Estrogen Dominance In Female: उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं। दरअसल, शरीर में होने वाले अधिकतर बदलाव हार्मोन्स में आने वाले बदलावों के कारण होते हैं। खराब खानपान और खराब लाइफस्टाइल के कारण भी हार्मोन्स हेल्थ पर असर पड़ता है। इसके कारण हार्मोन्स इंबैलेंस हो सकते हैं। इसी तरह महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन इंबैलेंस होने की संभावना रहती है। एस्ट्रोजन महिलाओं की सेहत के लिए सबसे जरूरी हार्मोन है। यह हार्मोन महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ और पीरियड्स साइकिल को बैलेंस रखने में मदद करता है। अगर शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बिगड़ जाता है, तो इसकी वजह से एस्ट्रोजन डोमिनेंस की स्थिति आ सकती है। इस स्थिति से ग्रस्त महिलाओं का वजन शरीर के निचले हिस्से से ज्यादा बढ़ता है। इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने बात कि गुरुग्राम स्थित सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आस्था दयाल से। आइए लेख के माध्यम से जानें इन सभी प्रश्नों के उत्तर।
एस्ट्रोजन डोमिनेंस क्या है? What Is Estrogen Dominance
एस्ट्रोजन डोमिनेंस एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बाकी हार्मोन्स के मुकाबले अधिक होता है। एस्ट्रोजन बढ़ने के कारण शरीर में कई बदलाव एक साथ नजर आ सकते हैं। यह पीरियड्स साइकिल से लेकर सेक्सुअल हेल्थ तक हर चीज को प्रभावित कर सकता है।
इसे भी पढ़ें- शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को बैलेंस करने के लिए खाएं ये 5 फूड्स, कई बीमारियां भी होंगी दूर
एस्ट्रोजन डोमिनेंस के क्या कारण होते हैं? What are the causes of Estrogen Dominance
अगर आपकी डाइट ठीक नहीं है तो ऐसे में आपको एस्ट्रोजन डोमिनेंस का खतरा हो सकता है। इसके अलावा, शरीर में दूसरे हार्मोन्स के इंबैलेंस होने की वजह से भी यह स्थिति आ सकती है। ज्यादा तनाव लेने या प्लास्टिक और कॉस्मेटिक के समान में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स भी एस्ट्रोजन डोमिनेंस की वजह बन सकते हैं। इनके अलावा वजन बढ़ने, लिवर से जुड़ी समस्याओं और हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिक के कारण भी एस्ट्रोजन डोमिनेंस की स्थिति आ सकती है।
एस्ट्रोजन डोमिनेंस के लक्षण क्या होते हैं? Signs of Estrogen Dominance
एक्सपर्ट के मुताबिक एस्ट्रोजन डोमिनेंस होने पर आपको कुछ खास लक्षण नजर आ सकते हैं-
- पीरियड्स इर्रेगुलर होना या हैवी पीरियड्स आना
- लगातार वजन बढ़ते जाना।
- इस स्थिति में हिप्स और थाई पर चर्बी ज्यादा जमती है।
- थकावट या लो एनर्जी महसूस करना
- शरीर में सूजन या ब्रेस्ट में बदलाव नजर आना
- मूड स्विंग्स, एंग्जायटी और डिप्रेशन की स्थिति होना
- लिबिडो की कमी होना
- ब्लोटिंग या वाटर रिटेंशन की स्थिति होना
इसे भी पढ़ें- एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स के असंतुलन का संकेत हो सकते हैं ये 8 लक्षण, जानें इन हार्मोन्स का काम
एस्ट्रोजन डोमिनेंस को कंट्रोल करने के लिए क्या करें?
अगर आपको इससे जुड़ा कोई भी लक्षण नजर आता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि इस स्थिति में कई बार दवा लेने की जरूरत हो सकती है। अपनी डाइट में जंक और प्रोसेस्ड फूड न लें। क्योंकि इनके सेवन से हार्मोन हेल्थ को नुकसान हो सकता है। लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाकर रखें। रोज एक्सरसाइज करें और वेट मेंटेन करके रखें। इनसे आपको इस स्थिति को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
लेख में हमने एस्ट्रोजन डोमिनेंस के बारे में जाना। एक्सपर्ट ने बताया कि यह स्थिति क्यों होती है और इसमें क्या लक्षण नजर आते हैं। अगर आप डाइट और लाइफस्टाइल को बैलेंस कर लेते हैं, तो आप एस्ट्रोजन डोमिनेंस से बच सकते हैं।