
आज के समय में पेरेंटिंग काफी मुश्किल हो गई है। बच्चों को अच्छी परवरिश देने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना बेहद जरूरी है। वर्किंग पेरेंट्स होने के कारण पेरेंट्स अपने बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में कई बच्चे अक्सर खाने-पीने में नखरे दिखाने लगते हैं। जंक फूड्स का चलन भी काफी ज्यादा बढ़ गया है, जिस कारण बच्चों के खानपान पर बुरा असर पड़ता है। वर्तमान समय में बच्चे खाने में काफी नखरे दिखाते हैं, जिसका असर सीधे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। छोटे बच्चों का खाना न खाना माता-पिता के लिए सबसे बड़ी समस्या होती है। अक्सर माता-पिता को लगता है कि बच्चा कमजोर हो रहा है, जबकि कई बार यह सिर्फ एक व्यवहारिक बदलाव होता है। इसलिए, आइए दिल्ली के शाहदरा में स्थित एस.डी.एन. अस्पताल के पीडीअट्रिशन डॉ. ललित हरि प्रसाद सिंह से जानते हैं कि अगर बच्चा खाना न खाए तो क्या करना चाहिए?
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बच्चा खाना न खाएं तो अपनाएं ये टिप्स
डॉ. ललित हरि प्रसाद सिंह का कहना है कि बच्चे के खाना न खाने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसलिए आप उनके खाना न खाने के कारणों के बारे में पता लगाकर उनकी सेहत का ध्यान रख सकते हैं और आसानी से खाना खिला सकते हैं। इसके लिए आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं:
1. भूख की कमी के कारणों को समझें
बच्चों के खाना न खाने पर डॉक्टर सबसे पहले यह देखने की सलाह देते हैं कि बच्चा खाना क्यों नहीं खा रहा है, आप सबसे पहले इसके कारणों को समझने की कोशिश करें। बच्चों में विकास की दर धीमी होने के कारण भी उनकी भूख कम हो सकती है, या फिर अगर बच्चा दिन भर स्नैक्स जैसे चिप्स, बिस्किट, पिज्जा और बर्गर आदि का सेवन करता है तो भी उसकी भूख मर जाती है। वहीं, दांत निकलते समय मसूड़ों में दर्द के कारण भी बच्चे खाना खाने से परहेज करते हैं। साथ ही बच्चे के पेट में कीड़े, इंफेक्शन या कब्ज की समस्या होने पर भी उनकी भूख में कमी आ सकती है।
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2. खाने का माहौल
बच्चों पर खाना खिलाने के दबाव के कारण खाना खाने से चिढ़ते हैं। इसलिए बच्चों को फोर्स फीडिंग कराने से बचें। बच्चों को जबरदस्ती खाना खिलाने से वो खाने से भागने लगता है। इसलिए, अगर बच्चा खाना खाने से मना करें तो 15-20 मिनट बाद दोबारा कोशिश करें। बच्चों को मोबाइल या टीवी दिखाकर खाना खिलाने से बचें, क्योंकि इससे बच्चे के दिमाग को पेट भरने के संकेत नहीं मिल पाते हैं और वह खाने के स्वाद को नहीं समझ पाते हैं। आप बच्चे को खाना खिलाने के लिए एक सकारात्मक माहौल बना सकते हैं, जिसके लिए बच्चे को पूरे परिवार के साथ बैठकर खाना खिलाएं, इससे बच्चा दूसरों को देखकर प्रेरित होता है और खुद खाना खाने लगता है।
3. खाने को रोचक बनाएं
बच्चे सादा और फिका भोजन करना पसंद नहीं करते हैं। बच्चे अक्सर रंगों और आकारों की ओर आकर्षित होते हैं। इसलिए आप बच्चों को फल, उबली हुई सब्जियां या पनीर के टुकड़े अलग-अलग शेप में काट कर दें। इसके अलावा, रोटी को गोल बनाने के स्थान पर अलग-अलग आकार में बनाएं। इदली या डोसे के साथ सब्जियों से स्माइली फेस बनाकर दें। अगर बच्चा सब्जियां खाना पसंद नहीं करता है तो पराठे में सब्जी या पनीर भरकर तैयार करें।

4. भूख बढ़ाने के उपाय आजमाएं
कई बार बच्चों की भूख में कमी आ जाती है, जिस कारण वे खाना खाने से परहेज करते हैं। ऐसे में आप कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों की मदद से बच्चों की भूख को बढ़ा सकते हैं। अगर बच्चे को गैस या अपच के कारण भूख नहीं लग रही है तो आप अजवाइन का पानी पिला सकते हैं, यह भूख खोलने में मदद करती है। इसके अलावा बच्चे को पार्क ले जाएं, खेल-कूद करने से नेचुरल तरीके से उनकी भूख खुलती है। साथ ही बच्चे को रोजाना एक निश्चित समय पर खाना खिलाएं। इससे बच्चे की बायोलॉजिकल क्लॉक सेट होती है और उसे समय पर भूख लगने लगती है।
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5. पोषण का ध्यान रखें
बच्चे को ज्यादा खाना खिलाने के स्थान पर आप पोषक तत्वों और क्वालिटी पर ध्यान दें। अगर बच्चा सब्जियां खाना पसंद नहीं करता है तो उन्हें पीसकर आटे में मिलाकर खिलाएं और फलों की स्मूदी बना कर पिलाएं। बच्चों का पेट छोटा होता है, इसलिए उन्हें एक बार में ज्यादा खिलाने से बचें और दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा खिलाएं।
डॉक्टर के पास कब जाएं?
बच्चे का खाना न खाने हर बार उसका नखरे दिखाना नहीं होता है बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के कारण भी हो सकता है। इसलिए, आपको ये समझना जरूरी है कि बच्चे के खाना न खाने पर डॉक्टर से कब कंसल्ट करें।
- जब बच्चे का वजन लगातार कम हो रहा हो।
- बच्चे का बहुत सुस्त और थका हुआ महसूस करना।
- खाना निगलने में मुश्किल होने पर।
- बच्चे को बार-बार दस्त या कब्ज की समस्या होना।
- बच्चे के शरीर में खून की कमी होने के लक्षण नजर आना।
निष्कर्ष
बच्चों के बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि उनके खानपान का खास ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही बच्चे को खाने के बीच ज्यादा पानी या जूस पिलाने से बचें, क्योंकि इससे उनका पेट जल्दी भर जाता है और वे पर्याप्त मात्रा में खाना नहीं खा पाते हैं।
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Dec 26, 2025 10:10 IST
Published By : Katyayani Tiwari
