When Do Most Heart Attacks Occur in Hindi: आज के समय में दिल की बीमारी दुनियाभर में लोगों की मौत का एक बड़ा कारण बना हुआ है। भारत में भी पिछले कई सालों में युवाओं की मौत का कारण हार्ट अटैक, कार्डियर अरेस्ट जैसे कारण बने हुए है। लोगों के बीच बढ़ता तनाव, शारीरिक गतिविधियों की कमी और खराब लाइफस्टाइल को अक्सर दिल की बीमारियों से जोड़ा जाता है। हार्ट अटैक, अक्सर तब होता है, जब आपके दिल की मांसपेशियों को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, क्योंकि ब्लड फ्लो में रुकावट आ जाती है। लेकिन, एक सवाल जो लोगों के मन में अक्सर हार्ट अटैक को लेकर आता है, वो ये कि दिन का ऐसा कौन-सा समय है, जिसमें लोगों को सबसे ज्यादा हार्ट अटैक आने का जोखिम होता है। आज के इस लेख में हम गुरुग्राम के पारस हेल्थ के निदेशक एवं यूनिट हेड के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमित भूषण शर्मा (Dr. Amit Bhushan Sharma, Director & Unit Head, Cardiology, Paras Health, Gurugram) से जानने की कोशिश करते हैं कि दिन के किस समय हार्ट अटैक ज्यादा आता है और इसके पीछे क्या कारण है?
सबसे ज्यादा हार्ट अटैक कब होता है?
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमित भूषण शर्मा के अनुसार, "हार्ट अटैक सबसे ज्यादा सुबह के समय होते हैं, खासकर सुबह 6 बजे से 10 बजे के बीच (din me kab jyada heart attack hota hai) में। सुबह के समय सबसे ज्यादा हार्ट अटैक होने का मुख्य कारण शरीर की नेचुरल सर्केडियन रिदम है। दरअसल, इस समय पर तनाव से जुड़े हार्मोन जैसे कोर्टिसोल और एड्रेनालिन शरीर में बढ़ जाते हैं, जिससे दिल की धड़कन तेज होती है, ब्लड प्रेशर बढ़ता है और खून में थक्के (What causes early morning heart attacks?)बनने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। शरीर में होने वाले ये बदलाव दिल पर ज्यादा दबाव डालते हैं, खासकर उन लोगों में जिनको पहले से दिल की बीमारी है या जिनमें हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर या स्मोकिंग जैसी रिस्क फैक्टर्स हैं। इतना ही नहीं, सुबह के समय खून के प्लेटलेट्स ज्यादा चिपचिपे हो जाते हैं, जिससे ब्लड क्लॉट बनने का जोखिम बढ़ जाता है, खासकर जब धमनियों में पहले से रुकावट हो, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।"
इसे भी पढ़ें: Heart Attack Treatment: हार्ट अटैक में CPR के बाद अगला स्टेप क्या है? जानें पूरा इलाज
हार्ट अटैक आने के समय को लेकर क्या कहती है स्टडी
सबसे ज्यादा हार्ट अटैक कब होता है? या हार्ट अटैक सुबह क्यों आता है? ये सवाल लोगों के बीच काफी आम हो गया है, जिसका कारण हर कोई जानने की कोशिश करता है। डॉ. अमित भूषण शर्मा के अनुसार सुबह के समय सबसे ज्यादा हार्ट अटैक आता है। वहीं इस बारे में कई रिसर्च की गई है, जिनमें से नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसि की स्टडी के अनुसार, "मायोकार्डियल इस्कीमिया (हार्ट अटैक), अचानक कर्डियक डेथ और थ्रोम्बोटिक स्ट्रोक, ये सभी सर्कैडियन बदलाव के साथ होते हैं और सुबह उठने के बाद सबसे ज्यादा होते हैं। इसके अलावा, शारीरिक मेहनत और मानसिक तनाव हार्ट अटैक के सामान्य कारक हैं। सुबह उठना, शारीरिक मेहनत करना और मानसिक तनाव कई शारीरिक मापदंडों को प्रभावित (Why are heart attacks more common in the morning?) करते हैं, जिनमें ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट, प्लाज्मा एपिनेफ्रीन का लेवल, कोरोनरी ब्लड फ्लो और एंडोथेलियल कार्य शामिल हैं।"
इसे भी पढ़ें: 1 महीने से हो रही हैं ये 5 समस्याएं, हो सकते हैं हार्ट अटैक के संकेत, न करें नजरअंदाज
हार्ट अटैक सुबह क्यों आता है?
