Endometriosis is Linked to Heart Disease: महिलाओं को अपने जीवनकाल में स्वास्थ्य से जुड़ी कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कभी प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली समस्याएं, तो कभी मेंस्ट्रुएशन और मेनोपॉज के दौरान होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं, कुछ महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस की समस्या होती है। यह गर्भाशय से जुड़ी एक समस्या है। हाल ही में डेनमार्क के Rigshospitalet Copenhagen यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं में हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा ज्यादा रहता है।
35 फीसदी ज्यादा रहता है हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा
स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं में हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने का खतरा 35 फीसदी ज्यादा रहता है। स्टडी के लीड ऑथर डॉ. ईवा हैवेर्स बोरगेरन्स ने कहा कि एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं की कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को रूटीन से चेक किया जाना जरूरी है। दरअसल, साल 1977 से लेकर 2021 तक के डेटा के आधार पर यह स्टडी की गई है। डेटा के मुताबिक एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं में मायोकार्डियल इंफार्क्शन और इसहेइमिक स्ट्रोक की समस्या थी। साथ ही कुछ में हार्ट फेलियर के भी लक्षण मिले थे। जिससे यह पता चलता है कि एंडोमेट्रियोसिस और हार्ट डिजीज का आपस में सीधा संबंध है।
क्या है एंडोमेट्रियोसिस? (What is Endometriosis)
एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में होने वाली एक समस्या है, जो गर्भाशय से जुड़ी होती है। महिलाओं के गर्भाशय के टिश्यू कई बार बाहर की ओर निकलने लगते हैं। इस स्थिति को एंडोमेट्रियोसिस कहा जाता है। इन महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या होती है। कई बार पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग होने पर एंडोमेट्रियल टिशू की परत टूटने लगती है, जिससे पीरियड्स में निकलने वाला ब्लड पेल्विक में जमा होने लगता है। इससे भी कई बार यह समस्या हो सकती है।
इसे भी पढ़ें - गर्भाशय फाइब्रॉएड का इलाज कैसे होता है? जानें जरूरी सावधानियां
एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण (Endometriosis Symptoms)
- एंडोमेट्रियोसिस होने पर महिलाओं को जरूरत से ज्यादा थकान और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
- ऐसे में कई बार सेक्स करते समय भी दर्द हो सकता है।
- पेल्विक एरिया में दर्द हो सकता है।
- कई बार मलत्याग के दौरान दर्द होने के साथ ही पेट फूलने जैसी समस्या भी हो सकती है।
Read Next
डेंगू के मरीजों में 55 फीसदी ज्यादा रहता है हार्ट से जुड़ी समस्याओं का जोखिम, स्टडी में हुआ खुलासा
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version