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बुजुर्गों में घुटनों से जुड़ी समस्या होना काफी आम है, लेकिन आज के समय में कम उम्र के लोगों में ही घुटनों में दर्द, जकड़न और ग्रीस की कमी की समस्या देखने को मिल रही है। खराब लाइफस्टाइल, डाइट, मोटापा और एक्सरसाइज की कमी लोगों में इन समस्याओं के बढ़ने का एक बड़ा कारण बन रहे हैं। घुटनों में सिनोवियल फ्लूड की कमी जोड़ों में दर्द का कारण बन सकता है। ये फ्लूड हमारे घुटनों को आपस में रगड़ने से बचाता है। इसलिए, जब घुटनों में ग्रीस की कमी हो जाती है तो घुटनों में चरमराहट, दर्द और सूजन जैसी समस्याएं बढ़ जाती है। आयुर्वेद में घुटनों के ग्रीस को बढ़ाने के लिए की ऐसी औषधियों के बारे में बताया गया है, जो न सिर्फ घुटनों में ग्रीस बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, बल्कि इसके कारण होने वाली समस्याओं से भी राहत दिला सकते हैं। इसलिए आइए, इस लेख में हरियाणा के सिरसा में स्थित रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि घुटने की ग्रीस बढ़ाने के लिए क्या खाएं?
घुटने की ग्रीस बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, घुटने की ग्रीस बढ़ाने के लिए जरूरी है कि आप हेल्दी और संतुलित डाइट लें। इसके साथ ही इन जड़ी बूटियों का भी सेवन करें, जिसमें-
1. अश्वगंधा
घुटनों की ग्रीस को बढ़ाने के लिए आप अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं। यह आपके शरीर को ताकत देता है, तनाव को कम करता है और जोड़ों की कमजोरी को दूर करता है। घुटनों में जब ग्रीस कम हो जाती है तो अश्वगंधा जोड़ों के टिशू को मजबूत बनाती है और सूजन को कम करती है। यह आपके जोड़ों की झिल्ली को रिपेयर करने में मदद करती है और नए फ्लूड के निर्माण को बढ़ावा देती है। इसलिए, आप रोजाना एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण को गुनगुने दूध या पानी के साथ दिन में 2 बार खा सकते हैं।
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2. बोसवेलिया सेराटा
बोसवेलिया सेराटा, जिसे शल्लकी या सलाई गुग्गुल के रूप में भी जाना जाता है, एक नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी जड़ी-बूटी है। इस हर्ब का सेवन जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करती है और सिनोवियल मेम्ब्रेन को पोषण देती है। बोस्वेलिया सिनोवियल आपके घुटनों के फ्लूड की गुणवत्ता को बढ़ाती है, जिससे जोड़ो में ग्रीस की मात्रा बढ़ती है और हड्डियों में होने वाली रगड़ कम होती है। आप डॉक्टर की सलाह पर बोसवेलिया सेराटा का कैप्सूल या गुग्गुल चूर्ण सुबह और शाम गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
3. गुग्गुल
आयुर्वेद में सूजन और वायु विकारों से जुड़ी समस्याओं के इलाज के लिए गुग्गुल का इस्तेमाल काफी फायदेमंद माना जाता है। इसका सेवन घुटनों में जमे टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और जोड़ों की गति में सुधार करता है। इसका सेवन आपके घुटनों के ग्रीस बनने की नेचुरल प्रक्रिया को एक्टिव करता है और पुराने जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है।
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4. पंचकोल
आयुर्वेद में सोंठ, पिप्पली, चव्य और चित्रक के मिश्रण को पंचकोल कहा जाता है। इस मिश्रण का सेवन आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे घुटनों तक पर्याप्त मात्रा में पोषण पहुंचाता है। इस चूर्ण में मौजूद सोंठ जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करती है, पिपली और चित्रक पाचन को सुधारकर ओजस बढ़ाती है, जिससे ग्रीस बनने की प्रक्रिया तेज होती है।
निष्कर्ष
घुटनों की ग्रीस को बढ़ाने के लिए और जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए आप अश्वगंधा, बोसवेलिया सेराटा, गुग्गुल और पंचकोल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही घुटनों की ग्रीस बढ़ाने के लिए सिर्फ दवाओं पर निर्भर रहना काफी नहीं है, बल्कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और सही लाइफस्टाइल फॉलो करना भी जरूरी है।
Image Credit: Freepik
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Oct 31, 2025 16:02 IST
Published By : Katyayani Tiwari