क्या कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर आप भी हो जाते हैं चिंतित? डॉक्टर से जानें कब करनी चाहिए फिक्र

हाई कोलेस्ट्रॉल कई समस्याओं का कारण बनता है। कई बार यह चिंता का सबब बन जाता है। आइये डॉक्टर से जानते हैं इसे लेकर कब चिंता करनी चाहिए।  
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क्या कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर आप भी हो जाते हैं चिंतित? डॉक्टर से जानें कब करनी चाहिए फिक्र


स्वस्थ रहने के लिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बैलेंस रहना भी बेहद जरूरी होता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ना शरीर में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का लक्षण होता है। खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से कई बार रक्त प्रवाह भी बाधित हो जाता है। इसके बढ़ने का कारण जंक और प्रोसेस्ड फूड्स खाना और खराब जीवनशैली फॉलो करना माना जाता है। आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर लोग चिंतित हो जाते हैं। क्या आप भी उन्हीं में से एक हैं। अगर हां, तो इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कोलेस्ट्रॉल के लिए चिंता कब करनी चाहिए। आइये न्यूट्रिश्निस्ट राशि चौधरी से जानते हैं कोलेस्ट्रॉल चिंता का विषय कब बनता है। 

कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल? 

बहुत से लोग कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर चिंता करने लगते हैं, लेकिन वास्तव में इसका थोड़ा-बहुत बढ़ना कोई बड़ी विषय नहीं है। शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं एचडीएल और एलडीएल। जिसमें से एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर पुरुषों में  35 to 65 mg/dL और महिलाओं में 35 to 80 mg/dL माना जाता है। वहीं, बात करें अगर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल तो यह 100 से लेकर 200 तक नॉर्मल माना जाता है। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल इससे ज्यादा बढ़ता है तो इसपर ध्यान देने की जरूरत है। 

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर कब चिंता करनी चाहिए? 

  • वास्तव में कोलेस्ट्रॉल चिंता का विषय तब बन जाता है, जब कोलेस्ट्रॉल हाई होने के साथ ही आपको अन्य शारीरिक समस्याएं भी हों। 
  • अगर आपका होमोसिस्टीन का लेवल हाई हो तो भी यह चिंता का विषय है। 
  • वहीं, कोलेस्ट्रॉल के साथ अगर आप-प्रीडायबिटिक हैं तो भी यह एक समस्या है। 
  • अगर आपका एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का 40 से नीचे हो तो भी यह चिंता का विषय हो सकता है।  
  • एचएस-सीआरपी का लेवल हाई होना भी स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा करता है। 

कोलेस्ट्रॉल कम करने के तरीके 

  • कोलेस्ट्रॉल घटाने के लिए आपको सबसे पहले जंक और प्रोसेस्ड फूड्स खाने से बचना चाहिए। 
  • इसके लिए आपको अपना वजन कंट्रोल में रखने की जरूरत है। 
  • शराब और धूम्रपान की आदत छोड़ें और एक अच्छी जीवनशैली अपनाएं। 
  • इसके लिए आपको डाइट में फलों और सब्जियों को ज्यादा शामिल करना चाहिए। 

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