
Retinal Damage Symptoms: आंखें शरीर का सबसे संवेदनशील अंग होती हैं। खानपान में गड़बड़ी, खराब जीवनशैली और बढ़ते प्रदूषण की वजह से आंख से जुड़ी परेशानियां लोगों में बढ़ रही हैं। बढ़ती उम्र में खराब डाइट और लाइफस्टाइल की वजह से आपके आंखों की रोशनी भी जा सकती है। आंखों की ज्यादातर बीमारियां रेटिना में खराबी की वजह से होती हैं। रेटिना आंख का पिछला पर्दा है। किसी भी चीज को देखने और प्रकाश का विश्लेषण करने में रेटिना की मदद ली जाती है। रेटिना से जुड़ी बीमारियों के मरीज भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। आनुवांशिक कारणों की वजह से भी रेटिना से जुड़ी बीमारियों का खतरा बना रहता है। अगर सही समय पर रेटिना में खराबी का पता लगा लिया जाए, तो गंभीर नुकसान से बचा जा सकता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं रेटिना में खराबी के शुरुआती संकेत के बारे में।
रेटिना में खराबी के लक्षण- Retinal Damage Symptoms in Hindi
रेटिना से जुड़ी बीमारियां न सिर्फ बुजुर्गों में ही बल्कि कम उम्र के युवाओं में भी देखने को मिल रही हैं। लाइफस्टाइल कंडीशन जैसे डायबिटीज या ब्लड प्रेशर के कारण भी रेटिना से जुड़ी बीमारी का खतरा बना रहता है। रेटिना में खराबी आने पर आपकी नजर कमजोर हो सकती और धुंधला दिखना शुरू हो सकता है। सीतापुर आंख अस्पताल के डॉ. धर्मेंद्र सिंह कहते हैं कि डायबिटिक रेटिनोपैथी से लेकर मोतियाबिंद तक रेटिना से जुड़ी कई बीमारियां लाइफस्टाइल और खानपान में गड़बड़ी के कारण होती हैं।
इसे भी पढ़ें: सुप्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण सेठी बता रहे हैं आंखों को हेल्दी रखने के टिप्स
रेटिना में खराबी के कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
1. नजर कमजोर होना
रेटिना से जुड़ी समस्या होने पर आपको देखने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस वजह से आपकी नजर कमजोर हो सकती है। नजर से जुड़ी परेशानियों की स्थिति में रेटिना की जांच करानी चाहिए।
2. रंग पहचानने में दिक्कत
रेटिना में खराबी आने पर आपको रंगों की पहचान करने में भी दिक्कत हो सकती है। इसकी वजह से आपको कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ सकता है।
3. धुंधला दिखना
रेटिना में खराबी की वजह से आपको धुंधला दिखना शुरू हो सकता है। इसकी वजह से रात में भी कम दिखाई दे सकता है।
4. आंखों में प्रकाश की चमक दिखना
रेटिना में खराबी आने पर आपको अचानक लाइट चमचमाती हुई दिख सकती है। इस स्थिति को नजरअंदाज करने के बजाय डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
इसे भी पढ़ें: High Cholesterol: हाई कोलेस्ट्रॉल का आंखों पर क्या असर पड़ता है? जानें डॉक्टर से
आंखों से जुड़ी बीमारियों का बड़ा कारण आपकी जीवनशैली से जुड़ी आदतें हैं। स्मोकिंग और शराब का सेवन करने वाले लोगों में आंख की बीमारी का जोखिम ज्यादा रहता है। इससे बचने के लिए स्मोकिंग और शराब के सेवन से दूरी बनाएं। ऊपर बताये गए लक्षणों को पहचानकर सही समय पर इलाज लेने से आप गंभीर परेशानी का शिकार होने से बच सकते हैं। आंखों में जलन, लाली या दर्द होने पर डॉक्टर की सलाह लें और आंखों को समय-समय पर साफ पानी से जरूर धुलें।
(Image Courtesy: Freepik.com)