Heart Attack Types in Hindi: आजकल हार्ट अटैक एक बेहद ही आम समस्या बन गई है। हार्ट अटैक सिर्फ बढ़ती उम्र में ही नहीं, बल्कि युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ समय से युवाओं मे हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कई ऐसे मामले भी देखने को मिले हैं, जिसमें युवाओं को जिम करते हुए हार्ट अटैक आया है। इतना ही नहीं, कुछ लोगों को तो बैठे-बैठे ही हार्ट अटैक आ जाता है। अभी कुछ दिन पहले ही एक 5 साल की बच्ची को कार्टून देखते हुए हार्ट अटैक आ गया था। ऐसे में हार्ट अटैक से बचने के लिए सभी लोगों को अपने हृदय का खास ख्याल जरूर रखना चाहिए। आज इस लेख मे हम हार्ट अटैक के प्रकार के बारे में बात करेंगे। जानें, एशियन हॉस्पिटल, फरीदाबाद के निदेशक-कैथ लैब और इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुब्रत अखौरी
हार्ट अटैक के प्रकार- Types of Heart Attack in Hindi
1. स्टेमी हार्ट अटैक- Stemi Heart Attack
स्टेमी यानी ST Elevation Myocardial Infarction एक प्रकार का हार्ट अटैक है, जो बेहद गंभीर और जानलेवा होता है। स्टेमी हार्ट अटैक तब आता है, जब कोरोनरी आर्टरी पूरी तरह से ब्लॉक हो जाती है। इसमें आर्टरी में ब्लॉकेज और खून के थक्के जमने लगते हैं। इस स्थिति में हृदय रक्त को सही तरीके से पंप नहीं कर पाता है। ऐसे में हार्ट फेलियर या हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है।
2. एनस्टेमी हार्ट अटैक- Non Stemi Heart Attack
एनस्टेमी यानी नॉन-एसटी सेगमेंट एलिवेशन मायोकार्डियल इंफार्क्शन भी एक प्रकार का हार्ट अटैक या दिल का दौरा है। यह हार्ट अटैक तब आता है, जब कोरोनरी आर्टरीज (धमनियां) के आधे हिस्से में ब्लॉकेज हो जाती है। ब्लॉकेज की वजह से हृदय तक खून ठीक से नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में हृदय अपने कार्यों को सही तरीके से नहीं कर पाता है। इस स्थिति में हार्ट अटैक आ सकता है।
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3. कोरोनरी आर्टरी स्पैज्म हार्ट अटैक- Coronary Artery Spasm Heart Aattack
कोरोनरी आर्टरी स्पैज्म भी एक प्रकार का हार्ट अटैक है। इस प्रकार के हार्ट अटैक में कोरोनरी के आर्टरीज में अचानक से खिंचाव होने लगता है। साथ ही, ऐंठन भी महसूस होने लगती है। इसकी वजह से हृदय तक रक्त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता है और हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है।
हार्ट अटैक आने के लक्षण- Heart Attack Symptoms in Hindi
हार्ट अटैक आने पर आपको इन लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
- सांस लेने में तकलीफ
- सांस फूलना
- बेचैनी महसूस होना
- पीठ में दर्द का अनुभव
- सीने में दर्द
अगर आपको भी इन लक्षणों का अनुभव हो, तो बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए।