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हल्की ठंड में बढ़ रहे हैं गले की एलर्जी के रोगी, डॉक्टर से जानें इसके कारण और इलाज

मौसम में बदलाव के साथ ही लोगों को गले में खराश और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। आगे जानते हैं गले में दर्द के कारण और इसे दूर करने के तरीका
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हल्की ठंड में बढ़ रहे हैं गले की एलर्जी के रोगी, डॉक्टर से जानें इसके कारण और इलाज


मौसम में बदलाव होने पर पूरे वातावरण में परिवर्तन महसूस होता है। इसका प्रभाव सेहत पर भी देखने को मिलता है। वातावरण का यह बदलाव सेहत से जुड़ी समस्याएं भी लेकर आता है। इस मौसम में वायरस और बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वायरस और बैक्टीरिया की वजह से बुखार, बदन दर्द, सर्दी, और गले में इंफेक्शन के मामले बढ़ जाते हैं। गले में इंफेक्शन होने पर आपको चीजों को निगलने में परेशानी होती है। जबकि, कुछ लोगों को पानी पीने तक में दिक्कत होने लगती है। ऐसे में बोलना और सांस लेने में भी मुश्किल होती है। सर्दियों की शुरुआत होने पर गले में इंफेक्शन होना एक आम समस्या मानी जाती है। इस लेख में आगे नारायणा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन डॉ. गौरव जैन से जानते हैं कि गले में दर्द होने के पीछे क्या कारण हो (Allergic Reaction In Throat During Weather Changes) सकते हैं? साथ ही, इस समस्या से बचाव कैसे किया जा सकता है। 

गले में इंफेक्शन के कारण - Causes Of Allergic Reaction In Throat During Weather Changes in Hindi 

बैक्टीरियल इंंफेक्शन 

वायरल संक्रमण के अलावा, बैक्टीरियल इंफेक्शन भी गले में खराश के लिए जिम्मेदार हो सकता है। स्ट्रेप्टोकोकस पायोजेन्स, स्ट्रेप गले का कारण बनने वाला बैक्टीरिया है। बैक्टीरिया इंफेक्शन (Bacterial infection), वायरल इंफेक्शन से ज़्यादा गंभीर हो सकता है और इसके लिए एंटीबायोटिक्स जैसे मेडिकल इलाज की आवश्यकता हो सकती है।

Allergic Reaction In Throat During Weather Changes in Hindi

वायरल इंफेक्शन 

मौसम में बदलाव वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) के तेजी से फैलने में मदद करता है। सामान्य सर्दी के वायरस, इन्फ्लूएंजा और अन्य श्वसन वायरस नमी युक्त और आर्द्र वातावरण में पनपते हैं। जब ये वायरस आपके शरीर में प्रवेश करते हैं, तो वे गले में सूजन और जलन पैदा कर सकते हैं, जिससे गले में खराश हो सकती है। संक्रमित व्यक्तियों द्वारा खांसने और छींकने से भी वायरस फैल सकते हैं।

एलर्जी 

मौसम में बदलाव होने पर कुछ बीमारियां होना बेहद आम माना जाता हैं। इस दौरान एलर्जी (Allergies) भी हो सकती है, जिससे गले में जलन और दर्द हो सकता है। डॉक्टर्स बताते हैं यह उन लोगों में ज्यादा होती है जो पहले से ही एलर्जी की समस्या का सामना कर चुके होते हैं। ब्रोन्कियल अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित लोगों में यह एलर्जी तेजी से फैल सकती है। 

गले में इंफेक्शन के लक्षण - Symptoms Of Allergic Reaction In Throat During Weather Changes

  • गले में खुजली और जलन
  • सूजन और खराश
  • सूखी खांसी
  • बोलने या निगलने में कठिनाई
  • गले में कफ जमा होना
  • नाक बहना या बंद होना
  • आंखों में जलन और पानी आना, आदि। 

गले में इंफेक्शन का इलाज कैसे किया जाता है? - Treatment Of Allergic Reaction In Throat During Weather Changes in Hindi 

एंटीबायोटिक्स 

इसमें डॉक्टर मरीज की स्थिति को समझकर उसे एंटीबायोटिक्स दवाएं देते हैं। इससे बैक्टीरियल और वायरल इंंफेक्शन के दौरान होने वाले समस्याओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 

गर्म पानी और नमक से गरारे

गले की एलर्जी को कम करने के लिए गर्म पानी में थोड़ा नमक डालकर गरारे करें। यह गले में जमा बलगम को साफ करने और सूजन को कम करने में मदद करता है।

ह्यूमिडिफायर का उपयोग 

घर के अंदर नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें, खासकर सर्दी के मौसम में। यह शुष्क हवा से होने वाली एलर्जी को कम करता है।

हाइड्रेशन 

अधिक से अधिक पानी पीना गले को हाइड्रेटेड रखता है और गले की खुजली और सूखापन को कम करता है।

प्रदूषण और धुएं वाली जगह में न जाए 

इस दौरान डॉक्टर मरीज को प्रदूषण और धुएं वाली जगह में जाने से मना करते हैं। दरअसल, ऐसे माहौल में प्रदूषण से खांसी आ सकती हैं, जो आगे चलकर गले में इंफेक्शन का कारण बन सकता है। 

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मौसम परिवर्तन के दौरान गले में एलर्जी की समस्या आम है, लेकिन इससे बचाव और सही उपचार से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। साफ-सफाई, मास्क का उपयोग, और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करके आप गले में एलर्जी की समस्या को कम कर सकते हैं। यदि लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से सलाह लेना अनिवार्य है।

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