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उम्र से पहले अंडाशय का ठीक से काम न करना होता है Primary Ovarian Insufficiency, जानें क्या हैं 4 इसके लक्षण

What Is Primary Ovarian Insufficiency: पीओआई या प्राइमरी ओवेरियन इंसफिशिएंसी होने पर महिलाओं को कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे अनियमित पीरियड्स, हार्मोनल इंबैलेंस आदि।
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उम्र से पहले अंडाशय का ठीक से काम न करना  होता है Primary Ovarian Insufficiency, जानें क्या हैं 4 इसके लक्षण


Primary Ovarian Insufficiency: प्राइमरी ओवेरियन इंसफिशिएंसी यानी प्राथमिक डिम्बग्रंथि अपर्याप्तता (पीओआई) तब होती है, जब महिला की ओवरीज 40 साल की उम्र से पहले ही सामान्य तरीके से काम करना बंद कर देते हैं। परिणामस्वरूप महिला को कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे प्रजनन क्षमता में कमी, अनियमित मासिक धर्म या मेनोपॉज के लक्षण नजर आना। हालांकि, कई महिलाओं को पीओआई, मेनोपॉज जैसा लगता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि दोनों के लक्षण काफी हद तक एक जैसे हैं। आपको बता दें कि पीओआई का मतलब मेनोपॉज नहीं होता है। पीओआई होने के बावजूद ओवरीज पूरी तरह काम करना बंद नहीं करती हैं, जबकि मेनोपॉज के बाद इस तरह की चीजें देखी जाती हैं। बहरहाल, इस लेख में Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से हम जानेंगे कि पीओआई होने पर महिलाओं में किस तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं।

पीओआई के लक्षण- Primary Ovarian Insufficiency Know Symptoms

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अनियमित पीरियड्स

पीओआई होने के कारण महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं या पूरी तरह पीरियड्स बंद हो सकते हैं। इस अवस्था को एमनोरिया कहा जाता है। वास्तव में, पीओआई के कारण ओवरी सामान्य तरीके से काम करना बंद कर देते हैं, जिससे एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आ जाती है। ऐसे में 40 साल की उम्र से पहले ही महिलाओं को कई तरह के हार्मोनल बदलावों का सामना करना पड़ता है।

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लो एस्ट्रोजन के लक्षण

डॉ. शोभा गुप्ता के अनुसार, "पीओआई के कारण महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी के लक्षण भी उभर सकते हैं। जैसा कि बार-बार जिक्र कर रहे हैं कि पीओआई के कारण पीरियड्स अनियिमत हो जाते हैं, जिससे हार्मोनल असंतुलन हो जाता है और एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आती है। एस्ट्रोजन कम होने पर आपको कई लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे हॉट फ्लैशेज, रात को बहुत ज्यादा पसीना आना, वजाइनल ड्राइनेस आदि।"

मूड स्विंग होना

चूंकि पीओआई के कारण हार्मोनल असंतुलन हो जाता है। इसका मूड पर नेगेटिव असर पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें, तो एस्ट्रोजन के स्तर में कमी के कारण ब्रेन का मूड रेगुलेशन फंक्शन प्रभावित होने लगता है। इसी वजह से पीओआई होने पर महिलाओं को मूड स्विंग झेलना पड़ता है। इस दौरान उन्हें चिड़चिड़ापन, गुस्सा, एंग्जाइटी, डिप्रेशन आदि समस्याएं हो सकती हैं।

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यौन संबंध से दूरी

पीओआई  के कारण महिलाओं में यौन संबंध के प्रति अरुचि हो जाती है। इस बारे में डॉक्टर समझाते हैं, ‘जब कोई महिला पीओआई से जूझ रही होती हैं, तो ऐसे में उन्हें अनियमित पीरियड्स होते हैं। इससे हार्मोनल इंबैलेंस और एस्ट्रोजन के स्तर में कमी हो जाती है। नतीजनत, वजाइनल ड्राइनेस और इचिंग की समस्या होने लगती है। ऐसे में यौन संबंध के प्रति अरुचि होना स्वाभाविक हो जाता है।

निष्कर्ष

पीओआई होने पर महिलाओं के पीरियड्स अनयिमत होते हैं, इसलिए पीओआई के लक्षणों पर गौर करना जरूरी है। अगर किसी को हार्मोनल इंबैलेंस, एस्ट्रोजन के स्तर में कमी और यौन संबंध के प्रति अरुचि हो जाए,तो उन्हें इन लक्षणों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। बेहतर होगा कि तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं।

All Image Credit: Freepik

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  • Current Version

  • Sep 22, 2025 15:16 IST

    Published By : Meera Tagore

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