आज के समय में बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतों का प्रभाव सिर्फ बड़ों के स्वास्थ्य पर नहीं पड़ रहा है, बल्कि ये बच्चों की सेहत के लिए भी काफी नुकसानदायक साबित हो रहा है। कम उम्र में ही बच्चों में हाई बीपी, डायबिटीज, मोटापा आदि स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियां बढ़ गई हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण उनकी लाइफस्टाइल और खानपान की आदतें हैं। इसलिए, हर पेरेंट्स अपने बच्चों को हेल्दी लाइफ देने और बीमारियों से बचाव के लिए हर मुमकिन काम करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में 5 2 1 0 नियम बच्चों की सेहत के लिए किसी खजाने से कम नहीं है। आइए दिल्ली के शाहदरा में स्थित एस.डी.एन. अस्पताल के पीडीअट्रिशन डॉ. ललित हरि प्रसाद सिंह से जानते हैं कि बच्चों के लिए 5 2 1 0 नियम क्या है और इसके क्या फायदे हैं?
बच्चों के लिए 5 2 1 0 नियम के फायदे - Benefits Of 5 2 1 0 Rule For Kids Health in Hindi
बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी है। इसलिए, आप 5 2 1 0 नियम को फॉलो कर सकते हैं-
1. रोज 5 सर्विंग्स फल और सब्जियां खिलाएं
फल और सब्जियां विटामिन, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसलिए दिन में 5 बार बच्चों को अलग-अलग रंगों और प्रकार के फल और सब्जियां खिलाएं। ये न सिर्फ उनके शरीर को पोषण देते हैं, बल्कि मोटापा, दिल से जुड़ी बीमारी और डायबिटीज जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं।
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2. ज्यादा से ज्यादा 2 घंटे का स्क्रीन टाइम
टीवी, मोबाइल, टैबलेट और कंप्यूटर पर ज्यादा देर तक समय बिताने से बच्चों की आंखों, दिमाग और सोशल विकास पर नकारात्मक असर पड़ता है। इतना ही नहीं, ज्यादा स्क्रीन टाइम से बच्चों की एकाग्रता में कमी, नींद में गड़बड़ी और मोटापे की समस्या हो सकती है। इसलिए, जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों के स्क्रीन टाइम को सीमित करें और ज्यादा से ज्यादा 2 घंटे ही उन्हें स्क्रीन टाइम दें।
3. रोज कम से कम 1 घंटा फिजिकल एक्टिविटी
बच्चों के बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी होती है। इसलिए, दौड़ने, साइकिल चलाने, स्विमिंग, डांस या खेलकूद जैसे एक्टिविटी में बच्चों को रोजाना कम से कम 1 घंटे लगाएं। ये न सिर्फ बच्चों को फिट रखने में मदद करते हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और मानसिक तनाव को भी कम करते हैं।
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4. मीठे पेय पदार्थों का 0 सेवन न करें
मार्केट में मिलने वाले सॉफ्ट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और पैकेज्ड जूस में आर्टिफिशियल शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है और इससे मोटापा, दांतों से जुड़ी समस्याएं और डायबिटीज का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए, बच्चों को पानी, नारियल पानी या घर के बने ताजे जूस पीने की आदत डलें।
निष्कर्ष
5-2-1-0 नियम को अपनाकर हर पेरेंट्स अपने बच्चों को एक हेल्दी, संतुलित और एक्टिव लाइफस्टाइल फॉलो करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, जो न सिर्फ वर्तमान में बल्कि भविष्य में भी आपके बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर रखने और बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकता है।
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FAQ
कमजोर बच्चों को हेल्दी कैसे बनाएं?
कमजोर बच्चों को सेहतमंद बनाने के लिए उनकी डाइट में प्रोटीन, एनर्जी और पोषक तत्वों से भरपूर चीजें शामिल करें, जैसे अंडे, दूध, दाल, चिकन, फल, सब्जियां आदि।बच्चों को सुबह-सुबह क्या खिलाना चाहिए?
बच्चों को सुबह खाली पेट गुनगुना पानी, केला, सेब, बादाम या दही शामिल करना फायदेमंद होता है, क्योंकि ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो पाचन में सुधार करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और शरीर को एनर्जी देने में मदद करते हैं।वजन बढ़ाने के लिए बच्चों को क्या देना चाहिए?
वजन बढ़ाने के लिए बच्चों की डाइट में हाई कैलोरी, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स से भरपूर चीजों को शामिल करें, जो वजन बढ़ाने और शरीर की कमजोरी दूर करने में मदद कर सकता है।
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Sep 19, 2025 17:17 IST
Published By : कात्यायनी तिवारी