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमित भूषण शर्मा का कहना है कि, ज्यादातर लोगों को हार्ट अटैक सुबह के समय आता है, जिसके पीछे इस समय शरीर में कुछ ऐसे बदलाव होना है, जो हार्ट पर असर डालते हैं-
- कोर्टिसोल और एड्रेनालिन का बढ़ना: सुबह के समय शरीर में तनाव से जुड़े हार्मोन जैसे कोर्टिसोल (cortisol) और एड्रेनालिन (adrenaline) तेजी से बढ़ते हैं। यह हार्मोन शरीर को जागने और दिन की गतिविधियों के लिए तैयार करते हैं, लेकिन इससे ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन तेज हो जाती है और हार्ट अटैक का कारण बन सकती है।
- ब्लड क्लॉट बनने के कारण: सुबह के समय शरीर में खून के प्लेटलेट्स (platelets) ज्यादा चिपचिपे हो जाते हैं। जब प्लेटलेट्स ज्यादा एक्टिव और चिपचिपे हो जाते हैं तो ब्लड में थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे ब्लड फ्लो रुक सकता है और हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
- धमनियों में सेंसिटिविटी: सुबह के समय ब्लड वेसल्स थोड़े सिकुड़े (early morning heart attack) होते हैं, और उनमें फ्लेक्सिबिलिटी कम होती है, जिससे ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है। यह स्थिति और ज्यादा जोखिम भरी हो सकती है, अगर व्यक्ति पहले से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों से पीड़ित हो या फिर स्मोकिंग की आदत हो।
- स्ट्रेस और शारीरिक गतिविधि का बढ़ना: कई लोग सुबह उठते ही तुरंत एक्टिव हो जाते हैं, जैसे ऑफिस के लिए जल्दी-जल्दी तैयार होना, घर के तुंरत कामों में लग जाना या एक्सरसाइज करने लगे। सुबह उठते ही एक्टिव हो जाने के कारण आपके दिल पर दबाव पड़ता है, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।
निष्कर्ष
कार्डियोलॉजिस्ट्स और स्टडी के अनुसार, सबसे ज्यादा हार्ट अटैक सुबह के समय आते हैं। इस समय शरीर का सर्केडियन रिदम और हार्मोनल बदलाव सीधे दिल को प्रभावित करते हैं। इसलिए, डॉक्टर लगातार दिल की सेहत पर ध्यान देने, दवाइयों को सही तरीके से लेने और दिल की बीमारियों से पीड़ित लोगों को अपना खास ध्यान रखने की सलाह देते हैं।
Image Credit: Freepik
FAQ
हार्ट अटैक आने से पहले क्या संकेत देता है?
हार्ट अटैक आने से पहले हमारा शरीर कई तरह के संकेत दे सकता है, जिनमें सीने में दर्द या बेचैनी, सांस लेने में तकलीफ, ज्यादा थकान, ठंडा पसीना, चक्कर आना और बेचैनी होना शामिल हैं। शरीर में नजर आने वाले इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।हार्ट अटैक आने का मुख्य कारण क्या है?
हार्ट अटैक आने का मुख्य कारण कोरोनरी धमनी रोग (Coronary Artery Disease - CAD) है, जिसमें दिल में ब्लड पहुंचाने वाली धमनियों में प्लाक जमा हो जाता है, जिससे ब्लड फ्लो में रुकावट आ सकती है और हार्ट अटैक आने का कारण बनती है।हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करें?
हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी है कि आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करें, हेल्दी डाइट लें, स्मोकिंग छोड़े और तनाव को कंट्रोल करें।