गोनोरिया (gonorrhea) रोग कैसे होता है? असुरक्षित या अप्राकृतिक तरीके से संबंध बनाने के चलते ये रोग हो जाता है, अगर आप गर्भनिरोधक उपायों का प्रयोग नहीं करते हैं तो भी ये रोग आपको हो सकता है। गोनोरिया एक तरह का यौन संचारित इंफेक्शन है। इस इंफेक्शन से आंख, गला, वजाइना, एनल एरिया, पेनिस, यूरेथ्रा, गुदा आदि जगहों पर संक्रमण हो सकता है। ये एक बैक्टीरियल संक्रमण है जिसके होने पर प्राइवेट पार्ट में दर्द, खुजली, हरा डिस्चार्च आदि लक्षण नजर आते हैं। आपको समय रहते इस बीमारी का इलाज करवाने की जरूरत है नहीं तो बांझपन, पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी आदि की संभावना बढ़ सकती है। लक्षण नजर आने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इस लेख में हम गोनोरिया के लक्षण, इलाज, बचाव आदि विषयों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के असिसटेंट प्रोफेसर और यूरोलॉजिस्ट डॉ संजीत कुमार सिंह से बात की।
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गोनोरिया या सुजाक रोग क्या है? (What is Gonorrhea)
गोनोरिया एक यौन संचारित बीमारी (Sexually transmitted disease) है जो असुरक्षित तरीके से संबंध बनाने के कारण हो सकती है। इस रोग को सुजाक के नाम से भी जाना जाता है। ये बीमारी नेइसेरिया गोनोरिया (Neisseria Gonorrhea) नाम के बैक्टीरिया के कारण होती है। डॉ संजीत ने बताया कि महिला और पुरुष दोनों के प्राइवेट एरिया व आसपास की जगह पर ये रोग हो सकता है। इस रोग के होने से प्राइवेट पार्ट में दर्द, सूजन या खुजली जैसी लक्षण नजर आ सकते हैं। ये संक्रमण वजाइना, पेनिस, एनल एरिया के अलावा गले में भी इंफेक्शन फैला सकता है। ये रोग हाथ मिलाने या टॉयलेट सीट यूज करने से नहीं होता केवल अप्राकृतिक और असुरक्षित तरीके से संबंध बनाने के कारण ये रोग फैलता है।
गोनोरिया के मुख्य कारण (Main causes of Gonorrhea)
- अप्राकृतिक तरीके से संबंध बनाना
- संबंध बनाते समय गर्भनिरोधक उपायों का इस्तेमाल न करना
- एक से ज्यादा पार्टनर्स के साथ संबंध बनाना
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महिला में गोनोरिया के लक्षण (Signs of gonorrhea in a woman)
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- एनल एरिया से ब्लीडिंग या खुजली होना
- पीरियड्स के बाद या संबंध बनाने के बाद वजाइनल ब्लीडिंग
- पेशाब के दौरान दर्द या जलन
- वजाइना से बदबू आना
- संबंध बनाते समय दर्द होना
- हरे रंग का वजाइनल डिस्चार्ज
पुरुष में गोनोरिया के लक्षण (Signs of gonorrhea in a man)
- ज्यादा पेशाब आना
- पेशाब के दौरान जलन या दर्द होना
- एनल एरिया से ब्लीडिंग
- पेनिस से हरा रंग का डिस्चार्ज
गोनोरिया की जांच कब करवाएं? (Test for Gonorrhea)
पुरुषों में यूरिन सैंपल, महिलाओं में वजाइनल डिस्चार्च का सैंपल लेकर जांच की जाती है। अगर आपको लगता है कि आपको गोनोरिया के लक्षण हैं तो आप जांच करवा सकते हैं। वहीं अगर आपने अगर असुरक्षित सेक्स किया है तो भी आपको जांच करवानी चाहिए। जो लोग एक से ज्यादा लोगों के साथ संबंध बनाते हैं उन्हें भी जांच करवानी चाहिए। अगर आपको एसटीआई रोग है तो जांच करवाएं या प्राइवेट पार्ट में दर्द या सूजन की शिकायत है तो भी आपको जांच करवानी चाहिए।
गोनोरिया का इलाज (Treatment of Gonorrhea)
गोनोरिया के लिए कई तरीके से जांच की जाती है। पुरुषों के नमूने यूरिन टेस्ट के जरिए लिए जाते हैं। पुरुषों में स्खलन को भी सैंपल के तौर पर लिया जाता है। महिला की जांच होनी है तो स्वैब की मदद से वजाइना से सैंपल लिया जाता है। कुछ मामलों में यूरेथ्रा से भी सैंपल लिया जाता है। अगर गले में इंफेक्शन होने की संभावना है तो गले से डॉक्टर स्वैब की मदद से सैंपल लेते हैं। अगर जांच में गोनोरिया निकलता है तो आपको एंटीबायोटिक का इंजेक्शन लेना पड़ सकता है वहीं कुछ केस में डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाएं भी देते हैं।
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गोनोरिया रोग को सही डाइट से ठीक किया जा सकता है?
