Health Benefits of Papaya Leaves:भारत में आज भी कई बीमारियों में दवाओं से पहले घरेलू नुस्खों को तवज्जो दी जाती है। इन्हीं घरेलू नुस्खों में से एक है पपीते के पत्ते। पपीते के पत्तों का इस्तेमाल डेंगू, मलेरिया, लिवर से संबंधित रोग, पाचन से जुड़ी बीमारियां और स्किन प्रॉब्लम को दूर करने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, पपीते के एंटीऑक्सीडेंट, पैपेन, क्वेरसेटिन, विटामिन ए, सी और के पाया जाता है, जो शरीर को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाता है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि पपीते के पत्तों का इस्तेमाल किस तरह करने से आपको ज्यादा फायदा मिलता है? नहीं ना, तो इस लेख हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
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आयुर्वेद में पपीते के पत्तों का महत्व- Importance of Papaya Leaf According to Ayurveda
दिल्ली की अंजना कालिया डाइट क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉ. अंजना कालिया का कहना है कि आयुर्वेद में पपीते के पत्तों को "तिक्त रस" वाला बताया गया है। पपीते के पत्ते का सेवन करने से शरीर का पित्त शांत होता है। चरक संहिता और भावप्रकाश निघंटु जैसे आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी पपीते के पत्तों को कीटाणुनाशक, शोथहर और रक्त शोधक बताया गया है।
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पपीते के पत्तों को किस तरह खाने से मिलता है सबसे ज्यादा फायदा- What is the best way to consume papaya leaf
आयुर्वेदिक डॉ. अंजना कालिया का कहना है कि पपीते के पत्तों को कई तरीकों से सेवन करने से फायदा मिलता है। आइए जानते हैं, इसके बारे में...
1. पपीते के पत्तों का रस
पपीते के ताजे पत्तों को धोकर, उनके डंठल हटाकर, मिक्सर में पीसकर उसका रस निकालें। 5 से 10 एमएल (एक से दो चम्मच) रस सुबह खाली पेट पिया जा सकता है।
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पपीते के पत्तों के रस के फायदे
- पपीते के पत्तों का रस डेंगू जैसी बीमारी में प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है। इससे शारीरिक कमजोर दूर हो जाती है।
- पपीते के पत्तों में कैरपा पेन्टिन (Carpaine) और अन्य एल्कलॉइड होते हैं। ये लिवर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाकर लिवर को डैमेज और अन्य बीमारियों से बचाते हैं।
- पपीते के पत्तों में हाई फाइबर पाया जाता है। पपीते के पत्तों का रस पीने से गैस, अपच, कब्ज में राहत मिलती है।
- National Institute of Health (NIH) द्वारा की गई रिसर्च बताती है कि पपीते के पत्तों का नियमित रूप से सेवन करने से यह लिवर फंक्शन को बेहतर करता है और हेपेटाइटिस में भी मददगार हो सकता है।
2. पपीते के पत्तों का काढ़ा
पपीते के पत्तों को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें। पपीते के पत्तों का 1 चम्मच चूर्ण को 2 कप पानी में उबाल लें। इस तरह तैयार किए गए पपीते के पत्तों का काढ़ा पीने से शरीर का वात और कफ दोष संतुलित होता है। इससे शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।
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पपीते के पत्तों का काढ़ा पीने के फायदे
- पपीते के पत्तों का काढ़ा शरीर की गंदगी को बाहर निकालता है। इससे ब्लड प्रेशर मैनेज रहता है और हार्ट, किडनी और लिवर की बीमारियां दूर होती हैं।
- पपीते के पत्तों का काढ़ा पीने से त्वचा से संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
3. पपीते के पत्तों का पेस्ट
पपीते के पत्तों का पेस्ट बनाकर भी कई प्रकार की बीमारियों में इलाज में किया जाता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर की मानें, तो शरीर पर होने वाले फोड़े-फुंसियों पर पपीते के पत्तों का पेस्ट लगाया जाए, तो ये जल्दी ही उससे राहत दिलाती है।
पपीते के पत्तों के पेस्ट के फायदे
- एक्सपर्ट का कहना है कि पपीते के पत्तों में एंजाइम पैपेन और टैनिन पाए जाते हैं। ये त्वचा पर मौजूद गंदगी और बैक्टीरिया को साफ करके एक्ने और पिंपल्स की परेशानी कम करते हैं।
- पपीते के पत्तों के पेस्ट में मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल तत्व होते हैं। ये बारिश में होने वाले फंगल इंफेक्शन और खुजली को खत्म करते हैं।
- पपीते के पत्तों का पेस्ट घाव की सूजन, जलन और बैक्टीरिया को कम करता है, जिससे घाव जल्दी भरता है।
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पपीते के पत्तों के सेवन में सावधानियां- Precautions in consuming papaya leaves
डॉ. अंजना कालिया का कहना है कि पपीते के पत्तों का रस या चूर्ण खाली पेट करने से बचना चाहिए। खाली पेट पपीते के पत्तों का सेवन करने से जी मिचलाना और उल्टी की परेशानी हो सकती है।
जो लोग किसी भी समस्या में खून को पतला करने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो उन्हें पपीते के पत्तों का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।
किसे करना चाहिए पपीते के पत्तों का सेवन- Who should consume papaya leaves?
एक्सपर्ट का कहना है कि पपीते के पत्तों का सेवन विभिन्न प्रकार की बीमारियों में करना चाहिएः
- डेंगू से पीड़ित व्यक्ति
- पाचन तंत्रिका की कमजोरी से जूझने वाली व्यक्ति
- लिवर की बीमारी से पीड़ित
- त्वचा संबंधी रोगों वाले
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निष्कर्ष
पपीते के पत्तों का सेवन आयुर्वेद के अनुसार का काफी लाभकारी होता है। आप अपनी बीमारी के अनुसार, पपीते के पत्तों का रस, चाय, काढ़ा, पेस्ट और पाउडर का इस्तेमाल करके, इसके लाभों का सार्वधिक फायदा उठा सकते हैं। बीमारी के अनुसार, पपीते के पत्तों का सेवन और इस्तेमाल का तरीका बदल जाता है।
FAQ
पपीते के पत्ते से कौन-कौन सी बीमारी ठीक होती है?
पपीते के पत्ते डेंगू, मलेरिया, लिवर रोग, डायबिटीज, स्किन प्रॉब्लम, फोड़े-फुंसी, एक्ने, जोड़ों का दर्द और इम्यून सिस्टम से जुड़ी बीमारियों में फायदेमंद होता है। डायबिटीज के मरीज पपीते के पत्तों का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।पपीता का पत्ता कितने दिन तक पीना चाहिए?
पपीते के पत्ते का रस या काढ़ा 10 से 15 दिनों तक पिया जा सकता है। लेकिन पपीते के पत्तों का रस या काढ़ा पीने से पहले एक बार डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य की सलाह लेना जरूरी है।प्लेटलेट्स के लिए पपीते के पत्तों का सेवन कैसे करें?
डेंगू जैसे बीमारी में जब शरीर का प्लेटलेट्स तेजी से गिरता है। तब प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए पपीते के पत्तों का रस दिन में 2 से 3 बार करना चाहिए।