क्या आप भी करते हैं मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल? जानें इसे साफ और सुरक्षित करने के टिप्स

मेंस्ट्रुअल कप को लेकर भारत में कई तरह की भ्रांतिया हैं। महिलाओं को लगता है कि इसका इस्तेमाल करने से कई तरह के इंफेक्शन हो सकते हैं।
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क्या आप भी करते हैं मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल? जानें इसे साफ और सुरक्षित करने के टिप्स


एक वक्त था जब पीरियड्स पर महिलाएं और लड़कियां छुप- छुपकर बात किया करती थीं, लेकिन अब इस मुद्दे पर न सिर्फ खुलकर बात होती है बल्कि इसको लेकर जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। पीरियड्स का नाम आते ही दिमाग में सैनिटरी नैपकिन और टैम्पॉन का ख्याल आता है। पीरियड्स के दिनों में ज्यादा फ्लो है तो पैड बदलने, कपड़ों में दाग लगने की टेंशन रहती है। सिर्फ इतना ही नहीं सैनिटरी नैपकिन इतने महंगे होते हैं कि महिलाओं को इसके लिए हर महीने एक बजट बनाकर चलना पड़ता है। अगर आप भी पैड बदलने, बजट बनाने की प्रॉब्लम से तंग आ चुकी हैं तो मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup) को ट्राई कर सकती हैं। यह हर महीने पैड्स पर होने वाले खर्च को बचाने और उन मुश्किल दिनों में हाइजीनक रहने का बेस्ट तरीका है। हालांकि आज भी ज्यादातर महिलाएं मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल इसलिए नहीं करती हैं क्योंकि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि इसका इस्तेमाल कैसे किया जाए और इसे क्लीन कैसे किया जाए। तो चलिए जानते हैं मेंस्ट्रुअल कप को क्लीन और सुरक्षित कैसे रखना है।

क्या है मेंस्ट्रुअल कप ? (What is Menstrual Cup in Hindi?)

मेंस्ट्रुअल कप सिलिकॉन या रबर से बना हुआ कोन के आकार का कप होता है। इस कप का इस्तेमाल महिलाएं पीरियड्स के दिनों में करती हैं। इसे आराम से वजाइना में डाला जा सकता है। पीरियड्स के दिनों में होने वाला रक्तस्त्राव इसी कप में इकट्ठा होता है। मेंस्ट्रुअल कप की खास बात यह है कि इसे बार-बार बदलने की जरूरत नहीं होती है।

मेंस्ट्रुअल कप के फायदे (Benefits of Menstrual Cup in Hindi)

  • नैपकिन के मुकाबले मेंस्ट्रुअल कप बजट में काफी किफायती होता है।
  • सैनिटरी नैपकिन को बार-बार बदलने की जरूरत होती है, लेकिन मेंस्ट्रुअल कप के साथ ऐसा नहीं है।
  • सैनिटरी पैड में ब्लड लंबे समय तक योनी के आसपास लगा रहता है, जिसकी वजह से खुजली या रैश जैसी प्रॉब्लम हो सकती है। लेकिन मेंस्ट्रुअल कप में ब्लड एक जगह पर ही इकट्ठा होता है।
  • मेंस्ट्रुअल कप बाहरी त्वचा के साथ सीधे संपर्क में नहीं आता है, जिससे कई तरह के इंफेक्शन का खतरा टल सकता है।
  • मेंस्ट्रुअल कप योनी के अंदर डाले जाते हैं इसलिए इनमें बदबू की समस्या नहीं होती है और यह लंबे समय तक फ्रेश रहने में मदद करते हैं।

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मेंस्ट्रुअल कप को क्लीन कैसे करें? (How to clean menstrual cup in Hindi?)

  • मेंस्ट्रुअल कप को क्लीन करते वक्त ध्यान रहे कि इसमें रक्तस्त्राव की एक बूंद भी ना चिपकी रह जाए।
  • इसे बहते हुए पानी के नीचे सीधा लगाएं और क्लीन करें।
  • एक बार साफ पानी से मेंस्ट्रुअल कप को धोने के बाद केमिकल फ्री साबुन से इसे दोबारा क्लीन करें।
  • मेंस्ट्रुअल कप को क्लीन करने के लिए कपड़े धोने वाले साबुन या केमिकल वाले साबुन का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से अगली बार इस्तेमाल करने पर ये आपकी स्किन और योनी के अंदर समस्या हो सकती है।
  • कई कंपनियां हैं जो मेंस्ट्रुअल कप को क्लीन करने के प्रोडक्ट्स भी बेच रही हैं। आप उनका इस्तेमाल भी कर सकती हैं, लेकिन ये काफी महंगे होते हैं।

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क्या है मेंस्ट्रुअल कप को इस्तेमाल करने की सही उम्र?

आखिरी में सवाल आता है कि मेंस्ट्रुअल कप को इस्तेमाल करने की भी क्या कोई उम्र होती है? इसका जवाब है नहीं। मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने के लिए आपको सिर्फ सही जानकारी होनी चाहिए। मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल पहली बार करने में थोड़ी परेशानी हो सकती है। हो सकता है शुरुआत में आपका मन ब्लड को देखकर खराब हो, इसलिए जरूरी है आप खुद को ध्यान में रखते हुए इसका इस्तेमाल करें।

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