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पलकों पर कोलेस्ट्रॉल जमा होने का इलाज क्या है? डॉक्टर से जानें

Xanthelasma: जैंथिलास्मा, एक ऐसी बीमारी जिसमें आंखों के ऊपर कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है। जिन्हें भी यह समस्या होती है वह इसके इलाज के लिए परेशान रहते हैं। डॉक्टर से जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
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पलकों पर कोलेस्ट्रॉल जमा होने का इलाज क्या है? डॉक्टर से जानें


Xanthelasma: शरीर में कोलेस्ट्रॉल कहीं भी जमा हो नुकसानदेह ही होता है। जैसे कि अगर कोलेस्ट्रॉल धमनियों में जमा हो गया तो ब्लॉकेज पैदा कर सकता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आती है। यह हाई बीपी से लेकर हार्ट अटैक तक की स्थिति पैदा कर सकता है। शरीर में जमा अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल मोटापे की वजह बन सकता है जिससे आपको दूसरी लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। लेकिन, कोलेस्ट्रॉल जमा होने की सबसे खतरनाक स्थिति तब है जब यह आपके आंखों पर खासकर कि आपके पलकों पर जमा होने लगे। इससे आपकी आंखों की खूबसूरती तो खराब होती ही है बल्कि यह आपको और देखने वालों को भी परेशान कर सकता है। ऐसे में बहुत से लोग जैंथिलास्मा के इलाज (xanthelasma treatment) के लिए परेशान रहते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में Dr. Komal Sangoi, Cornea, Cataract and Refractive Surgeon, Wockhardt Hospitals, Mumbai Central से।

जैंथिलास्मा को लेकर क्या कहते हैं डॉक्टर?

Dr. Komal Sangoi बताती हैं कि जैंथिलास्मा एक त्वचा की स्थिति है जो पलकों के चारों ओर पीले, कोलेस्ट्रॉल युक्त जमाव से चिह्नित होती है। ये नरम, सपाट और दर्द रहित पट्टिकाएं आम तौर पर हानिरहित होती हैं लेकिन कॉस्मेटिक चिंता का विषय हो सकती हैं। जैंथिलास्मा अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं, विशेष रूप से लिपिड मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर (lipid metabolism disorders) से हाई कोलेस्ट्रॉल या हृदय रोग के बढ़ते जोखिम का संकेत भी दे सकता है। यह मुख्य रूप से त्वचा के नीचे कोलेस्ट्रॉल जमा होने के कारण होता है। इसके विकास में योगदान (xanthelasma causes in hindi)देने वाले कारकों में

  • -कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) या खराब कोलेस्ट्रॉल और आनुवंशिक प्रवृत्ति शामिल हैं।
  • -डायबिटीज, लिवर से रोग और मोटापे जैसे मेडिकल कंडीशन भी जैंथिलास्मा की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
  • -यह स्थिति मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध वयस्कों में अधिक आम है, विशेष रूप से अनहेल्दी डाइट या इनएक्टिव लाइफस्टाइल वाले लोगों में।

जैंथिलास्मा का मुख्य लक्षण (Xanthelasma symptoms) पलकों पर या उसके आस-पास पीले रंग की पट्टिकाओं का दिखना है, जो अक्सर आंखों के अंदरूनी कोनों के पास होती हैं। यह धीरे-धीरे आकार में बढ़ सकते हैं। जबकि जैंथेलास्मा अपने आप में दर्द या परेशानी का कारण नहीं बनता है, लेकिन कॉस्मेटिक चिंताओं के कारण इसकी उपस्थिति परेशान करने वाली हो सकती है। इसलिए आपको इलाज की मदद लेनी चाहिए।

Xanthelasma treatment

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पलकों पर कोलेस्ट्रॉल जमा होने का इलाज क्या है-Xanthelasma treatment

जैंथिलास्मा के इलाज में सबसे पहले तो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और इसे बढ़ने से रोकने के लिए स्टैटिन जैसी दवाएं दी जा सकती हैं। कॉस्मेटिक हटाने की चाह रखने वालों के लिए कुछ ट्रीटमेंट हैं जैसे कि

  • -सर्जिकल रिमूवल (Surgical removal): इसमें पीले कोलेस्ट्रॉल को हटाने के लिए एक सर्जिकल प्रक्रिया की मदद ली जाती है, जो आमतौर पर एनेस्थीसिया देकर की जाती है।
  • -लेजर थेरेपी (Laser therapy): लेजर थेरेपी जैंथिलास्मा की उपस्थिति को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • -क्रायोथेरेपी (Cryotherap): घावों को हटाने के लिए इसमें लिक्विड नाइट्रोजन का उपयोग किया जाता है।
  • -केमिकल पील्स ( Chemical peels): इसमें त्वचा की ऊपरी परतों को हटाने और जैंथिलास्मा की उपस्थिति को कम करने के लिए एक रासायनिक घोल का उपयोग किया जाता है।

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जीवनशैली में बदलाव, जैसे कम फैट वाला आहार अपनाना, नियमित रूप से व्यायाम करना और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मैनेज करना, रोकथाम (Xanthelasma prevention tips) के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा शरीर में कोलेट्रॉल न बढ़े इसके लिए हेल्दी डाइट लें जिसमें ट्रांस फैट न हो। इसके अलावा एक एक्टिव लाइफस्टाइल फॉलो करें, फल और सब्जियों का ज्यादा सेवन करें और स्ट्रेस न लें। ध्यान दें जैंथिलास्मा को रोकने और संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने लिए इसे शुरुआत में ही डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही, नियमित हेल्थ चेकअप से उन अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों की पहचान और प्रबंधन में मदद मिल सकती है जो इस बीमारी का कारण बनते हैं।

 

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