अचानक बंद हो जाता है सुनाई देना? कुछ सेकंड का ये बहरापन हो सकता है 'सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस' का संकेत

सिर में चोट और ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी होने के कारण भी लोग अक्सर 'सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस' का शिकार हो जाते हैं। जानते हैं इसके बारे में।
  • SHARE
  • FOLLOW
अचानक बंद हो जाता है सुनाई देना? कुछ सेकंड का ये बहरापन हो सकता है 'सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस' का संकेत


अचानक कान में दर्द होना या बिना किसी कारण के कान से सुनाई देना बंद हो जाना, सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस (Sudden sensorineural hearing loss) का एक संकेत हो सकता है। ज्यादातर लोगों को कान से जुड़ी छोटी-मोटी परेशानियां होती हैं, जिन्हें वह कान में गंदगी और सफाई से जोड़ कर देखते हैं। पर जरूरी नहीं कि आपके कान में अचानक से होने वाला दर्द या बहरापन कान में गंदगी भर जाने के कारण ही हो। ये सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस (SSHL)के कारण भी हो सकता है। अक्सर ये तब होता है जब आपके कानों से सुनाई देना बंद हो जाता है। आमतौर पर ये केवल एक ही कान में होता है। पर ये कई दिनों के अंतराल पर दोबारा भी हो सकता है। आइए आज हम जानते हैं इस बीमारी और इसके कारण और लक्षण के बारे में।

Inside_hearinglossproblem

सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस (Sudden sensorineural hearing loss)क्या है?

फ्रीक्वेंसी हमेशा साउंड वेव्स को मापती है। डेसीबल हम जो आवाज़ सुनते हैं, उसकी तीव्रता या जोर को मापता है। शून्य सबसे कम डेसिबल स्तर है, जो पूर्ण चुप्पी के करीब है। एक कानाफूसी की आवाज 30 डेसिबल की होती है और सामान्य बातचीत कारने का लहजा 60 डेसिबल के करीब का होता है। तीन जुड़े हुए आवृत्तियों में 30 डेसिबल से भी कम सुनना सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस (SSHL) माना जाता है। इसका मतलब है कि 30 डेसिबल तक की आवाज को भी म सुन पाना अचानक से होने वाला बेहरापन कहलाता है। यह स्थिति 30 और 60 वर्ष की उम्र के बीच के लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। एकतरफा SSHL (केवल एक कान प्रभावित होता है) वाले लगभग 50 प्रतिशत लोग दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं, अगर उन्हें शीघ्र उपचार मिल जाए। वहीं 15 प्रतिशत लोगों में ये गंभीर रूप ले लेता है, जो इसका सही वक्त से उपचार नहीं करवाते हैं।

इसे भी पढ़ें :  इस तरह ईयरफोन लगाकर सुनते हैं गानें, तो बहरेपन के लिए रहें तैयार!

सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस के प्रमुख कारण-

  • - सिर में चोट: अगर आपको कभी सिर में कोई गंभीर चोट आई है, तो यह आप में अचानक से बहरापन पैदा कर सकता है। यही कारण है कि आपको समय पर सिर के घावों का उपचार करवा लेना चाहिए ताकि इस तरह की हियरिंग लॉस से बचा जा सके।
  • - लगातार तेज ध्वनि के संपर्क से : यदि आपके कान रोजाना तेज ध्वनि के संपर्क में हैं, तो ये आप में अचानक से हियरिंग लॉस का कारण हो सकती है। इस प्रकार, आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप लगातार शोरगुल से दूर रहें।
  • - बुढ़ापा: उम्र बढ़ने के साथ, सुनने की शक्ति धीरे-धीरे कम हो जाती है। हालांकि, यदि आप शुरू से ही उचित सावधानी बरतते हैं, तो सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस से बचा जा सकता है।
  • - ब्लड सर्कुलेशन में परेशानी: रुका हुआ रक्त-संचार विभिन्न शारीरिक परेशानियों को पैदा करता है, जिसमें हियरिंग लॉस भी है। 
  • - ओटोटॉक्सिक दवा: कई बार गलत दवाइयों के कारण भी लोगों के कान खराब हो सकते हैं। इसके लिए किसी भी तरह की दवाइयों को लेने से पहले डॉक्टर से पूठ लें और उसके साइडइफेक्ट्स को भी जान लें।

सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस के लक्षण क्या हैं?

सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस से पीड़ित 10 में से लगभग नौ लोगों में इसके कारण एक कान की आवाज चली जाती है। इसमें सुबह उठने के तुरंत बाद काम काम करना बंद कर देता है। जब आप हेडफ़ोन का उपयोग करते हैं या अपने प्रभावित कान पर फ़ोन रखते हैं, तो आपको इस बीमारी से पीड़ित होने के संकेत मिल सकते हैं। इसके अलावा इनके लक्षणों में शामिल हैं-

  • ग्रुप में बातचीत करने के बाद कानों में समस्या महसूस होना।
  • कोई भी बात सही से न सुन पाना।
  • बहुत अधिक बैकग्राउंड शोर होने पर अच्छी तरह से सुनने में असमर्थता
  • ऊँची आवाज सुनने में कठिनाई
  • चक्कर आना
  • टिनिटस, ये तब होता है जब आप अपने कानों में अजीब सी बजने वाली आवाज सुनते हैं।

 इसे भी पढ़ें :  बच्चों में सुनने की क्षमता कम होने के कारण

सडन सेंसरीनुरल हियरिंग लॉस के लिए उपचार-

एंटीबायोटिक्स और कान में इसका इलाज अक्सर इसके लक्षणों को सुन कर और निर्धारित करके की जा सकती है। कई मामलों में, गंभीर हियरिंग लॉस हेडफ़ोन का उपयोग के कारण भी हो सकता है। जो लोग कान से जुड़ी इन परेशानियों से पीड़ित होते हैं, वे अपनी समस्याओं के साथ बढ़ती एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी का अनुभव करते हैं। इसके अलावा सामान्य तरीके से बात करते समय इनव्यक्तियों में हिलते हुए होंठों को पढ़ना शामिल होता है। ऐसे में जरूरी ये है कि आप सबसे पहले डॉक्टर के पास जाएं। साथ ही आप डॉक्टर द्वारा सुझाया हुआ इयर ड्रोप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

Read more articles on Other-Diseases in Hindi

Read Next

आइब्रो में होने वाले दर्द को न समझे मामूली, ये 5 समस्याएं हो सकती हैं कारण

Disclaimer