हाइड्रेटेड रहने के लिए जरूरी है कि आप दिनभर में कई बार पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। प्यास लगना हमारे शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन जब यह प्यास असामान्य रूप से बार-बार लगने लगे, तो यह एक चिंता का विषय हो सकती है। बार-बार प्यास लगने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि शरीर में पानी की कमी, डायबिटीज, हार्मोनल इंबैलेंस या दवाइयों के कारण भी प्यास ज्यादा लग सकती है। इसके अलावा, ज्यादा नमक के मसालेदार भोजन के सेवन से भी व्यक्ति को ज्यादा और बार-बार प्यास लग सकती हैं। लेकिन अगर इनमें से कोई भी कारण नहीं है तो आप बार-बार प्यास लगने की समस्या को कम करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार आजमा सकते हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) आयुर्वेद के अनुसार बार-बार प्यास लगने के कारण और इससे बचाव के तरीके बता रहे हैं।
बार-बार प्यास क्यों लगती है?
डॉक्टर ने बताया कि बार-बार प्यास लगने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन अगर आपको डायबिटीज और अन्य बीमारियां नहीं हैं तो शरीर में पित्त और वात दोष के असंतुलन के कारण भी ज्यादा प्यास लगने की समस्या हो सकती है। आयुर्वेद में इस समस्या को तृष्णा कहते हैं, जो कि ज्यादा गर्मी, डाइजेशन सही न होने, गुस्सा आने, एंग्जायटी और एसिडिटी जैसी समस्याओं के कारण होता है। बार-बार प्यास लगने की समस्या दूर करने के लिए डॉक्टर ने 2 तरीके बताए हैं, जिन्हें आजमाने से लाभ मिल सकता है।
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बार-बार प्यास लगती है तो क्या करें?
1. आम पापड़
धूप में सुखाए गए पके आम के रस से बनने वाला आम पापड़ ज्यादा प्यास लगने की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। आप पापड़ पौष्टिक और पचाने में आसान है। इसका एक छोटा टुकड़ा लें और इसे चूसें ऐसा दिन में 2-3 बार करें। ऐसा कुछ समय तक नियमित करने से आपको लाभ मिल सकता है। ध्यान रखें कि आम पापड़ में किसी भी प्रकार का प्रिजर्वेटिव इस्तेमाल न हुआ हो।
2. लौंग का पानी
लौंग या लवंग तृष्णाहर है और अपनी ठंडक से पित्त को शांत करके प्यास को बुझाती है। 5-6 लौंग को कमरे के तापमान वाले पानी में रात भर भिगो दें और इसे दिन में 2 से 3 बार पिएं।
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लौंग का पानी पीने के फायदे
- लौंग का पानी आपके शरीर को ताजगी प्रदान करता है और प्यास बुझाता है।
- लौंग में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं।
- लौंग में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मसूड़ों और दांतों को हेल्दी रखते हैं।
- लौंग का पानी शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
- लौंग का पानी गले में खराश और खांसी को कम करने में सहायक है।
- लौंग में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर की अंदरूनी सूजन को कम करते हैं।
- लौंग का पानी आपकी त्वचा को हेल्दी और ग्लोइंग बनाने में सहायक हो सकता है।
बार-बार प्यास लगने की यह समस्या न केवल आपकी दिनचर्या को प्रभावित करती है, बल्कि इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं, जैसे कि डिहाइड्रेशन, कमजोरी और चक्कर आना। इसलिए, इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और इसके कारणों को समझकर सही उपचार करना आवश्यक है। यदि बार-बार प्यास लगने की समस्या बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें ताकि किसी गंभीर बीमारी का पता चल सके और उसका सही समय पर उपचार हो सके।
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