What kind of infection affect fertility: जीवनशैली, खानपान और कई कारणों से आज फर्टिलिटी (बांझपन) एक आम स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है। हार्मोन असंतुलन, जीवनशैली के अलावा कुछ खतरनाक इंफेक्शन भी फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं। एलांटिस हेल्थकेयर दिल्ली के मैनेजिंग डायरेक्टर, इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मनन गुप्ता (Dr. Mannan Gupta, Obstetrician, Gynecologist and Infertility Specialist, New delhi) के अनुसार, महिलाओं और पुरुषों को कुछ यौन संचारित और बैक्टीरियल इंफेक्शन होते हैं, जो सीधे तौर पर फर्टिलिटी को गंभीर तौर पर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इस लेख में डॉ. मनन गुप्ता से जानेंगे फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचाने वाले 5 इंफेक्शन के बारे में और इनके लक्षणों के बारे में जानेंगे।
फर्टिलिटी को प्रभावित करने वाले इंफेक्शन- Infections Affecting Fertility
1. क्लैमाइडिया- Chlamydia
क्लैमाइडिया एक यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) है। क्लैमाइडिया इंफेक्शन महिला और पुरुष दोनों में होता है। डॉ. मनन गुप्ता की मानें, तो क्लैमाइडिया इंफेक्शन महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में सूजन, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) और अंडाणु के निषेचन में रुकावट पैदा कर सकता है। वहीं, पुरुषों में क्लैमाइडिया शुक्राणु नलिकाओं में सूजन का कारण बनता है।
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क्लैमाइडिया के लक्षण- Systomps of Chlamydia
- महिलाओं और पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में जलन
- असामान्य तरीके से दर्द और खुजली महसूस होना
2. एचपीवी HPV – Human Papillomavirus
एचपीवी भी एक यौन संचारित संक्रमण हैं। इस इंफेक्शन का समय रहते इलाज न करवाया जाए, तो यह गर्भाशय ग्रीवा में संक्रमण या असामान्य कोशिका वृद्धि का कारण बनता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, HPV से संक्रमित महिलाओं में भ्रूण के गर्भाशय में टिकने की संभावना बहुत ही कम होती है। पुरुष अगर इस इंफेक्शन से प्रभावित हों, तो शुक्राणुओं के निषेचन में बाधा आती है। आमतौर पर एचपीवी अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन कई बार इसका इलाज करवाना जरूरी होता है।
एचपीवी संक्रमण के लक्षण- HPV systomps
- महिला और पुरुषों के जननांग में मस्से और चौड़े व चपटे नजर आते हैं।
- प्लांटर मस्से कठोर, दानेदार नजर आ सकते हैं।
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3. ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस (HIV)- Human Immunodeficiency Virus
ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस मुख्य रूप से शरीर के इम्यून सिस्टम पर अपना प्रभाव दिखाते हैं। इसकी वजह से हार्मोन असंतुलन होता है और फर्टिलिटी प्रभावित होती है। HIV महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के संतुलन को बिगाड़कर ओवुलेशन को रोकते हैं। पुरुषों में HIV संक्रमण शुक्राणुओं की गुणवत्ता और गतिशीलता के संतुलन को बिगाड़ता है। इससे शुक्राणु अंडाशय तक सही से नहीं पहुंच पाते हैं और निषेचन नहीं होता है। इससे गर्भधारण करने में परेशानी आती है।
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ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस के लक्षण- Systomps of Human Immunodeficiency Virus
- बुखार
- सूजी हुई लिम्फ नोड्स
- मुंह के छाले (जो लंबे समय तक सही न हो)
4. गोनोरिया - Gonorrhea
गोनोरिया एक यौन संक्रामक रोग (STD) है। डॉ. मनन गुप्ता के अनुसार, गोनोरिया मुख्य रूप से Neisseria gonorrhoeae नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। गोनोरिया का समय पर इलाज न किया जाए तो यह प्रजनन क्षमता (fertility) पर गहरा असर डाल सकता है। महिलाओं में गोनोरिया यदि फैलोपियन ट्यूब्स (fallopian tubes) और अंडाशय (ovaries) तक पहुंच जाए, तो यह पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज की वजह बन सकता है। जिससे गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है।
गोनोरिया के लक्षण- Systomps of Gonorrhea
- पेशाब में जलन
- महिलाओं की योनि से पीला या सफेद डिस्चार्ज होना
- निचले पेट या पेल्विक क्षेत्र में दर्द
- यौन संबंध बनाने के बाद दर्द होना
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5. बैक्टीरियल वेजिनोसिस (BV)
बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis - BV) महिलाओं में होने वाला एक योनि संक्रमण है। यूटीआई और यौन संबंध बनाने के दौरान जब योनि में मौजूद बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है, तो महिलाओं को बैक्टीरियल वेजिनोसिस की परेशानी होती है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय तक संक्रमण फैला सकता है, जिससे गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण- Symptoms of Bacterial Vaginosis
- योनि और पेट के निचले हिस्से में दर्द
- योनि से सफेद डिस्चार्ज होना
संक्रमण से बचाव के तरीके
डॉ. मनन गुप्ता के अनुसार, महिलाओं और पुरुष को फर्टिलिटी संबंधी परेशानियों से बचाव करने के लिए इन संक्रमणों को दूर रखना जरूरी है। इसके लिए वह कई प्रकार के उपायों को अपना सकते हैं, आइए जानते हैं इसके बारे में...
- यौन संबंध बनाने के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें
- नियमित तौर पर यौन संचारित संक्रमण की जांच करवाएं
- संबंध बनाने के बाद जननांगों की सफाई का ध्यान रखें।
प्रजनन क्षमता सिर्फ हार्मोन या उम्र से प्रभावित नहीं होती है, बल्कि इसे पीछे कुछ विशेष प्रकार के संक्रमण भी हैं। अगर आपको ऊपर बताए गए किसी संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं , तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।
FAQ
महिला बांझपन के 4 कारण क्या हैं?
महिलाओं में बांझपन के 4 प्रमुख कारण हैं-1. अंडोत्सर्जन का सामान्य न होना2. गर्भाशय की असामान्यता3. किन्हीं कारणों से फैलोपियन ट्यूब में रुकावट आना या फैलोपियन ट्यूब का क्षतिग्रस्त होना4. उम्र के कारण महिलाओं में बांझपन की परेशनी होती है।फर्टिलिटी के लिए कौन सा टेस्ट करवाना चाहिए?
महिलाओं और पुरुषों की फर्टिलिटी का पता लगाने के लिए कई प्रकार मेडिकल टेस्ट करवाए जाते हैं। ये टेस्ट व्यक्ति की शारीरिक और मेडिकल कंडिशन पर निर्भर होते हैं।