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फ्लैट फुट (सपाट पैरों) में टेपिंग करने से मिल सकता है आराम, एक्सपर्ट से सही जानें तरीका

फ्लैट फुट की समस्या से बचने के लिए आप टेपिंग टेक्निक की मदद ले सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इस टेक्निक में आपको क्या करना है और इससे क्या फायदे होते हैं।
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फ्लैट फुट (सपाट पैरों) में टेपिंग करने से मिल सकता है आराम, एक्सपर्ट से सही जानें तरीका

आमतौर पर लोगों के पैरों के तलवे में आर्च होता है। हालांकि, कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिनके तलवे पूरी तरह से सपाट होते हैं। अगर आसान शब्दों में समझने की कोशिश करें, तो इन लोगों के पैरों के तलवे नीचे से बिलकुल सीधे होते हैं। इससे व्यक्ति को कोई खास समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है, लेकिन आप इसे नजरअंदाज भी नहीं कर सकते हैं। यह समस्या हर उम्र के लोगों में हो सकती है, लेकिन ध्यान रखें कि इसकी शुरुआत बचपन से हो जाती है। अगर आप फ्लैट फुट को ठीक करना चाहते हैं, तो बचपन से ही इसका इलाज शुरू करना फायदेमंद होगा। बता दें कि शुरुआत में ज्यादातर बच्चों के पैर सपाट होते हैं, लेकिन 3 से 5 साल की उम्र के बीच बच्चों के पैरों में आर्च बनने लगता है। अगर बच्चे का पैर इस उम्र के बाद भी सपाट है, तो उन्हें फ्लैट फुट नाम का आनुवंशिक विकार हो सकता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको फ्लैट फुट को ठीक करने वाली एक टेक्निक के बारे में बातएंगे। हमें इस बारे में जानकारी एक्सरसाइज साइंस स्पेशलिस्ट और मूवमेंट थेरेपिस्ट डॉ. दृष्टि ने दी है।

फुट टेपिंग टेक्निक क्या है?

flat feet

आप फ्लैट फुट की समस्या से बचाव के लिए टेपिंग टेक्निक का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, टेपिंग करने से पैर की नेविक्यूलर हड्डी ऊपर की ओर उठ जाती है। बता दें कि यह पैर की एक छोटी हड्डी है, जो नाव के आकार की होती है। नेविक्यूलर हड्डी पैर के तलवे में आर्च बनाने का काम करती है। साथ ही, इंसान को सही तरह चलने में मदद करती है। पैरों के तलवों में टेपिंग करने से यह हड्डी ऊपर उठी रहती है और तलवे में आर्च बनने लगता है।

टेपिंग करने के क्या फायदे हैं?

बता दें कि पैरों के तलवों की टेपिंग करने से काफ और हैमस्ट्रिंग मसल्स में खिंचाव आता है। साथ ही, इस तकनीक से पेरोनियस (Peroneus), पोस्टीरियर टिबियल मसल्स (Posterior tibial muscles) और इन्ट्रिंसिक फुट मसल्स (Intrinsic foot muscles) को मजबूती मिल सकती है। टेपिंग टेक्निक से पैरों को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। 

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फ्लैट फुट के लक्षण क्या हैं?

फ्लैट फुट होने पर कई लक्षण नजर आते हैं। जैसे कि चलने-फिरने के दौरान पैर और टखने के अंदरूनी हिस्से में दर्द, दौड़ने में परेशानी, चलने-फिरने या अन्य कोई गतिविधि करने पर पैरों में दर्द होना, टखने के अंदरूनी हिस्से में सूजन, पैर की नस दबने के कारण पैर के निचले हिस्से का सुन्न होना, पैर के ऊपरी हिस्से में हड्डी उभरी हुई दिखना और उसमें दर्द होना आदि। अगर आपको इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो यह फ्लैट फुट के लक्षण हैं।

डॉक्टर के पास कब जाएं?

बता दें कि फ्लैट फुट की समस्या कई बार लोगों के एक ही पैर में होती है। अगर आपको लगा रहा है कि आपके एक पैर का तलवा सपाट हो गया है, तो यह किसी अंदरूनी समस्या की वजह से भी हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए। साथ ही, अगर आपको पैर में ज्यादा दर्द महसूस हो रहा है, तब भी आप डॉक्टर को दिखा सकते हैं।  

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कई लोगों को फ्लैट फुट के कारण कोई खास समस्या नहीं होती है, लेकिन फिर भी इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कई लोग इसे मेडिकल नहीं स्पिरिचुअल नजरिए से देखते हैं। हालांकि, आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। आपको टेपिंग करानी चाहिए या नहीं, इसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको पैरों में किसी भी तरह की समस्या होती है, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। 

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