
Causes And Symptoms Of Knee Gapping in Hindi: अमतौर पर चलने-फिरने की समस्याएं अक्सर बड़े-बुजुर्गों को ही होती है। लेकिन, जैसे-जैसे वक्त बदल रहा है, वर्क कल्चर ने लोगों की हेल्थ को काफी ज्यादा इफेक्ट किया है। यही कारण है कि अब सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवा भी हड्डियों की तकलीफ से दो-चार होते हैं। बहरहाल, क्या कभी अचानक चलते-फिरते दर्द महसूस किया है? असल में, ऐसा नी गैपिंग यानी घुटनों के गैप के कारण हो सकता है। यह एक तरह की घुटनों से संबंधित समस्या है। सवाल ये है कि आखिर नी गैपिंग होती क्यों है? क्या यह जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है? और नी गैपिंग होने पर किस तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं। आइए, ये सभी जरूरी बातें इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
घुटनों में गैप का कारण

ऑस्टियोअर्थराइटिस
हालांकि, यह बुजुर्गों को होने वाली बीमारी है। इस बीमारी के तहत जोड़ों के बीच जो स्पेस होता है, वह कम हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति के लिए चलना-फिरना मुश्किलों भरा हो जाता है। कभी-कभी यह समस्या उन लोगों को भी होती है, जो स्पोर्ट्स से जुड़े होते हैं।
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रूमेटाइड अर्थराइटिस
यह एक तरह की ऑटोइम्यून डिजीज है। इस बीमारी के तहत व्यक्ति का इम्यून सिस्टम उसके अपने घुटने के जोड़ों को प्रभावित करने लगता है। ऐसे में कार्टिलेज पर बुरा असर पड़ता है और सूजन भी आ जाती है।
मोटापा
कई बार मोटापा भी नी गैपिंग की वजह बनता है। दरअसल, जब बॉडी वेट का एक्स्ट्रा स्ट्रेस घुटनों पर पड़ता है, तो ऐसे में जोड़ां में दर्द और नी गैपिंग की समस्या भी देखी जा सकती है। असल में, मोटापे के कारण मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और जोड़ों के बीच का स्पेस कम होने लगता है।
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घुटनों में गैप के लक्षण

चूंकि नी गैपिंग एक तरह की की जोड़ों से जुड़ी परेशानी है। ऐसे में अक्र लोगों को सामान्य लक्षण देखने को मिलते हैं। लेकिन, ध्यान रखें कि यहां बताए गए सभी लक्षणों पर गौर करें और अगर इन समस्याओं से लंबे समय से परेशान हैं, तो इनकी अनदेखी करने के बजाय तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। नी गैपिंग के लक्षण इस प्रकार हैं-
- घुटनों में दर्द होना। कभी-कभी चलने पर ज्यादा दबाव बनना और धीरे-धीरे दर्द का बढ़ना।
- चलने के दौरान घुटनों के चटकने की आवाज आना। अगर लगातार ऐसा हो, तो इसे हल्के में न लें। तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। ध्यान रखें कि घुटनों का चटकना सही नहीं है।
- अचानक चलने-फिरने और उठने में दिक्कत होना। जब नी गैपिंग होती है, तो आपकी फिजिकल एक्टिविटी सीमित हो जाती है। यहां तक कि आपकी गति भी धीमी हो जाती है।
- लंबे समय से बैठे हों, तो अचानक उठने में काफी समय लगता है। कुछ लोगों को उठने के लिए दूसरों का सहारा लेना पड़ता है। इस तरह की परेशानी ओवर वेट लोगों के साथ अधिक होती है।
कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि नी गैपिंग होना सही नहीं है। इस तरह की समस्या आपकी जीवनशैली, ओवर वेट होने के कारण हो सकती है। वहीं, जोड़ों से जुड़ी बीमारियां भी इसका कारण बन सकती हैं। नी गैपिंग होने पर आपको घुटनों में दर्द, चलने-फिरन में घुटने से कट कट की आवाज आना आदि समस्याएं होने लगती हैं। इन्हें आप लक्षणों के तौर पर ले सकते हैं।
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