
क्या आपको अक्सर बार-बार पेशाब आता है, बहुत प्यास लगती है या शरीर जल्दी थक जाता है? अगर हां, तो यह सिर्फ थकान या गर्मी का असर नहीं, बल्कि डायबिटीज का शुरुआती संकेत भी हो सकता है। बहुत से लोग सोचते हैं कि शुगर की जांच केवल ब्लड टेस्ट से ही संभव है, लेकिन सच्चाई यह है कि पेशाब (Urine) में भी डायबिटीज के शुरुआती निशान छिपे होते हैं। डॉक्टर बताते हैं कि जब शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बहुत बढ़ जाता है, तो अतिरिक्त ग्लूकोज पेशाब के माध्यम से बाहर निकलने लगता है। इसीलिए पेशाब में शुगर या प्रोटीन की मौजूदगी यह बता सकती है कि शरीर में शुगर कंट्रोल बिगड़ रहा है या नहीं। यही वजह है कि यूरिन टेस्ट डायबिटीज की शुरुआती स्क्रीनिंग के लिए एक आसान, सस्ता और प्रभावी तरीका माना जाता है। इस लेख में एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से जानिए, डायबिटीज जांच के लिए यूरिन टेस्ट का सही समय क्या होता है?
डायबिटीज जांच के लिए यूरिन टेस्ट का सही समय - Best Time For Urine Test For Diabetes
डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज बताते हैं कि टेस्ट का समय जितना सही होगा, रिजल्ट उतने ही सटीक आएंगे। डॉक्टर का कहना है कि सुबह का पहला पेशाब (early morning urine sample) डायबिटीज की जांच के लिए सबसे भरोसेमंद माना जाता है, क्योंकि इस समय शरीर रातभर उपवास यानी फास्टिंग की स्थिति में रहता है। मॉडर्न लाइफस्टाइल और बढ़ते तनाव के बीच अब हर किसी को अपने शुगर लेवल पर नजर रखना जरूरी है।
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- रातभर भोजन न लेने से यह फास्टिंग कंडीशन दिखती है।
- पेशाब Concentrated होती है, जिससे शुगर या कीटोन्स का पता आसानी से लगाया जा सकता है।
- यह शरीर की बेसलाइन स्थिति बताता है, जो डायबिटीज के इलाज में सहायक है।
- डॉक्टर सलाह देते हैं कि यदि किसी व्यक्ति को डायबिटीज का शक है, तो सुबह उठते ही, बिना कुछ खाए या पिए, पहले पेशाब का सैंपल एक साफ, सूखे कंटेनर में इकट्ठा कर लैब में भेजना चाहिए।
पेशाब टेस्ट के प्रकार - Types of urine tests
1. रैंडम यूरिन टेस्ट - Random Urine Test
इसे दिन में किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सटीकता कम होती है।
2. फास्टिंग यूरिन टेस्ट - Fasting Urine Test
यह सुबह खाली पेट किया जाता है। इसमें रातभर के उपवास के बाद का पहला पेशाब लिया जाता है, जिससे रिजल्ट ज्यादा सटीक आते हैं।
3. 24 घंटे का यूरिन टेस्ट - 24-hour Urine Collection
इसमें पूरे दिन का पेशाब इकट्ठा कर जांच की जाती है। यह बताता है कि शरीर एक दिन में कितना ग्लूकोज और प्रोटीन बाहर निकाल रहा है।
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टेस्ट से पहले क्या सावधानियां
- टेस्ट से 24 घंटे पहले बहुत ज्यादा मीठा, कॉफी या शराब का सेवन न करें।
- अगर कोई दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर को बताएं, क्योंकि यह टेस्ट रिजल्ट को प्रभावित कर सकती है।
- सैंपल लेने के लिए साफ, सूखे और ढक्कन लगे बर्तन का इस्तेमाल करें।
- टेस्ट से पहले जननांगों की सफाई करें ताकि कोई इंफेक्शन या बाहरी तत्व रिजल्ट को प्रभावित न करें।
डॉक्टर की राय
डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज बताते हैं, ''पेशाब टेस्ट एक आसान और प्रारंभिक जांच है, लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर इसमें शुगर या प्रोटीन दिखे, तो तुरंत ब्लड टेस्ट कराना जरूरी है। सुबह का पहला सैंपल सबसे ज्यादा सटीक माना जाता है क्योंकि इसमें बाहरी कारकों का प्रभाव कम होता है।''
निष्कर्ष
डायबिटीज की समय पर पहचान जीवन बचा सकती है। पेशाब टेस्ट एक सरल और सस्ता तरीका है जिससे शरीर में ग्लूकोज या कीटोन्स के असामान्य लेवल का पता चल सकता है। सुबह का पहला पेशाब इस टेस्ट के लिए सबसे बेहतर माना गया है, क्योंकि यह शरीर की असली मेटाबॉलिक स्थिति को दिखाता है। यदि रिजल्ट असामान्य हों, तो तुरंत एंडोक्राइनोलॉजिस्ट या डायबिटीज एक्सपर्ट से संपर्क करें।
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Oct 12, 2025 18:01 IST
Published By : Akanksha Tiwari