World Cancer Day 2025: वर्ल्ड कैंसर डे हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य लोगों को कैंसर के बारे में जागरूक करना और इसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी देना है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी व्यक्ति और उनके परिवार को प्रभावित करती है। इस बीमारी के इलाज में काफी समय और पैसा खर्च होता है। हालांकि, कैंसर से बचाव की दिशा में कई कदम उठाए जा सकते हैं, जिनमें अच्छी डाइट भी शामिल है। कैंसर का कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन सही डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। इस लेख में डॉ. निधि पाटनी, निदेशक रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर (Dr. Nidhi Patni, Director Radiation Oncology, Narayana Hospital, Jaipur) से जानिए, कैंसर से बचाव में डाइट और पोषण कितना जरूरी है?
बैलेंस डाइट का महत्व -Importance Of A Balanced Diet
डॉ. निधि पाटनी बताती हैं कि कैंसर की रोकथाम में डाइट और न्यूट्रिशन बहुत जरूरी है। एक बैलेंस डाइट जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल हों, शरीर को जरूरी एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व प्रदान करता है। ये पोषक तत्व कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं और सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
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1. फल और सब्जियां
फल और सब्जियां कैंसर से बचाव में अहम भूमिका निभाती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इनमें विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। उदाहरण के तौर पर, गाजर, टमाटर, पालक और ब्रोकली जैसे फूड्स कैंसर-रोधी गुणों से भरपूर होते हैं। यह कोशिकाओं को मजबूत बनाने और कैंसरकारी तत्वों से बचाव में मदद करते हैं। डॉ. निधि पाटनी के अनुसार, रोजाना कम से कम 5-6 तरह की फल और सब्जियां खाने से शरीर को जरूरी पोषण मिल सकता है।
2. साबुत अनाज और लीन प्रोटीन
साबुत अनाज जैसे कि ब्राउन राइस, ओट्स और होल व्हीट ब्रेड में ज्यादा फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है और पेट व कोलन कैंसर के खतरे को कम (What reduces cancer risk) करता है। इसके अलावा, लीन प्रोटीन जैसे मछली, दालें, बीन्स और नट्स का सेवन भी शरीर के लिए फायदेमंद होता है। डॉ. निधि पाटनी का कहना है कि रेड मीट (लाल मांस) के अधिक सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
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3. प्रोसेस्ड फूड, चीनी और फैट से बचाव
प्रोसेस्ड फूड्स, जंक फूड्स और ज्यादा चीनी का सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। इनमें मौजूद केमिकल्स, प्रिजर्वेटिव्स और ज्यादा मात्रा में चीनी शरीर में सूजन पैदा करते हैं और कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, ज्यादा फैट वाले फूड्स का सेवन भी वजन बढ़ा सकता है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। डॉ. निधि पाटनी का कहना है कि इन फूड्स को सीमित करना कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है।
4. हेल्दी वजन बनाए रखें
हेल्दी वजन बनाए रखना कैंसर से बचाव के लिए बेहद जरूरी है। मोटापा कई प्रकार के कैंसर, जैसे स्तन, कोलन और लिवर कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। नियमित फिजिकल एक्टिविटी और बैलेंस डाइट के माध्यम से हेल्दी वजन बनाए रखना चाहिए। डॉ. निधि पाटनी का कहना है कि एक्सरसाइज, योग और फिजिकल एक्टिविटी करने से शरीर हेल्दी रहता है और कैंसर से बचाव में मदद मिलती है।
हालांकि कुछ फूड्स कैंसर से बचाव में सहायक हो सकते हैं, लेकिन कोई भी एकल खाद्य पदार्थ कैंसर को पूरी तरह से रोकने का दावा नहीं कर सकता। डॉ. निधि पाटनी का कहना है कि कैंसर से बचाव के लिए एक बैलेंस डाइट, जो मुख्य रूप से पौधों पर आधारित हो और एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी है। ये दोनों ही मिलकर कैंसर से बचाव में अहम (What kills cancer cells in the body) योगदान देते हैं। यदि आप एक हेल्दी डाइट का पालन करना शुरू करते हैं और नियमित फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, तो यह आपके शरीर को हेल्दी रखेगा और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाएगा। डाइट में धीरे-धीरे बदलाव करने से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
निष्कर्ष
डॉ. निधि पाटनी के अनुसार, आहार और पोषण कैंसर से बचाव में अहम भूमिका निभाते हैं। बैलेंस डाइट, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल हों, शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करता है और कैंसर के जोखिम को कम करता है। प्रोसेस्ड फूड, अधिक चीनी और ज्यादा फैट से बचना चाहिए और वजन को कंट्रोल रखना भी जरूरी है।
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