
सेहतमंद रहने के लिए आपको पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। लेकिन भोजन और आहार को चबाने के लिए स्वस्थ दांत होना भी उतना ही आवश्यक हैं। अकसर हम अपनी सेहत के लिए डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान देते हैं, लेकिन दांतों को स्वस्थ बनाने पर कोई ध्यान नहीं देते हैं। वास्तव में देखा जाए तो दांतों की सेहत के लिए हम बस केवल सुबह के समय दांतों को साफ करते हैं। आपके दांत भले ही बाहर से आप मजबूत और साफ दिखें, लेकिन कई बार ये अंदर से खराब होने लगते हैं। दांतों की कुछ परेशानियां बेहद धीमी गति से बढ़ती है और बाद में इसे ठीक करना बेहद मुश्किल हो जाता है। कई बार आपके दांतों में चोट लगने की वजह से दांतों के आस-पास के टिश्यू और हड्डी में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से आपको दांतों में दर्द होने लगता है। इस लेख में हम आपको दांतों के टिश्यू और हड्डी में होने वाली परेशानी के बारे में बता रहे हैं। मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, शालीमार बाग के एम.डी.एस. प्रोस्थोडॉन्टिस्ट और ओरल इंप्लांटोलॉजिस्ट डॉ प्रेरणा कौशिक (वरिष्ठ सलाहकार) से जानते हैं कि इस समस्या में आपको क्या लक्षण महसूस होते हैं।
दांतों की जड़ों में परेशानी कितने प्रकार की होती है? Types Of Tooth Resorption In Hindi
इस स्थिति में दांतों की जड़ों धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। इसकी वजह से आपके दांतों से जबाने में परेशानी होती है और दांत गिरने लगते हैं। दांतों की जड़ों में परेशानी दो प्रकार की होती है, जिसे आंतरिक और बाहरी कहा जाता है। आंतरिक समस्या में दांत की जड़ें अंदर से प्रभावित होती हैं, जबकि बाहरी में दांतों की समस्या बाहर से अंदर की ओर बढ़ती है।
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दांतों की जड़े खराब होने के कारण - Causes Of Tooth Resorption In Hindi
दांतोंकी जड़ें खराब होने के कई कारण हो सकते हैं। बाहरी रूप से दांतों की समस्या का मुख्य कारण चोट होती है। इसमें दांतों की जड़ों में सूजन और उसके टिश्यू और हड्डियों में नुकसान हो सकता है। दांतों की सफाई करते समय या ब्रसेस की वजह से भी दांतों की जड़ों में समस्या हो सकती है।
दांतों की जड़ों खराब होने पर दिखते हैं ये लक्षण - Symptoms of Tooth Resorption In Hindi
दांतों में दर्द होना
दांतों की जड़ों में समस्या होने पर जड़ों के आसपास की नसें भी प्रभावित होती हैं। इसकी वजह से आपको दांतों में दर्द महसूस होता है। लेकिन दांतों में कैविटी और मसूड़ों की समस्या में भी आपको दर्द हो सकता है। हमेशा इसे जड़ों की समस्या ही नहीं समझना चाहिए।
मसूड़ों में सूजन आना
दांतों में समस्या होने पर आपके मसूड़ों में सूजन आ जाती है। मसूड़ों में सूजन आना भी केवल दांतों की जड़ों में परेशानी का ही संकेत नहीं होता है। इसके अलावा दांतों से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी आपको मसूड़ों में सूजन हो सकती है।
दांतों का हिलना
दांतों की जड़ों में समस्या होने पर आपके दांत कमजोर होकर हिलने लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि टिश्यू दांतों की पकड़ को कमजोर कर देते हैं। जिससे दांत हिलना शुरु कर देते हैं। दांतों के हिलने की समस्या को अनदेखा करने से दांत समय से पहले टूट सकते हैं।
दांतों के बीच में जगह बनना
दांतों की जड़ों में परेशानी होने पर दो दांतों के बीच का गैप बढ़ जाता है। ऐसा दांतों की जड़ों के कमजोर होने की वजह से होता है। दांतों की जड़ों के टिश्यू चोट की वजह से कमजोर हो सकते हैं।
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दांतों की जड़ों को खराब होने से कैसे बचाएं? Prevention Tips For Tooth Resorption In Hindi
- दांतों की नियमित रूप से सफाई करें।
- रात को दांत साफ करके ही सोएं।
- दांतों को चोट लगने से बचाएं।
- किसी तरह की चोट लगने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- दांतों की देखभाल के लिए नियमित चेकअप कराएं।
- दांतों की कैविटी और अन्य समस्याओं को अनदेखा न करें।
दांतों की नियमित रूप से सफाई करने और जांच से आप कई तरह की समस्याओं से बच सकते हैं। अपनी सेहत के साथ ही दांतों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक होता है।