Can TB Cause Pulmonary Fibrosis In Hindi: आपको पता ही होगा कि एक समय तक टीबी एक घातक और गंभीर बीमारी थी। इसका कोई इलाज भी नहीं था। यहां तक कि यह संक्रामक है और बहुत आसानी से एक से दूसरे व्यक्ति को फैल सकता है। इसलिए, लोगों को टीबी के मरीजों से भी डर लगता था और न चाहते हुए भी उनसे दूरी बना लेते थे। लेकिन, आज टीबी का इलाज है और लाखों की संख्या में लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं। हालांकि, यह संक्रमाक है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। मूल रूप से टीबी लंग्स को प्रभावित करता है। विशेषज्ञों की मानें, तो टीबी एक तरह का बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जो कि लंग्स को प्रभावित करता है। हाल के दिनों में हमने देखा है कि लंग्स से जुड़ी कई बीमारियां लोगों के बीच अधिक बढ़ी हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। इन्हीं में से एक बीमारी है पल्मोनरी फाइब्रोसिस। कुछ लोगों को यह भी संशय रहता है कि टीबी के कारण भी पल्मोनरी फाइब्रोसिस हो सकता है। तो आज हम इस लेख में यही जानेंगे कि क्या वाकई टीबी यानी ट्यूबरक्लोसिस के कारण पल्मोनरी फाइब्रोसिस हो सकता है? इस बारे में हमने नॉएडा एक्सटेंशन स्थित यथार्थ अस्पताल में इंटरवेंशन पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन के प्रमुख - पल्मोनोलॉजी डॉ.पुनीत गुप्ता से बात की। विस्तार से जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
क्या टीबी के कारण पल्मोनरी फाइब्रोसिस हो सकता है?- Can TB Cause Pulmonary Fibrosis In Hindi
जैसा कि पहले ही स्पष्ट है कि टीबी एक तरह का बैक्टीरियील इंफेक्शन है, जो कि लंग्स को प्रभावित करता है। इसी तरह, अगर हम पल्मोनरी फाइब्रोसिस की बात करें, तो वह भी हमारे लंग्स को इंपैक्ट करता है। ऐसे में यह जान लेना जरूरी हो जाता है कि क्या इनका आपस में कोई कनेक्शन है? क्या वाकई टीबी के कारण मरीज को पल्मोनरी फाइब्रोसिस हो सकता है? इस बारे में डॉक्टर का कहना है, ‘टीबी के कारण पल्मोनरी फाइब्रोसिस हो सकता है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। आपको बता दें कि पल्मोनरी फाइब्रोसिस का मातलब है कि लंग्स में स्कार होना और उसका डैमेज यानी क्षतिग्रस्त होना।’ डॉक्टर आगे बताते हैं कि यह जरूरी नहीं है कि टीबी होने की वजह से पल्मोनरी फाइब्रोसिस होगा। लेकिन, जिन लोगों को टीबी का इतिहास रहा है यानी अगर किसी को पहले कभी टीबी जैसी घातक बीमारी हुई है, तो उन्हें भविष्य में पल्मोनरी फाइब्रोसिस हो सकता है।’ विशेषज्ञों का कहना है कि 90 फीसदी से ज्यादा ऐसे मामले देखे जाते हैं जिसमें मरीज को टीबी होता है और भविष्य में जाकर उन्हें पल्मोनरी फाइब्रोसिस भी हो जाता है।
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टीबी और पल्मोनरी फाइब्रोसिस का कनेक्शन
टीबी एक ऐसी बीमारी है, जो मरीज के लंग्स को प्रभावित करती है। टीबी होने पर मरीज को खांसी, सीने में दर्द, वजन कम होना, भूख कम लगना, बुखार, रात को पसीने आना, थकान और कमजोरी महसूस करने जैसे कई लक्षण नजर आते हैं। जैसा कि यह स्पष्ट है कि टीबी में मरीज के लंग्स सही तरह से काम नहीं करते हैं, उसमें स्कार हो जाते हैं और कुछ टिश्यूज भी डैमेज हो सकते हैं। इसी क्रम में मरीज को पल्मोनरी फाइब्रोसिस हो जाता है। आपको बता दें कि अगर किसी को पल्मोनरी फाइब्रोसिस हुआ है, तो उन्हें टीबी होने का खतरा भी बना रहता है। इस तरह की बीमारी में लंग के डैमेज होने का रिस्क अधिक होता है।