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पेट दर्द से लेकर उल्टी तक हो सकते हैं पैंक्रियाज डिविसम के लक्षण, डॉक्टर से जानें इसके कारण

शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है और यह इंसुलिन पैंक्रियाज में बनती है। ऐसे में पैक्रियाज के कार्य ठीक से न होने पर कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आगे जानते हैं पैंक्रियाज डिविसम के कारण और लक्षण क्या होते हैं?
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पेट दर्द से लेकर उल्टी तक हो सकते हैं पैंक्रियाज डिविसम के लक्षण, डॉक्टर से जानें इसके कारण


शरीर में मौजूद हर अंग का एक विशेष कार्य होता है। इन अंगों में पैंक्रियाज में मौजूद बीटा सेल्स शरीर में इंसुलिन बनाने का मुख्य कार्य करते हैं। यही इंसुलिन ब्लड में पहुंचकर ब्लड में मौजूद शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। लेकिन, जब पैंक्रियाज के कार्यों में बाधा आती है तो व्यक्ति को ब्लड शुगर में बढ़ोतरी के साथ ही कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुछ लोगों को जन्म से ही पैक्रियाज से जुड़ी समस्याएं होती हैं, इनमें पैंक्रियाज डिविसम (Pancreas Divisum) को भी शामिल किया जाता है। हालांकि यह कम लोगों में देखने को मिलती है, लेकिन उसके बावजूद भी यह पेट दर्द और उल्टी जैसे लक्षणों का कारण बन सकती है। इस लेख में नारायणा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ गौरव गर्ग से जानते हैं कि पैंक्रियाज डिविसम के कारण और लक्षण क्या हो सकते हैं?

पैंक्रियाज डिविसम की समस्या क्या होती है? - What is Pancreas Divisum In Hindi

पैंक्रियाज डिविसम एक जन्म से होने वाली विकृति (Congenital Anomaly) है। इसमें अग्न्याशय यानी पैंक्रियाज की दो अलग-अलग नलिकाएं (ducts) आपस में पूरी तरह से नहीं जुड़ पाती हैं। सामान्यतः भ्रूण ग्रोथ के दौरान पैक्रियाज की दो नलिकाएं (ventral और dorsal ducts) आपस में जुड़कर एक एक नली बनाती हैं, जिससे पाचन रस छोटी आंत (duodenum) तक पहुंचते हैं। लेकिन पैंक्रियाज डिविसम में ये दोनों नलिकाएं जुड़ती ही नहीं, जिससे पाचन एंजाइम्स छोटी आंत में एक छोटे मार्ग से गुजरते हैं। यह रुकावट या एंंजाइम्स के स्लो रिलीज होने से भविष्य में पैंक्रियाटाइटिस (अग्न्याशय की सूजन) जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।

Causes Of Pancreas Divisum In Hindi

पैंक्रियाज डिविसम के कारण - Causes Of Pancreas Divisum In Hindi

यह एक जन्म से होने वाली स्थिति है, यानी बच्चा जब मां के गर्भ में होता है तभी यह असामान्यता विकसित होती है। यह कोई रोग या जीवनशैली की वजह से नहीं होता, बल्कि भ्रूण के विकास के दौरान ही पैंक्रियाज की नलिकाएं किसी कारण वश नहींं जुड़ी पाती हैं। फिलहाल, तो इसके न जुड़ने के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन यह एक नेचुरल ग्रोथ में होने वाली गड़बड़ी है। लेकिन, आप इसे अनुवांशिक (genetic) नहीं मान सकते हैं। जैसा कि पहले बताया गया है कि इसके होने की संभावना बेहद कम होती है। साथ ही, शुरुआत में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।

पैंक्रियाज डिविसम के लक्षण - Symptoms Of Pancreas Divisum In Hindi

अधिकांश मामलों में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ लोगों में यह स्थिति आगे बताई समस्याओं की वजह बन सकती है।

  • पेट के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द
  • जी मिचलाना और उल्टी
  • बुखार आना
  • पेट फूलना
  • लंबे समय तक पेट दर्द
  • वजन कम होना आदि।

ध्यान दें कि सभी लोगों में ये लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। कई लोग बिना किसी परेशानी के जीवन भर इस स्थिति के साथ रह सकते हैं।

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इसकी पहचान के लिए डॉक्टर एमआरआई स्कैन, एक्स रे, सीटी स्कैन, पेट का अल्ट्रासाउंड करने की सलाह दे सकते है। इसके अलावा, एंडोस्कोपी, दवाओं और कई मामलो में सर्जरी के द्वारा इसका इलाज किया जाता है। पैंक्रियाज डिविसम एक जन्मजात स्थिति है जो अधिकांश लोगों के लिए हानिरहित होती है। लेकिन कुछ मामलों में यह बार-बार होने वाली पैंक्रियाटाइटिस जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। समय पर इसकी पहचान करने और उचित इलाज से इससे जुड़ी जटिलताओं से बचा जा सकता है।

FAQ

  • पैंक्रियाज खराब होने के क्या लक्षण हैं?

    पैंक्रियाज (अग्नाशय) के खराब होने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, जिनमें से कुछ गंभीर भी हो सकती हैं। खराब पैंक्रियाज के कारण पाचन तंत्र में समस्याएं, ब्लड शुगर लेवल में असंतुलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
  • पैंक्रियास कमजोर होने पर कौन सा रोग होता है?

    आपको पीलिया भी हो सकता है। गंभीर मामलों में, आपका अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर सकता है, जिससे डायबिटीज हो सकता है। क्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस, अग्नाशय के कैंसर के लिए एक जोखिम कारक है।
  • पैंक्रियाज को ठीक करने के क्या उपाय हैं?

    पैंक्रियास को ठीक करने के लिए, स्वस्थ आहार लेना, भरपूर आराम करना, शराब और धूम्रपान से दूर रहना, और डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लेना आवश्यक है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 12, 2025 14:58 IST

    Published By : Vikas Arya