आज हम एंडोमोर्फ़ बॉडी और एंडोमोर्फ़ डाइट के बारे में बात करेंगे। इस तरह की बॉडी स्ट्रक्चर में , शरीर के वजन और मांसपेशियों के अनुसार ही डाइट अपनायी जाती हैं । इस डाइट को ही एंडोमोर्फ डाइट कहा जाता है। आइए जानते हैं इसके विषय में विस्तार से। वजन को घटाने या बढ़ाने के लिए एक्सपर्ट्स थोड़ी एक्सरसाइज के साथ साथ एक डाइट भी फॉलो करने की सलाह देते हैं। आप को अपने शरीर के हिसाब से एक डाइट प्लान चुनना होता है। यदि आपके शरीर पर मसल्स कम हैं और फैट अधिक है तो आप की बॉडी एंडमोर्फ बॉडी कहलाती है। तब इस तरह के फैट को कम करने के लिए आपको व्यायाम के साथ साथ एंडोमोर्फ डाइट का भी पालन करना पड़ता है।
एंडोमोर्फ डाइट क्या है (To know about Endomorph Diet)
आपकी बॉडी को अलग अलग कैटेगरी में विभाजित किया जाता है। जिससे आपको पता चल सके कि आप जरूरत से अधिक मोटे हैं या पतले हैं या नॉर्मल हैं। फिर आपको अपना वजन घटाने या बढ़ाने से पहले आपको अपने शरीर के आकार को ध्यान में रख कर एक डाइट प्लान भी चुनना पड़ता है। जिससे आप को बहुत आसानी रहती है।
यदि हम एंडोमोर्फ की बात करते हैं तो एंडोमोर्फ़ कैटेगरी में वे लोग आते हैं जिनका बॉडी फैट उनकी मसल्स से अधिक होता है। ये लोग गोल मटोल होते हैं। उनके बॉडी के मौजूद फैट के कारण उन्हें हर चीज खाने से पहले उसकी कैलोरीज़ व हानियों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए। क्योंकि ये लोग बहुत सेंसिटिव होते हैं। इन लोगो को उतनी कैलोरीज़ ही ग्रहण करनी चाहिए जितनी वे जला सकें।
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एक एंडमोर्फ को क्या क्या खाना चाहिए (What should an endomorph eat)
यदि आप भी एक एंडमोर्फ हैं तो आप को फिट बनने के लिए एक अच्छे डाइट प्लान की आवश्यकता होगी। चूंकि एंडोमोर्फ का फैट अधिक व मसल्स कम होते हैं तो इसलिए इनका मेटाबॉलिज्म भी कम होता है। आपको अपना फैट कम करने के लिए और मसल्स बढ़ाने के लिए इस डाइट का पालन नियमित रूप से करना होगा। एंडमोर्फ लोगो में कार्बोहाइड्रेट पचाने की क्षमता नहीं होती है। इसलिए उन्हें कार्बोहाइड्रेट नहीं लेना चाहिए और अपने भोजन में प्रोटीन की मात्रा अधिक लेनी चाहिए।
प्रोटीन डाइट (Protein Diet)
यदि कार्बोहाइड्रेट नहीं पचा सकते हैं तो प्रोटीन डाइट का सेवन बढ़ा सकते हैं। इस प्रकार की डाइट आपके फैट को कम करेगी और आपके एनर्जी लेवल को बढ़ाती है। प्रोटीन व फैट नट्स,ऑलिव ऑयल, बीफ,अंडे, मछली, पनीर आदि खाने के स्रोतों से आपको मिल सकता है। याद रखें आपको सिर्फ 35 प्रतिशत प्रोटीन का सेवन ही करना है।
कार्बोहाइड्रेट डाइट (Carbohydrate Diet)
यदि आप का शरीर कार्बोहाइड्रेट को पचा पाता है तो आप कार्बोहाइड्रेट व कार्ब भी खा सकते हैं, इनसे आपको भरपूर एनर्जी मिल सकती है। यदि आप कार्बोहाइड्रेट व कार्ब को अपनी डाइट से हटा देते हैं, तो आप बिना कुछ काम किए जल्दी थक जाएंगे। यदि आप अपनी डाइट में कार्ब की मात्रा कम रखते हैं तो आपको गैस से सम्बन्धित समस्या हो सकती है। आपको अपनी डाइट में सिर्फ 30 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट ही शामिल करने हैं।
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सब्जी और फल (Fat free Diet)
आप सब्जियां व फल आदि खा सकते है। इससे आपको कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट मिलता है जो आपके लिए नुकसान दायक नहीं होता है। जो चीज कैलोरी व शुगर में ज्यादा होती हैं उनको न खाएं। जैसे केक, बिस्किट व जंक फूड की मात्रा अपनी डाइट में कम रखें। अन्यथा इनसे आपको हानि पहुंच सकती है। आप 35 प्रतिशत फैट की मात्रा से ज्यादा न लें।
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