Mouth Taping for Sleep In Hindi: स्वस्थ रहने के लिए डाइट में पोषण युक्त आहार लेना जितना जरूरी है ठीक उतना ही जरूरी नींद लेना भी है। अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो इससे आपको ब्रेन संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज सोशल मीडिया में माउथ टेपिंग का ट्रेंड चला है। दरअसल, इस तकनीक को खर्राटों की समस्या को दूर करने का तरीका माना जा रहा है। साथ ही, दावा किया जा रहा है कि इससे व्यक्ति को नींद अच्छी आती है। आगे जानते हैं क्या वाकई में माउथ टेपिंग से नीदं आती है।
क्या मुंह पर टेप लगाने से खर्राटों को कम करने में मदद मिलती है?- Does Mouth Taping Help With Snoring In Hindi
स्लीप फाउंडेशन के मुताबिक खर्राटों की समस्या में मुंह पर टेप लगाना फायदेमंद हो सकता है। एक स्टडी में पाया गया कि हल्के ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया में मुंह में जालीदार पैच लगाने से व्यक्तियों को मुंह से सांस लेनी पड़ी। इससे उनके खर्राटों में कमी देखने को मिली। फिलहाल, मुंह में टेप लगाने पर शोध नहीं किया गया है।
माउथ टेपिंग क्या फायदे - Benefits of Mouth Taping in Hindi
फिलहाल, सोशल मीडिया पर कई लोग इस बात का दावा करते हैं कि मुंह में टेप लगाने से कई समस्याएं दूर होती हैं। इससे खर्राटे, मुंह की बदबू, रात में बार-बार प्यास लगना व थकान आदि में आराम मिलता है। लेकिन, इस पर किसी तरह की कोई रिसर्च नहीं की गई है।
हार्वड यूनिवर्सिटी के मुताबिक जब आप नाक से सांस लेते हैं, तो इससे एलर्जी फैलाने वाले एलर्जन्स फिल्टर हो जाते हैं। इससे एलर्जी की संभावना काफी हद तक दूर होती है। रेस्पिरेटरी सिस्टम बेहतर तरह से कार्य कर पाता है। हालांकि, यदि आपको पहले से ही किसी तरह की समस्या है तो ऐसे में आप मुंह को टेपिंग न करें।
माउथ टेपिंग के क्या नुकसान - Mouth Taping Side Effects In Hindi
मुंह पर टेप लगाने से आपको रात को सोते समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। टेप आपके सांस लेने के पैर्टन में बदलाव कर सकता है। साथ ही, इससे स्किन पर एलर्जी हो सकती है। इससे आपको एंग्जायटी और सोने में भी दिक्कत आ सकती है। सुबह के समय टेप को हटाते समय लिप के पास मौजूद बालों टूट सकते हैं।
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अगर आपको नींद से संबंधित कोई समस्या है तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। साथ ही, जब तक इलाज शुरू नहीं होता, तब तक आप रोजाना एक्सरसाइज, योगा, मेडिटेशन कर सकते हैं। मेडिटेशन से दिमाग की नसों को आराम मिलता है और दिमाग पर पड़ने वाला दबाव कम होता है।