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पुरुषों में हाई एस्ट्रोजन बन सकता है इन 5 समस्याओं का कारण, एक्सपर्ट से जानें

Effects of Estrogen on Males in Hindi: पुरुषों में एस्ट्रोजन बढ़ने पर कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। आइये एक्सपर्ट से जानते हैं इसके बारे में।
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पुरुषों में हाई एस्ट्रोजन बन सकता है इन 5 समस्याओं का कारण, एक्सपर्ट से जानें


Effects of Estrogen on Males in Hindi: स्वस्थ रहने के लिए शरीर में हार्मोन्स का बैलेंस रहना काफी जरूरी होता है। किसी भी हार्मोन में होने वाला उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। कई बार शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। यह हार्मोन्स का एक प्रकार का समूह है, जिसे आमतौर पर सेक्स हार्मोन भी कहा जाता है। यह हार्मोन महिलाओं के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ाने में मददगार होता है। कई बार इसका लेवल पुरुषों में भी बढ़ जाता है। वहीं, कुछ पुरुषों में इसका स्तर कम भी होता है, जो कई कारणों से हो सकता है। इसलिए एस्ट्रोजन हार्मोन का हमेशा बैलेंस रहना ही फायदेमंद होता है। आइये डाइटिशियन मनप्रीत कालरा से जानते हैं पुरुषों में एस्ट्रोजन बढ़ने के कारण और इससे होने वाली समस्याएं। 

पुरुषों में एस्ट्रोजन बढ़ने के कारण

पुरुषों में एस्ट्रोजन बढ़ने के पीछे बहुत से कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
पुरुषों में मोटापा या खराब लाइफस्टाइल एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ा सकता है।
ज्यादा दवाएं खाने से भी कई बार एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ सकता है।
उम्र बढ़ने या ज्यादा स्ट्रेस लेने से भी यह हार्मोन बढ़ सकता है।
कई बार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते भी एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ सकता है। एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के पीछे काफी हद तक खराब डाइट को भी जिम्मेदार माना जाता है। 

 

 

 

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पुरुषों में एस्ट्रोजन बढ़ने से होने वाली समस्याएं

  • पुरुषों में एस्ट्रोजन बढ़ने से गाइनेकोमेस्टिया की समस्या हो सकती है। इस हार्मोन के बढ़ने से ब्रेस्ट के टिशु की ग्रोथ होती है, जिससे गाइनेकोमेस्टिया हो सकता है।
  • एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ने से पुरुषों में स्पोर्म बनने की क्षमता पर असर पड़ने के साथ ही उसकी क्वालिटी भी कम हो जाती है, जिससे इनफर्टिलिटी हो सकती है।
  • इससे पुरुषों में फ्लूड रिटेंशन की समस्या हो सकती है। जिससे शरीर के अंगों जैसे हाथ-पैर आदि में सूजन आ सकती है।
  • एस्ट्रोजन बढ़ने से पुरुषों में न्यूरोट्रांसमिटर पर असर पड़ता है, जिससे कई बार चिड़चिड़ापन या थकान महसूस हो सकती है।
  • एस्ट्रोजन बढ़ने पर कई बार शरीर में जमा फैट जांघों या हिप्स पर भी पहुंच सकता है।

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