Anti Cancer Supplements in Hindi: कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, जो अनियंत्रित सेल्स के फैलने के कारण होता है। कैंसर कई प्रकार के होते हैं, और इनके होने का कारण भी अलग-अलग कारकों पर निर्भर करता है। जिसमें जेनेटिक, लाइफस्टाइल, पर्यावरण और इंफेक्शन शामिल है। इनमें से कई चीजें व्यक्ति में कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। आज के समय में कैंसर तेजी से फैल रहा है, जिससे बचाव के लिए जरूरी है कि हम हर जरूरी कदम उठाने की कोशिश करें। हेल्दी डाइट, लाइफस्टाइल और शारीरिक गतिविधियों की मदद से कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है। वहीं, कुछ ऐसे सप्लीमेंट्स भी हैं, जो कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने या फैलने से बचाव करने में मदद कर सकते हैं। आइए नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. नीतू पांडे (Dr. Neetu Pandey, Associate Consultant, Radiation Oncology, Fortis Hospital, Noida) से जानते हैं कि एंटी-कैंसर सप्लीमेंट्स के रूप में हम अपनी डाइट में क्या शामिल कर सकते हैं।
कैंसर से बचाव के लिए एंटी-कैंसर सप्लीमेंट्स - Best Anti Cancer Supplements in Hindi
1. फ्लैक्ससीड (अलसी के बीज)
अलसी के बीज में लिग्नान (lignans), ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। लिग्नान एक तरह का फाइटोएस्ट्रोजन होता है, जो कई तरह के कैंसर जैसे स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के होने की संभावना को कम करने में मदद करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के एक स्टडी के अनुसार, "अलसी के बीज में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड कुछ तरह की कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकते हैं या उन्हीं सीमित कर सकते हैं। अलसी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से सेलुलर हेल्थ को बेहतर रखने में मदद करते हैं। मुक्त कण, अस्थिर अणु, सेलुलर डैमेज को बढ़ावा दे सकते हैं और कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।"
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2. लहसुन
लहसुन में एलिसिन (allicin) नाम का कंपाउंड होता है, जो एंटी-कैंसर गुणों के लिए जाना जाता है। यह शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने, सूजन को कम करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के एक और स्टडी के अनुसार, लहसुन भी कैंसर की रोकथाम में अहम भूमिका निभा सकता है। इस स्टडी में कहा गया है कि, "अलग-अलग प्रीक्लिनिकल कैंसर मॉडलों में, लहसुन के बायोएक्टिव घटकों और उनके नैनो-सूत्रीकरणों ने कई तरह के कैंसरों में सेल्स को बढ़ने, जुड़ा, एपोप्टोसिस से बचाव, प्रवास, आक्रमण और मेटास्टेसिस को कम कर सकते हैं।"
3. अदरक
अदरक में जिंजरोल (gingerol) नाम का कंपाउंड होता है, जो शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करने और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव को बढ़ाने में मदद करता है। ये दोनों ही गुण कैंसर से लड़ने में प्रभावी माने जाते हैं। कुछ रिसर्च में पाया गया है कि अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोक सकते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की स्टडी के मुताबिक, "अदरक में कुछ ऐसे गुण होते हैं, जो एंटी-कैंसर के रूप में काम करते हैं। अदरक कैंसर की रोकथाम और इलाज में भूमिका निभा सकता है, लेकिन यह अकेले पूरी तरह प्रभावी नहीं होता है।"
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4. सेलेनियम
सेलेनियम एक नेचुरल मिनरल है, जो एंटीऑक्सीडेंट एजाइमों को एक्टिव करता है। यह शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाता है, जो कैंसर के विकास का कारण बन सकते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, "अगर सेलेनियम को सही मात्रा और समय पर एंटी-कैंसर दवाओं के साथ दिया जाए, तो यह ट्यूमर की ब्लड वेसल्स को नॉर्मल बनाता है। इससे दवा सीधे कैंसर सेल्स तक बेहतर पहुंचती है। जब सेलेनियम का इस्तेमाल सही तरीके से किया जाता है, तो यह इलाज को और ज्यादा प्रभावी बना सकता है, खासकर किडनी कैंसर के इलाज के दौरान।"
5. हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन नाम का एक्टिव कंपाउंड होता है, जिसमें पावरफूल एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह आपके डीएनए को डैमेज होने से रोकने और कैंसर सेल्स के निर्माण को सीमित करने में मदद करता है, जो कैंसर सेल्स को बढ़ावा दे सकते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, "हल्दी में मौजूद करक्यूमिन के गुण कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स को कम करता है, जिसके कारण मरीज की लाइफ क्वालिटी में सुधार होता है। कई अध्ययनों में बताया गया है कि करक्यूमिन ने मरीज के जीवित रहने के समय को बढ़ाया है और ट्यूमर मार्करों के स्तर को कम किया है।"
निष्कर्ष
कैंसर से बचाव के लिए आप अपनी डाइट में हल्दी, सेलेनियम, अलसी के बीज, लहसुन और अदरक जैसे खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं। इन सप्लीमेंट्स का सेवन कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। इसके साथ ही, जरूरी है कि आप इन सप्लीमेंट्स को अपनी डाइट में शामिल करने के साथ हेल्दी डाइट, लाइफस्टाइल और शारीरिक गतिविधियों पर भी ध्यान दें।
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FAQ
कैंसर होने का सबसे बड़ा कारण क्या है?
कैंसर होने का सबसे बड़ा कारण, तंबाकू का सेवन और स्मोकिंग को माना जाता है। इसके अलावा, मोटापा, शराब का सेवन, अनहेल्दी डाइट, शारीरिक गतिविधियों की कमी और कुछ विटामिन्स या मिनरल्स की कमी भी कैंसर होने का कारण बन सकते हैं।कैंसर ना हो इसके लिए क्या करें?
कैंसर से बचाव के लिए जरूरी है कि आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की कोशिश करें, जिसमें हेल्दी डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज, और तंबाकू का सेवन जैसी गलत आदतों से बचाव करना जरूरी है। इसके अलावा, आप नियमित रूप से अपने शरीर की जांच करवाएं और जरूरी वैक्सीनेशन भी समय-समय पर करवाते रहे।कैंसर में क्या-क्या दिक्कत होती है?
कैंसर कई प्रकार के होते हैं, इसलिए, कैंसर के कारण होने वाली समस्याएं भी हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकती हैं। इन समस्याओं में वजन कम होना, बुखार आना, कमजोरी महसूस होा, शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द होना आदि शामिल हैं।