स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में बताया है, जिनमें सरसों का तेल खाने से उनकी स्थिति बदतर हो सकती है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

When To Avoid Eating Mustard Oil in hindi

सरसों का तेल कब नहीं खाना चाहिए- When To Avoid Eating Mustard Oil In Hindi

डॉ. अल्का की मानें तो "आयुर्वेद के अनुसार, सरसों का तेल प्रकृति में बहुत गर्म होता है। इसलिए जब आप सरसों के तेल का सेवन करते हैं, तो यह शरीर में गर्मी को बढ़ाता है। ऐसे में आपको इन 5 स्थितियों में सरसों का तेल खाने से सख्त परहेज करना चाहिए।

1. गर्मियों के मौसम में

2. अगर आपको एग्जिमा और सोरायसिस जैसी एलर्जिक समस्याओं से पीड़ित हैं।

3. गैस्ट्राइटिस या पेट में गैस से जुड़ी समस्याएं

4. मसूड़ों से खून निकलने और बवासीर होने पर 

5. अगर आपको पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग हो रही है

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तो क्या सरसों का तेल नहीं खाना चाहिए- Should You Avoid Mustard Oil In Hindi

डॉ. अल्का के अनुसार, "यदि आप एक ठंडे प्रदेश या राज्य में रहते हैं और उपरोक्त किसी भी समस्या से पीड़ित नहीं हैं, तो सरसों का तेल आपके लिए आदर्श है। इससे आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं हो सकता है। बल्कि इससे आपकी सेहत को कई लाभ मिल सकते हैं जैसे,

  • यह शरीर में वात को संतुलित करता है और शरीर की अग्नि में सुधार करता है
  • वजन घटाने में मदद करता है
  • यह आपको परजीवी कृमि संक्रमण से बचाव और इनके इलाज में मदद करता है
  • योनि में खुजली से राहत प्रदान करता है

एक्सपर्ट क्या सलाह देती हैं?

डॉ. अल्का बताती हैं कि "मैंने लंबे समय से सूजन, विशेष रूप से एक्जिमा, सोरायसिस, दर्द जैसी उपरोक्त स्थितियों वाले रोगियों की प्रारंभिक जांच के दौरान पाया कि अधिकांश लोग गर्मियों में सरसों के तेल का उपयोग कर रहे थे। सर्दियां बहुत पहले ही बीत चुकी थीं, लेकिन उनकी सर्दियों की आदतें अभी भी जारी थीं, जिनमें सबसे आम था सरसों के तेल में खाना बनाना। इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि आपको हमेशा मौसम के अनुसार भोजन का चुनाव करना चाहिए। ताकि आप साल भर स्वस्थ रह सकें।"

All Image Source: Freepik

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