गोनोरिया रोग में कुछ खास तरह के विटामिन आपको रोग से जल्दी निजात पाने में मदद करेंगे जिनका सेवन आप डाइट में कुछ चीजों को शामिल करके कर सकते हैं। अगर आपको गोनोरिया जैसा रोग हुआ है तो आपको जिंक रिच डाइट का सेवन करना चाहिए। डॉ संजीत ने बताया कि जिंक रिच फूड्स हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं शरीर में एंटीबॉडी और वाइट ब्लड सैल्स बढ़ाते हैं जिससे गोनोरिया के लक्षण कम करने में मदद मिलती है। जिंक रिच फूड्स में आप तिल की डिशेज जैसे बिना चीनी के तिल का लड्डू या डॉर्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं।
गोनोरिया रोग होने पर विटामिन सी का सेवन करें
जिंक के अलावा आप विटामिन सी रिच फूड्स जैसे संतरा, हरी सब्जियां, ब्रोकली, पालक आदि का सेवन भी कर सकते हैं। विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट का काम करेगा और बैक्टीरिया का असर कम करने में मदद करेगा। गोनोरिया रोग होने पर आप सेब के सिरके का सेवन गुनगुने पानी के साथ करेंगे तो फायदेमंद होगा। सेब के सिरके में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जिससे ये रोग ठीक हो सकता है। महिलाएं गोनोरिया रोग होने पर प्राइवेट पार्ट को सेब के सिरके से क्लीन कर सकती हैं, इससे इंफेक्शन नहीं होगा और सूजन व वजाइना में दर्द से राहत मिलेगी। इसके लिए आप सेब के सिरके को पानी में मिलाएं और उसे कॉटन बॉल की मदद से वजाइनल एरिया में लगाएं।
अगर आपको गोनोरिया हुआ है तो क्या करना चाहिए? (What happen if you have gonorrhea)
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अगर आपको गोनोरिया हो गया है तो आपको इस बीमारी से ठीक होने पर कुछ दिन या सप्ताह भर का समय लग सकता है। इस दौरान आपको संबंध बनाने से बचना है और डॉक्टर की बताई दवा को लेना होता है। इलाज या दवा का कोर्स पूरा हो जाने के बाद भी आपको कम से कम एक से दो सप्ताह तक यौन संपर्क से दूर रहना चाहिए। वहीं अगर आपको ये बीमारी हुई है तो आपके साथी को भी गोनोरिया से बचने के लिए जांच करवा लेनी चाहिए।
गोनोरिया से कैसे बचें? (How to prevent gonorrhea)
- गोनोरिया से बचने के लिए संबंध बनाते समय गर्भनिरोधक उपायों का सहारा लेना चाहिए।
- आपको एक से ज्यादा पार्टनर के साथ संबंध बनाने से बचना चाहिए, ऐसा करने से कई तरह के यौन संचारित रोग हो सकते हैं जिनमें से एक है गोनोरिया।
- एनल या अप्राकृतिक तरीके से संबंध बनाने से भी आपको बचना चाहिए, ऐसा नहीं है कि एक बार ये रोग हो जाने पर दोबारा नहीं हो सकता इसलिए सावधानी बरतें।
- संबंध बनाने के बाद पुरुष और महिला दोनों को ही अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई करनी चाहिए, इससे इंफेक्शन होने की आशंका कम हो जाती है।
अगर इलाज के बाद भी गोनोरिया के लक्षण बने रहते हैं तो आप डॉक्टर से संपर्क करें, आप चाहें तो रोग ठीक होने के बाद भी जांच करवा सकते हैं ताकि आप सुनिश्चित कर सकें कि आपके शरीर से गोनोरिया का बैक्टीरिया पूरी तरह से चला गया है या नहीं।
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