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बीते कुछ सालों में तेजी से बढ़े हैं लंग फाइब्रोसिस के मामले, जानें इस गंभीर बीमारी के बारे में

Lung Fibrosis in Hindi: लंग फाइब्रोसिस, फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है और इसकी वजह से फेफड़ों की कार्यक्षमता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
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बीते कुछ सालों में तेजी से बढ़े हैं लंग फाइब्रोसिस के मामले, जानें इस गंभीर बीमारी के बारे में


Lung Fibrosis in Hindi: बढ़ता प्रदूषण, खराब जीवनशैली और खानपान से जुड़ी गड़बड़ी के कारण फेफड़े और सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। स्मोकिंग जैसी आदतें और प्रदूषित हवा में सांस लेने के कारण फेफड़ो के कैंसर जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियों के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते कुछ सालों से फेफड़ों से जुड़ी एक बीमारी बुजुर्ग और युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। इस गंभीर बीमारी का नाम है लंग फाइब्रोसिस। लंग फाइब्रोसिस, फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है और इसकी वजह से फेफड़ों की कार्यक्षमता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इस बीमारी में फेफड़ों के ऊतक गंभीर रूप से जख्मी हो जाते हैं और इसके कारण सांस लेने में कठिनाई समेत कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं लंग फाइब्रोसिस के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में।

लंग फाइब्रोसिस क्या है?- What is Lung Fibrosis in Hindi

लंग फाइब्रोसिस को पल्मोनरी फाइब्रोसिस भी कहा जाता है। सामान्य भाषा में कहें तो, इस बीमारी में फेफड़ों में घाव हो जाते हैं और इसकी वजह से सांस लेने में गंभीर समस्या होती है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं कि, "लंग फाइब्रोसिस की बीमारी में ऊतक गंभीर रूप से जख्मी और क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। इसकी वजह से ऊतकों की संरचना और हेल्थ खराब हो जाती है। इसके कारण रेस्पिरेटरी सिस्टम गंभीर रूप से प्रभावित होता है और फेफड़े ठीक ढंग से काम नहीं कर पाते हैं।"

Lung Fibrosis in Hindi

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पल्मोनरी फाइब्रोसिस या लंग फाइब्रोसिस की स्थिति में फेफड़ों की डैमेज को ठीक नहीं किया जा सकता है। इस स्थिति में मरीजों को दवाओं से माध्यम से ठीक करने की कोशिश होती है। दवाओं से बीमारी के लक्षणों को कम करने और मरीज की स्थिति में सुधार की कोशिश की जाती है।

लंग फाइब्रोसिस के कारण- What Causes Lung Fibrosis in Hindi

ज्यादातर लंग फाइब्रोसिस के मरीजों में इस बीमारी के कारण का पता लगाना मुश्किल होता है। डॉक्टर भी अभी इस बीमारी के सटीक कारणों का पता नहीं लगा पाए हैं। कुछ लोगों में बढती उम्र के कारण इस बीमारी का खतरा रहता है। इसके अलावा ऐसा कहा जा रहा है कि कोविड-19 से संक्रमित होने वाले मरीजों में यह बीमारी तेजी से बढ़ी है। लंग फाइब्रोसिस के कुछ मुख्य जोखिम कारक इस तरह से हैं-

  • बढ़ती उम्र
  • धूम्रपान
  • धूल और मिट्टी में काम करने के कारण
  • प्रदूषित हवा में सांस लेने के कारण
  • ऑटोइम्यून डिजीज
  • रेडिएशन थेरेपी
  • कीमोथेरेपी में इस्तेमाल दवाएं

लंग फाइब्रोसिस के लक्षण- Lung Fibrosis Symptoms in Hindi

लंग फाइब्रोसिस के मरीजों में ये लक्षण प्रमुखता से देखे जाते हैं-

  • सांस लेने में तकलीफ
  • खांसी आना
  • अचानक वजन कम होना
  • हाथ और पैर की उंगलियां कांपना
  • मांसपेशियों में तेज दर्द
  • जोड़ों में दर्द

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लंग फाइब्रोसिस का इलाज- Lung Fibrosis Treatment in Hindi

लंग फाइब्रोसिस का इलाज मरीज की स्थिति और बीमारी की गंभीरता के आधार पर होता है। इस बीमारी के कारण फेफड़ों को पहुंचे नुकसान को ठीक नहीं किया जा सकता है। लेकिन मरीजों में लक्षणों को कंट्रोल करने और उनकी स्थिति सुधारने के लिए दवाएं दी जाती हैं। इसके अलावा गंभीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज वेंटिलेटर पर होता है और कुछ मरीजों को लंग ट्रांसप्लांट की सलाह दी जाती है।

(Image Courtesy: freepik.com)

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