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बेड पर सुलाते ही अचानक चौक जाता है शिशु तो मोरो रिफ्लेक्स का हो सकता है संकेत, जानें इसके कारण

अचानक तेज आवाज सुनने, तेज स्पीड या अन्य कारणों से शिशु के चौंकने पर वे अचानक अपने हाथों को बाहर निकालते हैं और फिर दोबारा अंदर की ओर ले जाते हैं, तो इस प्रक्रिया को मोरो रिफ्लेक्स के रूप में जाना जाता है, आइए जानते हैं इसके कारण- 
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बेड पर सुलाते ही अचानक चौक जाता है शिशु तो मोरो रिफ्लेक्स का हो सकता है संकेत, जानें इसके कारण


शिशुओं के साथ रहने के दौरान अक्सर हम उनके बारे में नई-नई चीजों को जानते और समझने की कोशिश करते हैं। शिशुओं में नजर आने वाली छोटी से छोटी प्रतिक्रिया भी कई बार चौंका देने वाली होती है। ऐसे में कई आपने अपने शिशु को अचानक तेज आवाज पर या कई बार उन्हें हवा में हिलाने के दौरान या डर के कारण हाथों को बाहर फैलाते और फिर तुरंत अंदर वापस समेत लेते हैं। या कभी आपने इस बात का अनुभव किया होगा कि अचानक बैड पर सुलाते ही आपका शिशु चौंक जाता है, लेकिन इसका क्या कारण होता है। मेडिकल की भाषा में शिशुओं के इस रिएक्शन को मोरो रिफ्लेक्स के रूप में जाना जाता है। ऐसे में आइए नोएडा के मदरहुड अस्पताल के कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन और नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ. निशांत बंसल से जानते हैं कि मोरो रिफ्लेक्स क्या होता है और इसके क्या कारण हैं?

मोरो रिफ्लेक्स क्या है? - What Is Moro Reflex in Hindi?

मोरो रिफ्लेक्स या स्टार्टल रिफ्लेक्स एक ऐसी प्रतिक्रिया है, जो नवजात शिशुओं में दिखाई देती है। यह रिफ्लेक्स आमतौर पर जन्म के समय से लेकर 4 से 6 महीने तक के बीच शिशुओं में देखने को मिलता है। मोरो रिफ्लेक्स के कारण, जब बच्चा अचानक कोई तेज आवाज सुनता है, अचानक कोई हलचल महसूस करता है, या जब उसे अचानक से कोई सहारा नहीं मिलता, तो वह अपने हाथों को बाहर की ओर फैलाता है, अंगुलियों को खोलता है और फिर तुरंत वापस अंदर खींच लेता है। यह एक सामान्य रिएक्शन है, जो शिशुओं के नर्व सिस्टम के विकास को दिखाता है। 

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मोरो रिफ्लेक्स के कारण - Causes of Moro Reflex in Hindi?

1. शिशु का इम्मैच्योर नर्वस सिस्टम

जब बच्चा जन्म लेता है, तब उसका नर्वस सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं होता है। इसलिए जब बच्चा अपने आसपास अचानक से कोई बदलाव महसूस करता है, जैसे तेज आवाज या स्पीड, तो उसका रिएक्शन मोरो रिफ्लेक्स के रूप में नजर आता है।

2. अचानक बदलाव

किसी भी अचानक बदलाव, जैसे कि तेज आवाज़, तेज रोशनी, या तेज स्पीड होने पर शिशुओं का नर्वस सिस्टम रिएक्ट करता है और मोरो रिफ्लेक्स उत्पन्न होता है।

3. शारीरिक स्थिति

अगर शिशु को बहुत जल्दी या अचानक उठाया जाता है या उसे बहुत जल्दी किसी जगह पर रखा जाता है, तो भी मोरो रिफ्लेक्स के रूप में शिशु रिएक्ट करता है।

moro reflex in babies

4. अचानक से शोर होना

जब शिशु अचानक से जोर से कोई आवाज सुनता है तो वह डरकर अपना रिएक्शन देते हुए मोरो रिफ्लेक्स दिखाता है।

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मोरो रिफ्लेक्स के लक्षण - Symptoms Of Moro Reflex in Hindi?

  • हाथों का बाहर की ओर फैलना और उंगलियों का खुलना
  • हाथों का वापस अंदर की ओर आना
  • तेज आवाज पर डरकर मोरो रिफ्लेक्स का रिएक्शन
  • अचानक हिलाने पर मोरो रिफ्लेक्स रिएक्ट दिखाना

मोरो रिफ्लेक्स का इलाज - Moro Reflex Treatment in Hindi

मोरो रिफ्लेक्स एक सामान्य और स्वाभाविक रिएक्शन है, जो नवजात शिशुओं में होती है। यह रिफ्लेक्स आमतौर पर 4 से 6 महीने के अंदर कम हो जाता है, क्योंकि शिशु का नर्व सिस्टम विकसित हो जाता है। इस रिफ्लेक्स के लिए कोई विशेष इलाज की जरूरत नहीं होती है, लेकिन अगर यह 6 महीने के बाद भी जारी रहता है, तो यह किसी नर्व से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।

निष्कर्ष

मोरो रिफ्लेक्स नवजात शिशुओं के लिए एक सामान्य प्रतिक्रिया है, जो शिशुओं में नर्व सिस्टम के विकास का एक हिस्सा है, जो आमतौर पर कुछ महीनों में बंद हो जाता है।
Image Credit: Freepik

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