पैंक्रियाज, पेट के पीछे स्थित एक अंग होता है। यह ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने और पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डायबिटीज वाले व्यक्तियों में पैंक्रयाज पर अधिक दबाव पड़ता है, इसके कार्य में बाधा उत्पन्न होती है। वहीं कई बार पैंक्रि याज में कई तरह की समस्याएं भी देखने को मिलती है। इन समस्याओं में पैंक्रियाज सिस्ट को भी शामिल किया जा सकता है। ग्रेटर नोएड़ा के यर्थाथ अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन और डायबेटोलॉजिस्ट डॉक्टर एन के सोनी से समस्या को समझने के लिए आपको पैंक्रियाज और डायबिटीज के बीच के कनेक्शन को समझना होगा। साथ ही, डायबिटीज में लोगों के जोखिम को जानना भी बेहद जरूरी है।
पैंक्रियाज के कार्य क्या होते हैं - What is pancreas function?
- एक्सोक्राइन फंक्शन: एक्सोक्राइन में पैंक्रियाज इस तरह एंजाइम का उत्पादन करता है, जो छोटी आंत में भोजन के पाचन में सहायता करते हैं। ये एंजाइम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट को तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे पोषक तत्वों के अवशोषण और पाचन में आसानी होती है।
- एंडोक्राइन फंक्शन: एंडोक्राइन फंक्शन में पैंकियाज आइलेट्स नामक कोशिकाओं के समूह होते हैं, जो इंसुलिन और ग्लूकागन (glucagon) जैसे हार्मोन का उत्पादन करते हैं। ये हार्मोन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करते हैं और शरीर के द्वारा एनर्जी के लिए ग्लूकोज का उचित उपयोग किये जाने वाली प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं।
डायबिटीज और पैंक्रियाज सिस्ट के बीच के बीच संबंध - Diabetes and Pancreatic Cyst Relation in Hindi
पैक्रियाज सिस्ट लिक्विड (तरल पदार्थ) से भरी थैली होती हैं, जो पैंक्रिया के भीतर बनती हैं। अधिकतर पैंक्रियाज सिस्ट सॉफ्ट होते हैं, जबकि कुछ सिस्ट संक्रमण, सूजन या, दुर्लभ मामलों में, कैंसर जैसी जटिलताओं के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। डायबिटीज में व्यक्ति को कई तरह के रोग होने की संभावना अधिक होती है। ठीक इसी तरह डायबिटीज में व्यक्ति को पैंक्रियाज सिस्ट का खतरा अधिक होता है। डायबिटीज वाले लोगों में पैंक्रियाज सिस्ट होने के पीछे कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। आने जानते हैं इन कारकों के बारे में।
टॉप स्टोरीज़
पैंक्रिया सूजन में लंबे समय से सूजन
डायबिटीज में, विशेष रूप से टाइप 2 डायबिटीज में व्यक्ति के पैंक्रियाज में बेहद कम सूजन बनी रह सकती है। यह पैंकियाज के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। पैंक्रियाज में लंबे समय तक सूजन समय के साथ सिस्ट होने की संभावना को बढ़ा सकती है।
इंसुलिन रेसिस्टेंस
इंसुलिन रेसिस्टेंस, टाइप 2 डायबिटीज की एक पहचान है, यह अप्रत्यक्ष रूप से पैंक्रियाज में सिस्ट होने के खतरे को बढ़ा सकती है। यह पैंक्रियाज के सेलुलर सिग्नलिंग मार्गों में परिवर्तन से संबंधित है, जो सिस्ट बनने को बढ़ावा दे सकता है।
मोटापा
मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज के लिए एक सामान्य जोखिम कारक है, जो पैंक्रियाज सिस्ट के बढ़ते जोखिम से भी जुड़ा है। एक्सट्रा फैट, टिश्यू में सूजन, हार्मोनल असंतुलन और मेटाबॉलिज्म संबंधी गड़बड़ी कर सकता है।
अंतर्निहित आनुवंशिक कारक
कुछ व्यक्तियों में आनुवंशिक प्रवृत्ति के चलते डायबिटीज और पैंक्रियाज सिस्ट दोनों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ सकती है। जीन्स में म्यूटेशन की वजह से पैंक्रियाज के कार्य में बदलाव हो सकता है।
डायबिटीज में पैंक्रियाज सिस्ट से बचाव के तरीके - Prevention Tips Of Pancreatic Cyst in Hindi
- नियमित जांच: डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों को पैंक्रियाज की नियमित जांच करानी चाहिए।
- जीवनशैली में बदलाव: एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जिसमें नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, वजन को कंट्रोल रखना और धूम्रपान से दूरी बनाएं।
इसे भी पढ़ें: Home Remedies For Diabetes: डायबिटीज को करना है कंट्रोल, तो अपनाएं एक्सपर्ट के बताए ये 3 घरेलू उपाय
पैंक्रियाज सिस्ट से बचने के लिए डायबिटीज को कंट्रोल में रखें। इसके लिए आप डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। इससे आपके शरीर का मोटापा कंट्रोल होगा। वहीं, डाइट में चीनी का सेवन न करें। इससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे नॉर्मल हो जाएगा।