Doctor Verified

लंग फाइब्रोसिस से बचने के लिए जरूर करें ये 6 काम, जानें डॉक्टर से

How To Prevent Lung Fibrosis: लंग फाइब्रोसिस में फेफड़ों के ऊतक गंभीर रूप से जख्मी और डैमेज हो जाते हैं, जानें कैसे करें बचाव।
  • SHARE
  • FOLLOW
लंग फाइब्रोसिस से बचने के लिए जरूर करें ये 6 काम, जानें डॉक्टर से


How To Prevent Lung Fibrosis: कोरोना वायरस महामारी के बाद से फेफड़ों से जुड़ी बीमारी के मरीज तेजी से बढ़े हैं। खानपान, जीवनशैली, प्रदूषण और स्मोकिंग आदि का भी असर फेफड़ों पर पड़ता है। ऐसे लोग जो ज्यादा स्मोकिंग करते हैं, उनमें फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है लंग फाइब्रोसिस (Lung Fibrosis)। इस बीमारी में फेफड़ों के ऊतक सख्त हो जाते हैं, जिससे सांस लेने में गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ता है। लंग फाइब्रोसिस की वजह से फेफड़ों की कार्यक्षमता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, लंग फाइब्रोसिस से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

लंग फाइब्रोसिस क्यों होता है?

बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "लंग फाइब्रोसिस में फेफड़ों के ऊतक गंभीर रूप से जख्मी और डैमेज हो जाते हैं, इसकी वजह से फेफड़े काम नहीं कर पाते हैं। फेफड़ों की कार्यक्षमता प्रभावित होने की वजह से सांस लेने में दिक्कत समेत कई गंभीर समस्याओं का खतरा रहता है।"

Lung Fibrosis Prevention in Hindi

इसे भी पढ़ें: फेफड़े काले होना नहीं है सामान्य समस्या, जानें इसके शुरुआती लक्षण

लंग फाइब्रोसिस से बचाव के उपाय समझने से पहले इसके कारणों को जरूर जान लेना चाहिए- 

  • धूम्रपान फेफड़ों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाता है और लंग फाइब्रोसिस का प्रमुख कारण है।
  • कुछ व्यवसायों में लोग खतरनाक धूल, धुएं या रसायनों के संपर्क में आते हैं, जिससे फेफड़े की फाइब्रोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
  • कुछ प्रकार के संक्रमण, जैसे कि वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, लंग फाइब्रोसिस का कारण बन सकते हैं।
  • कुछ ऑटोइम्यून बीमारियां, जैसे कि स्क्लेरोडर्मा और रूमेटाइड अर्थराइटिस, फेफड़े की फाइब्रोसिस से जुड़ी हो सकती हैं।
  • कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में फेफड़े की फाइब्रोसिस हो सकती है।

लंग फाइब्रोसिस से बचाव के उपाय

लंग फाइब्रोसिस से बचने के लिए इन चीजों का ध्यान रखें-

1. धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान छोड़ना फेफड़ों की सेहत के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम है। यह लंग फाइब्रोसिस के जोखिम को काफी कम कर सकता है।

2. प्रदूषण से बचें: प्रदूषण हवा की गुणवत्ता को खराब करता है और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। जितना हो सके प्रदूषण से बचने की कोशिश करें।

3. सुरक्षित कार्यस्थल: यदि आप ऐसे वातावरण में काम करते हैं जहां धूल, धुएं या रसायनों का संपर्क होता है, तो सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं।

4. संक्रमण से बचाव: स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार लें, और हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें ताकि संक्रमण से बच सकें।

इसे भी पढ़ें: फेफड़ों की बीमारी होने पर स्किन पर दिखते हैं ये लक्षण, न करें नजरअंदाज

5. दवाओं का सावधान उपयोग: यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, तो उसके संभावित साइड इफेक्ट्स के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।

6. नियमित स्वास्थ्य जांच: नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं, खासकर यदि आप फेफड़े की फाइब्रोसिस के जोखिम वाले समूह में हैं।

7. स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, और तनाव प्रबंधन फेफड़ों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं।

8. पर्याप्त पानी पिएं: पर्याप्त पानी पीने से फेफड़ों को साफ रखने में मदद मिलती है।

9. योग और ध्यान: योग और ध्यान तनाव कम करने और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

लंग फाइब्रोसिस एक गंभीर बीमारी है, सही समय पर इसके लक्षणों को पहचान कर उचित कदम उठाने से इसे रोका जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली, नियमित स्वास्थ्य जांच और आदतों में बदलाव करने से फेफड़ों को हेल्दी रखा जा सकता है। फेफड़ों से जुड़ी समस्या में लापरवाही न बरतें, किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

(Image Courtesy: freepik.com)

Read Next

National Bone and Joint Day: 4 अगस्त को क्यों मनाया जाता है नेशनल बोन एंड ज्वाइंट डे? जानें इतिहास और थीम

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version