What is Retinitis Symptoms Causes Treatment in Hindi: आंखें शरीर का नाजुक हिस्सा होती हैं, जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। काफी हद तक हमारा स्वास्थ्य हमारे लाइफस्टाइल पर भी निर्भर करता है आजकल खराब और अनियमित जीवनशैली के चलते लोगों में आंखों से जुड़ी बीमारियां जैसे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और ब्लाइंडनेस जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। आंखों की देखभाल करने से भी शरीर में चल रही कई बीमारियों का पता चल सकता है।
ऐसी ही एक बीमारी है रेटिनाइटिस, जो मुख्य रूप से हमारी आखों में मौजूद रेटिना को प्रभावित करती है। यह बीमारी रेटिना में मौजूद संवेदनशील टिशु को प्रभावित करती हैस जिससे कई बार मस्कुलर एडेमा और मोतियाबिंद जैसी समस्या भी हो सकती है। हालांकि, यह बीमारी आम है, लेकिन अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाए तो इससे आंखों से जुड़ी समस्या और भी बढ़ सकती है। आइये जगत फार्मा और बासु आई सेंटर के आखों के विशेषज्ञ डॉ. मनदीप सिंह बासु से जानते हैं रेटिनाइटिस के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में।
क्या है रेटिनाइटिस?
रेटिनाइटिस आंखों से जुड़ी बीमारियों का एक समूह है, जो आंखों की सेहत को प्रभावित करने के साथ ही कई बार रेटिना को डैमेज या देखने में कठिनाई का भी कारण बन सकती है। आमतौर पर यह बीमारी दोनों आंखों को प्रभावित करती है। देखा जाए तो यह समस्या 20 से 60 साल की उम्र तक के लोगों में होती है। कुछ लोगों में यह बीमारी होने पर आंखों की रोशनी तेजी से कम होती है तो कुछ में धीमी गति से होती है। कई बार यह हार्ट के रोगियों या लंबे समय तक एंटीबायोटिक लेने वाले लोगों में भी हो सकती है।
रेटिनाइटिस के कारण
- रेनिटाइटिस होने के पीछे बहुत से कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
- कई बार इंफेक्शन या जेनेटिक म्यूटेशन के कारण भी रेटिनाइटिस की समस्या हो सकती है।
- रेटिना के सेल्स को कंट्रोल करने वाले जीन्स में बदलाव होने के कारण भी रेनिटाइटिस की समस्या हो सकती है।
- कुछ मामलों में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर भी रेटिनाइटिस का कारण बन सकता है।
- रेटिना की रक्त वाहिकाएं संकुचित होने पर भी आप रेनिटाइटिस का शिकार हो सकते हैं।
रेटिनाइटिस के लक्षण
- रेटिनाइटिस होने पर आप आपको देखने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे में धुंधला दिखाई दे सकते हैं।
- रेटिनाइटिस होने पर आपको धीमी रोशनी में रहने में कठिनाई हो सकती है।
- शुरूआती दिनों में आपको रात में देखने में समस्या हो स कती है।
- तेज रोशनी में रहने पर कई बार आंखों में चुभन या सेंसिटिव महसूस हो सकता है।
- रेटिनाइटिस होने पर कई बार रंग पहचान पाने में भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
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रेटिनाइटिस का इलाज
डॉ. बासु के मुताबिक रेटिनाइटिस होने पर इसके पीछे के कारणों और शरीर में होने वाली अन्य समस्याओं को ठीक किया जाता है। ऐसे में डॉक्टर आपकी सिस्टॉइड मैस्कुलर एडिमा (CME) को ठीक करते हैं, इससे रेटिना की समस्याएं ठीक होती हैं। कई मामलों में रेटिनाइटिस को ठीक करने के लिए मोतियाबिद को ठीक किया जाता है। इसके साथ ही फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा एक जीन थेरेपी RPE65 को इस समस्या को ठीक करने के लिए अप्रूव किया गया है।